जनजातीय कार्य मंत्रालय
पीएम- जुगा के तहत प्रगति
Posted On:
21 AUG 2025 3:50PM by PIB Delhi
आज श्री केसिनेनी शिवनाथ और श्री जी. लक्ष्मीनारायण के अतारांकित प्रश्न का उत्तर देते हुए केन्द्रीय जनजातीय कार्य राज्यमंत्री श्री दुर्गादास उइके ने लोकसभा को बताया कि "धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान" का उद्देश्य जनजातीय समुदायों और गांवों का समग्र विकास करना है, जो 50 या उससे अधिक अनुसूचित जनजाति की आबादी वाले आकांक्षी ब्लॉकों और कम से कम 500 लोगों तथा 50% अनुसूचित जनजाति की आबादी वाले गांवों पर केंद्रित है - जिसमें लगभग 63,643 गांव शामिल हैं। पाँच वर्षों (2024-25 से 2028-29) में, यह कार्यक्रम 26 राज्यों और 4 केन्द्र शासित प्रदेशों के जनजातीय बहुल क्षेत्रों के 549 जिलों और 2,911 ब्लॉकों तक पहुँचेगा। वर्तमान में, सरकार की डीएजेजीयूए के अंतर्गत गाँवों की संख्या बढ़ाने की कोई योजना नहीं है।
आंध्र प्रदेश राज्य सरकार ने सूचित किया है कि 2017 में टीसीआरएंडटीआई द्वारा किए गए अध्ययन (डॉ. पीडी सत्य पाल कुमार, 2017) के अनुसार, वाल्मीकि बोया संघों ने 25,80,000 का अनुमानित आंकड़ा दिया था। आंध्र प्रदेश राज्य ने वाल्मीकि बोया समुदाय को अनुसूचित जनजाति के रूप में मान्यता देने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। भारत के महापंजीयक कार्यालय (ओआरजीआई) ने राज्य द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया।
मंत्रालय अंतर भरण और डीएजेजीयूए के तहत स्वीकृत प्रगति की निगरानी के लिए “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान” (डीएजेजीयूए) के तहत संबंधित विभागों और राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश सरकारों के साथ समन्वय बैठकें आयोजित कर रहा है।
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पीके/केसी/डीवी
(Release ID: 2159120)