पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय
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बहुविध परिवहन केंद्रों का विकास

Posted On: 05 AUG 2025 6:22PM by PIB Delhi

पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के तहत भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) एक स्वायत्त निकाय है। यह निकाय विश्व बैंक की तकनीकी और वित्तीय सहायता से वाराणसी (उत्तर प्रदेश) से  गंगा-भागीरथी-हुगली नदी प्रणाली के हल्दिया खंड तक राष्ट्रीय जलमार्ग -1 (एनडब्ल्यू-1) की क्षमता वृद्धि के लिए 1,390 किलोमीटर की जल मार्ग विकास परियोजना (जेएमवीपी) को लागू कर रहा है। जेएमवीपी के तहत हल्दिया (पश्चिम बंगाल), साहिबगंज (झारखंड) और वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में तीन मल्टी मॉडल टर्मिनल, कालूघाट (बिहार) में एक इंटरमॉडल टर्मिनल, फरक्का (पश्चिम बंगाल) में एक नया नेविगेशनल लॉक, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में दो क्विक पोंटून ओपनिंग मैकेनिज्म और 53 सामुदायिक जेटी विकसित किए गए हैं। इस परियोजना के कारण, राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पर माल की आवाजाही 2014-15 के 5.05 मिलियन टन से बढ़कर 2024-25 में 16.4 मिलियन टन हो गई है। अब तक इस परियोजना पर लगभग 3600 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है।

उत्तर प्रदेश राज्य में आईडब्ल्यूएआई द्वारा निर्मित बुनियादी ढांचे का विवरण नीचे दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में आईडब्ल्यूटी परियोजनाएं

उत्तर प्रदेश में पूर्ण एवं चालू परियोजनाएं

 

क्रम सं.

परियोजना का नाम

लागत

(करोड़ रुपये में)

1.

वाराणसी में मल्टीमॉडल टर्मिनल का विकास

182.33

2.

वाराणसी, चंदौली, गाज़ीपुर और बलिया में 11 सामुदायिक घाटों का विकास

17.00

3.

अयोध्या में एनडब्ल्यू-40 (घाघरा नदी) पर 2 जेटियां स्थापित की गईं

4.00

4.

वाराणसी और अयोध्या में 2 इलेक्ट्रिक कैटामारन तैनात किए गए

25.60

5.

वाराणसी में 1 हाइड्रोजन ईंधन सेल पोत तैनात किया गया

22.62

6.

फेयरवे विकास मझौवा-गाजीपुर

78.64

7.

बलिया और ग़ाज़ीपुर में 4 अदद स्टील सामुदायिक जेट्टियों का विकास

7.82

8.

ग़ाज़ीपुर से वाराणसी तक फ़ेयरवे विकास

102.98

9.

मथुरा में यमुना नदी पर आईडब्ल्यूटी जेटी का विकास (6 स्थापित; 2 का कार्य प्रगति पर)

 

12.00

10.

अयोध्या और मथुरा परियोजनाएँ - मात्रा आधारित ड्रेजिंग

गुप्तारघाट (एनडब्ल्यू-40) और नयाघाट और जुगल किशोर के बीच

घाट – गोकुल बैराज (एनडब्ल्यू-110)

8.45

11

वाराणसी में रिवर क्रूज़ टर्मिनल का विकास

200.00

 

कुल

661.44



अंतर्देशीय जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए आईडब्ल्यूएआई स्थानीय उद्यमियों सहित हितधारकों की नियमित बैठकें आयोजित करता है ताकि उन्हें संवेदनशील और प्रोत्साहित किया जा सके। उत्तर प्रदेश राज्य में जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण अधिनियम, 2023 प्रख्यापित/अधिसूचित किया गया है। उत्तर प्रदेश अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण नियम, 2025 अधिसूचित किए गए हैं। लखनऊ जिले में स्थित परिवहन आयुक्त कार्यालय के संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। राज्य के सभी संभागीय परिवहन अधिकारियों (प्रशासन) को जहाजों के पंजीकरण के लिए रजिस्ट्रार नामित किया गया है।

आईडब्ल्यूएआई को नौवहन और नौवहन के उद्देश्यों के लिए राष्ट्रीय जलमार्गों (एनडब्ल्यू) के विनियमन और विकास का कार्य सौंपा गया है। एनडब्ल्यू-110 (यमुना नदी) इटावा और औरैया से होकर गुजरती है। वर्तमान में, इटावा और औरैया में एनडब्ल्यू-110 के विकास के लिए कोई पहल की योजना नहीं बनाई गई है क्योंकि इसे व्यवहार्य नहीं पाया गया।


यह जानकारी पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

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पीके/केसी/केके/एसके


(Release ID: 2152705)
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