संस्कृति मंत्रालय
कला संस्कृति विकास योजना
Posted On:
18 AUG 2025 4:06PM by PIB Delhi
कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए, संस्कृति मंत्रालय कला संस्कृति विकास योजना (केएसवीवाई) का क्रियान्वयन कर रहा है, जिसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित देश भर में प्रदर्शन कलाओं (पारंपरिक, लोक और आदिवासी कलाओं सहित) के क्षेत्र में कार्यरत पात्र सांस्कृतिक संगठनों/व्यक्तियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। पिछले पाँच वित्तीय वर्षों और चालू वित्तीय वर्ष के दौरान केएसवीवाई के अंतर्गत आवंटित, स्वीकृत/उपयोग की गई कुल धनराशि का विवरण इस प्रकार है:
वित्त वर्ष
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आवंटित धनराशि
(करोड़ रुपये में)
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स्वीकृत/उपयोग की गई राशि (करोड़ रुपये में)
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2020-21
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139.77
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122.40
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2021-22
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177.30
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156.46
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2022-23
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214.32
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213.76
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2023-24
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218.65
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218.36
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2024-25
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207.24
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201.67
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2025-26
(14.08.2025 तक)
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198.50
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107.31
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पिछले पांच वित्तीय वर्षों और चालू वित्तीय वर्ष के दौरान कला संस्कृति विकास योजना (केएसवीवाई) के विभिन्न घटकों के अंतर्गत सहायता प्राप्त करने वाले व्यक्तिगत कलाकारों और संगठनों की संख्या का राज्य/संघ राज्य क्षेत्र-वार विवरण अनुलग्नक-I में दिया गया है। केएसवीवाई के अंतर्गत लाभार्थियों का जिला-वार डेटा मंत्रालय में उपलब्ध नहीं है।
(घ) कला संस्कृति विकास योजना (केएसवीवाई) के विभिन्न घटकों के अंतर्गत चयन/विशेषज्ञ समिति की पिछली बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश से संबंधित आवेदनों सहित प्राप्त, स्वीकृत और अस्वीकृत आवेदनों की संख्या का राज्य/संघ राज्य क्षेत्र-वार विवरण अनुलग्नक-II में दिया गया है।
(ई) व्यय विभाग, वित्त मंत्रालय के मौजूदा दिशानिर्देशों और नीति आयोग के आउटपुट-आउटकम मॉनिटरिंग फ्रेमवर्क के अनुसरण में, मंत्रालय प्रत्येक वित्त आयोग चक्र से पहले तृतीय-पक्ष मूल्यांकन करता है। इन मूल्यांकनों का उद्देश्य कला संस्कृति विकास योजना (केएसवीवाई) के प्रदर्शन और परिणामों की समीक्षा करना है, जिसमें इसकी सांस्कृतिक पहुँच और संभावित आजीविका संबंधी निहितार्थ शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, योजना के शासी प्रावधानों के अनुसार प्रगति और निधियों के उचित उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए, मंत्रालय भौतिक निरीक्षण करता है और सामान्य वित्तीय नियम (जीएफआर) 2017 के अनुसार उपयोग प्रमाणपत्रों की जाँच करता है, साथ ही बिल वाउचर और अन्य साक्ष्य प्रमाण जैसे फोटोग्राफ, वीडियो और पूर्णता प्रमाणपत्र भी प्रस्तुत करता है।
यह जानकारी केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।
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पीके/केसी/केपी/डीके
(Release ID: 2157718)