संचार मंत्रालय
देश में 6G तकनीक के क्रियान्वयन हेतु रोडमैप
Posted On:
21 AUG 2025 5:11PM by PIB Delhi
आईटीयू-आर (अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ रेडियो संचार क्षेत्र) की अनुशंसा M.2160, इसका शीर्षक "2030 और उसके बाद के लिए आईएमटी के भविष्य के विकास की रूपरेखा और समग्र उद्देश्य" है। 6G या आईएमटी-2030 के लिए दृष्टिकोण और 2030 तक 6G तकनीक के क्रियान्वयन हेतु रोडमैप की रूपरेखा प्रस्तुत करती है। इस अनुशंसा में आईएमटी-2030 को 5G की तुलना में उन्नत क्षमताएँ प्रदान करने के साथ-साथ आईएमटी-2030 के विस्तारित उपयोग परिदृश्यों का समर्थन करने हेतु नई क्षमताएँ प्रदान करने की परिकल्पना की गई है। इसके अलावा सरकार ने मार्च 2023 में भारत 6G विज़न दस्तावेज़ जारी किया है। इसका उद्देश्य 6G नेटवर्क तकनीकों को डिज़ाइन, विकसित और लागू करना है जो दुनिया को उच्च-गुणवत्ता वाले जीवन अनुभव के लिए सर्वव्यापी इन्टेलिजन्ट और सुरक्षित कनेक्टिविटी प्रदान करें ताकि 2030 तक भारत 6G तकनीक में वैश्विक अग्रणी बन सके। 5G की तुलना में 6G के अन्य लाभों में उच्च डेटा गति और कम विलंबता, संचार और संवेदन क्षमताओं का एकीकरण, टरेस्ट्रीअल और गैर-टरेस्ट्रीअल नेटवर्क के माध्यम से निर्बाध कवरेज, AI-नेटिव नेटवर्क आदि शामिल हैं।
देश में 6G तकनीक के विकास को सुगम बनाने के लिए सरकार ने निम्न पहल की हैं:
I. क्षमता निर्माण और देश में 6G के लिए तैयार शैक्षणिक और स्टार्टअप के इकोसिस्टम निर्माण हेतु भारत भर के शैक्षणिक संस्थानों में 100 5G प्रयोगशालाएँ स्थापित की गईं।
II. दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास निधि (टीटीडीएफ) योजना 1 अक्टूबर 2022 को शुरू की गई। इस योजना का उद्देश्य 6जी सहित दूरसंचार प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) और नवाचार को वित्तपोषित करना, भारत में दूरसंचार इकोसिस्टम को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा जगत, स्टार्ट-अप्स, एमएसएमई, अनुसंधान संस्थानों और उद्योग के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है। टीटीडीएफ योजना के अंतर्गत 31.07.2025 तक 275.88 करोड़ रुपये की 6जी प्रौद्योगिकी से संबंधित कुल 104 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
III. भारत 6जी एलायंस की स्थापना में सहायता की, जो भारत 6जी विजन के अनुसार कार्य योजना विकसित करने हेतु घरेलू उद्योग, शिक्षा जगत, राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थानों और मानक संगठनों का एक गठबंधन है। इसने 6जी वायरलेस प्रौद्योगिकियों के विकास हेतु वैश्विक सहयोग बढ़ाने हेतु अग्रणी वैश्विक 6जी गठबंधनों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
IV. राष्ट्रीय अंतःविषय साइबर-भौतिक प्रणाली मिशन (एनएम-आईसीपीएस) के एक भाग के रूप में अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, बैंगलोर (आईआईआईटी बैंगलोर) द्वारा संचालित आईआईआईटीबी-कॉमेट फाउंडेशन में एक प्रौद्योगिकी नवाचार केंद्र (टीआईएच) की स्थापना की गई है। यह टीआईएच "उन्नत संचार प्रणाली" प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित है, जो वर्तमान में रेकॉन्फ़िगराबले इंटेलीजेंट सरफेस (आरआईएस) और उन्नत ओ-आरएएन मैसिव एमआईएमओ प्रणालियों जैसी अत्याधुनिक तकनीकों पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य भविष्य के 6जी नेटवर्क में कवरेज, क्षमता और एकीकृत संवेदन क्षमताओं को बढ़ाना है।
यह जानकारी संचार और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
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पीके/ केसी/ एसके
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