सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय
पीएलएफएस का पुनर्गठन
Posted On:
30 JUL 2025 4:11PM by PIB Delhi
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) के अंतर्गत राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) देश में रोज़गार और बेरोज़गारी से संबंधित विभिन्न संकेतकों का अनुमान लगाने के लिए 2017 से आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) संचालित कर रहा है। पीएलएफएस के विस्तृत कवरेज के साथ उच्च आवृत्ति वाले श्रम बाज़ार संकेतकों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए जनवरी 2025 से आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के नमूना डिज़ाइन में संशोधन किया गया है। संशोधित पीएलएफएस में निम्नलिखित उद्देश्यों को पूरा करने की परिकल्पना की गयी है:
· वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में अखिल भारतीय स्तर पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए मासिक आधार पर प्रमुख रोज़गार और बेरोज़गारी संकेतकों (जैसे श्रम बल भागीदारी दर, श्रमिक जनसंख्या अनुपात, बेरोज़गारी दर) का अनुमान लगाना।
· पीएलएफएस के तिमाही परिणामों का कवरेज ग्रामीण क्षेत्रों तक बढ़ाना और इस प्रकार देश स्तर पर तथा वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में प्रमुख राज्यों के लिए तिमाही अनुमान तैयार करना।
· ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सामान्य स्थिति (पीएस+एसएस) और सीडब्ल्यूएस दोनों में महत्वपूर्ण रोज़गार और बेरोज़गारी संकेतकों का वार्षिक अनुमान लगाना।
जनवरी 2025 से संशोधित पीएलएफएस नमूना डिज़ाइन के परिणामस्वरूप पीएलएफएस प्रसार में निम्नलिखित अद्यतन होगा:
देश स्तर पर प्रमुख श्रम बाज़ार संकेतकों के मासिक अनुमानों की उपलब्धता: संशोधित पीएलएफएस नमूना डिज़ाइन, वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) दृष्टिकोण का अनुसरण करते हुए अखिल भारतीय स्तर पर प्रमुख श्रम बाज़ार संकेतकों जैसे श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) और बेरोज़गारी दर (यूआर) के मासिक अनुमानों को तैयार करने में सक्षम बनाएगा। मासिक अनुमान, समय पर नीतिगत हस्तक्षेप में मदद करेंगे।
तिमाही अनुमानों का ग्रामीण क्षेत्रों तक विस्तार: दिसंबर, 2024 तक, पीएलएफएस ने केवल शहरी क्षेत्रों के लिए त्रैमासिक श्रम बाज़ार संकेतक प्रदान किए। पीएलएफएस नमूना डिज़ाइन के अद्यतन होने से, रोज़गार बेरोज़गारी संकेतकों के त्रैमासिक अनुमान ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों और इस प्रकार पूरे देश के लिए उपलब्ध होंगे।
उन्नत नमूना आकार: संशोधित पीएलएफएस नमूना डिज़ाइन एक बहु-चरणीय स्तरीकृत डिज़ाइन है। जनगणना 2011 के गाँवों/शहरी रूपरेखा (फ़्रेम) सर्वेक्षण (यूएफएस) ब्लॉकों/उप-इकाइयों (उन गाँवों या यूएफएस ब्लॉकों के लिए जहाँ उप-इकाइयाँ बनाई गई हैं) की सूची ने साथ मिलकर प्रथम चरण इकाइयों (एफएसयू) के चयन के लिए नमूना रूपरेखा का निर्माण किया। संशोधित पीएलएफएस नमूना डिज़ाइन में, द्वि-वर्षीय पैनल के प्रत्येक वर्ष में प्रथम भ्रमण कार्यक्रम के साथ कुल 22,692 एफएसयू (ग्रामीण क्षेत्रों में 12,504 एफएसयू और शहरी क्षेत्रों में 10,188 एफएसयू) का सर्वेक्षण करने की योजना है, जबकि दिसंबर, 2024 तक पीएलएफएस में 12,800 एफएसयू का सर्वेक्षण किया गया था।
प्रत्येक चयनित एफएसयू से कुल 12 परिवारों का सर्वेक्षण किया जाएगा, जिसका अर्थ है कि कुल नमूना आकार लगभग (22,692 x 12) = 2,72,304 परिवार है। दिसंबर, 2024 तक कवर किए गए नमूना परिवारों की संख्या (जो लगभग 1,02,400 थी) की तुलना में यह पीएलएफएस में शामिल किए जाने वाले नमूना परिवारों की संख्या में 2.65 गुना वृद्धि दर्शाता है। बढ़े हुए नमूना आकार से श्रम बाजार संकेतकों के विश्वसनीय अनुमान बेहतर परिशुद्धता के साथ उपलब्ध होने की उम्मीद है।
यह जानकारी सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), योजना राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और संस्कृति राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
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(Release ID: 2150389)