संचार मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

केंद्रीय संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने इंडिया पोस्ट और इंडिया पोस्ट पैमेंट्स बैंक की प्रगति की समीक्षा की


उल्लेखनीय वृद्धि: 12 करोड़ ग्राहक, 20,000 करोड़ रुपये जमा राशि और लाभप्रद संचालन

इंडिया पोस्ट और आईपीपीबी अंतिम-छोर तक बैंकिंग सेवा पहुंचा रहे हैं: डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी

Posted On: 26 AUG 2025 3:46PM by PIB Delhi

केंद्रीय संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने आज इंडिया पोस्ट और इंडिया पोस्ट पैमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) के प्रदर्शन की समीक्षा की। चर्चा का केंद्र डिजिटल पहल, उपभोक्ता सुविधा और सेवाओं को देशभर में अधिक सुलभ बनाने के उपाय रहे।

श्री पेम्मासानी ने इस बात पर जोर दिया कि इंडिया पोस्ट और आईपीपीबी के बीच निकट समन्वय की आवश्यकता है, ताकि नागरिकों, विशेष रूप से दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वालों को, उनके द्वार पर ही सस्ती और भरोसेमंद सेवाएं मिलती रहें। उन्होंने रेखांकित किया कि विश्वास, वित्तीय समावेशन और अंतिम छोर तक सेवाओं को पहुंचाना प्रमुख प्राथमिकताएं बनी हुई हैं।

 

केंद्रीय संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने इंडिया पोस्ट और इंडिया पोस्ट पैमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) के प्रदर्शन की समीक्षा की।

 

प्रदर्शन की अद्यतन स्थिति

अधिकारियों ने श्री पेम्मासानी को बताया कि हाल के वर्षों में आईपीपीबी ने तेज़ी से विस्तार किया है। 12 करोड़ से अधिक ग्राहकों, लगभग 20,000 करोड़ रुपए की जमा राशि, 2,200 करोड़ रुपए के राजस्व और 134 करोड़ रुपए के लाभ के साथ, बैंक ने पिछले दो वर्षों में 60-70 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर दर्ज की है।

इस क्षेत्र की चुनौतियों के बावजूद, आईपीपीबी ने ये वृद्धि लगभग 1,250 कर्मचारियों की छोटी और इंडिया पोस्ट की बेजोड़ पहुंच के बल पर हासिल की है।

ऋण पहुंच का विस्तार

मंत्री महोदय को ग्रामीण और बैंकिंग सुविधाओं से वंचित क्षेत्रों में ऋण सुविधा का विस्तार करने के बारे में आईपीपीबी की पहलों के बारे में बताया गया। इन पहलों में एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आदित्य बिड़ला कैपिटल फाइनेंस और आधार हाउसिंग फाइनेंस के साथ भागीदारी शामिल है। इन भागीदारियों के जरिये आवास, व्यक्तिगत, वाहन, कृषि, किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी), स्वर्ण, ट्रैक्टर और वाणिज्यिक वाहन ऋण सहित विभिन्न प्रकार के ऋण दिए जाते हैं।

अधिकारियों ने बताया कि जून 2025 में ही 7 करोड़ रुपये से अधिक के 150 से अधिक ऋण वितरित किए गए और ग्रामीण उद्यमियों तथा सूक्ष्म व्यवसायों का समर्थन करने के लिए स्मॉल-टिकट वाले डिजिटल क्रेडिट उत्पादों को डिजाइन करने का काम भी चल रहा है।

 

इंडिया पोस्ट और इंडिया पोस्ट पैमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) की समीक्षा बैठक की एक झलक

 

डिजिटल और डाक एकीकरण

मंत्री महोदय ने इंडिया पोस्ट और आईपीपीबी के संयुक्त प्रयासों की भी सराहना की। इनके पास 1.64 लाख से अधिक डाकघर और पहुंच केंद्र हैं, जिन्हें डाक कर्माचारियों और ग्रामीण डाक सेवकों (जीडीएस) का सहयोग प्राप्त है। इनके जरिए ग्रामीण क्षेत्रों तक उपयोगिता बिल भुगतान, धन प्रेषण, डाकघर बचत बैंक योजनाओं के लिए ई-केवाईसी और पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) जैसी सेवाएं पहुंचाई जा रही हैं।

उन्होंने आगे कहा, 'ये सेवाएं सुनिश्चित करती हैं कि भारत के सबसे दूरदराज के घरों में भी लोगों को लंबी दूरी तय किए बिना बैंकिंग और डाक सुविधाओं तक पहुंच मिल सके।'

अधिकारियों ने श्री पेम्मासानी को जानकारी दी कि इंडिया पोस्ट और आईपीपीबी एक मजबूत, डिजिटल-आधारित वित्तीय सेवा प्रदाता के रूप में विकसित होने की दिशा में काम कर रहे हैं। भागीदारी का विस्तार करके, नए उत्पाद पेश करके और अपनी अतुल्नीय पहुंच का लाभ उठाकर दोनों संस्थानों का लक्ष्य देश के हर कोने में बैंकिंग और डाक समाधान पहुंचाने में केंद्रीय भूमिका निभा रहा है।

***

पीके/केसी/आईएम/एचबी


(Release ID: 2160915)
Read this release in: English , Urdu