अणु ऊर्जा विभाग
azadi ka amrit mahotsav

संसद प्रश्न: रोटोटाइप फास्ट ब्रीडर रिएक्टर

Posted On: 21 AUG 2025 5:55PM by PIB Delhi

भाविनी वर्तमान में 500 मेगावाट प्रोटोटाइप फास्ट ब्रीडर रिएक्टर को चालू कर रही है और वर्तमान प्रगति के अनुसार पीएफबीआर की क्रिटिकलिटी प्राप्त करने की अपेक्षित समय-सीमा मार्च 2026 तक है और पूर्ण बिजली उत्पादन के लिए अपेक्षित समय-सीमा दिसंबर 2026 तक है।

पूर्ण विद्युत उत्पादन प्राप्त करने पर, पीएफबीआर राष्ट्रीय ग्रिड में देश के परमाणु ऊर्जा योगदान में 500 मेगावाट क्षमता जोड़ देगा। पीएफबीआर भारत के सीमित यूरेनियम संसाधनों का इष्टतम उपयोग करने और दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा हेतु अपने विशाल थोरियम भंडारों का दोहन करने के लिए एक बंद ईंधन चक्र व्यवस्था का पालन करता है। इसमें अपशिष्ट परमाणु ईंधन (एसएनएफ) से विखंडनीय और उपजाऊ सामग्री को अपशिष्ट के रूप में निपटाने के बजाय उसकी पुनर्प्राप्ति और पुनर्चक्रण शामिल है। यह दृष्टिकोण परमाणु सामग्री संसाधनों के बेहतर उपयोग को सक्षम बनाता है, ऊर्जा सुरक्षा में सुधार करता है, और उच्च-स्तरीय रेडियोधर्मी अपशिष्ट की मात्रा को न्यूनतम करता है।

पीएफबीआर प्रौद्योगिकी पूर्णतः स्वदेशी है, इसलिए इसमें किसी विदेशी सहयोगात्मक अनुसंधान या अंतर्राष्ट्रीय ज्ञान विनिमय प्रयासों की परिकल्पना नहीं की गई।

यह जानकारी आज राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग डॉ. जितेंद्र सिंह ने दी।

****

पीके/केसी/जीके


(Release ID: 2159627) Visitor Counter : 16
Read this release in: English , Urdu