कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय
मृदा स्वास्थ्य कार्ड
Posted On:
05 AUG 2025 4:43PM by PIB Delhi
वर्ष 2015 में योजना के शुभारंभ के बाद से, सॉइल हेल्थ एण्ड फर्टिलिटी स्कीम के अंतर्गत तमिलनाडु में किसानों को 152.51 लाख सॉइल हेल्थ कार्ड (एसएचसी) जारी किए गए हैं (30.06.2025 तक)।
राज्य सरकार द्वारा सूचित किया गया है कि समय पर वितरण सुनिश्चित करने हेतु नागरिक चार्टर के अनुसार छोटे और सीमांत किसानों सहित सभी किसानों को एसएचसी वितरित किए जाते हैं। कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (एटीएमए) के अधिकारियों, कृषि सखियों और मोबाइल सॉइल टेस्टिंग प्रयोगशाला (एमएसटीएल) वैन अभियानों के माध्यम से किसानों को एडवाइजरी जारी की जाती है। प्रत्येक गांव में, एटीएमए अधिकारी विभिन्न योजनाओं के तहत प्रशिक्षण आयोजित करते हैं और एसएचसी के बारे में एडवाइजरी को अनिवार्य रखा जाता है। एमएसटीएल वैन मिट्टी के नमूने एकत्र करने, नमूना परीक्षण करने, सॉइल हेल्थ कार्ड प्रदान करने और किसानों को तुरंत सलाह देने के लिए गांवों का दौरा करती है। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक ब्लॉक में ग्राम स्तरीय कृषि विकास समूह खरीफ पूर्व और रबी पूर्व सीजन में किसानों को एसएचसी एडवाइजरी जारी करता है। योजना के कार्यान्वयन में किसी बड़ी क्षेत्र-विशिष्ट सॉइल हेल्थ चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा। तथापि, कुछ क्षेत्रों में प्रॉब्लमैटिक सॉइल पॉकेट्स को चिह्नित किया गया था तथा इसके सुधार के लिए एडवाइजरी जारी की गई थी।
सॉइल परीक्षण में सटीकता सुनिश्चित करने के लिए, तमिलनाडु सरकार ने राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) मान्यता प्रक्रिया अपनाई है। इसके परिणामस्वरूप, 36 स्टेटिक लैब्स को एनएबीएल मान्यता प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ है। सरकार ने इस योजना के तहत एटॉमिक अबसॉर्बशन स्पेक्ट्रोमीटर (एएएस)/इंडक्टिवली कपल्ड प्लाज़्मा स्पेक्ट्रोफोटोमीटर (आईसीपी) के साथ मौजूदा सॉइल टेस्टिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के उन्नयन की अनुमति दी है। डिजिटल इंटीग्रेशन हेतु एसएचसी पोर्टल पर ऑनलाइन सॉइल प्रयोगशाला रजिस्ट्री बनाई गई है। डिजिटल सॉइल हेल्थ कार्ड बनाने के लिए परीक्षण परिणाम एसएचसी पोर्टल पर अपलोड किए जाते हैं।
यह जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री रामनाथ ठाकुर ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।
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(Release ID: 2152690)