सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय
एमएसएमई की निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता
Posted On:
28 JUL 2025 5:56PM by PIB Delhi
सरकार निर्यात बढ़ाने के लिए एमएसएमई की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देने हेतु कई योजनाएं और पहल लागू करती है। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- वस्त्र क्षेत्र के निर्यात की श्रम-उन्मुख कुछ वस्तुओं को बढ़ावा देने के लिए राज्य और केंद्रीय लेवी और करों में छूट (आरओएससीटीएल) योजना 07 मार्च, 2019 से लागू की गई है।
- निर्यातित उत्पादों पर शुल्कों और करों में छूट (आरओडीटीईपी) योजना 01 अप्रैल, 2021 से लागू की गई है।
- प्रत्येक जिले में निर्यात क्षमता वाले उत्पादों की पहचान करके, इन उत्पादों के निर्यात में आने वाली बाधाओं को दूर करके और जिले में रोजगार पैदा करने के लिए स्थानीय निर्यातकों/निर्माताओं का समर्थन करके जिलों को निर्यात केंद्र के रूप में पहल शुरू की गई है।
- व्यापार को सुविधाजनक बनाने और निर्यातकों द्वारा मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के उपयोग को बढ़ाने के लिए उत्पत्ति प्रमाण पत्र के लिए एक सामान्य डिजिटल प्लेटफॉर्म शुरू किया गया है।
- अंतर्राष्ट्रीय सहयोग (आईसी) योजना एमएसएमईएस को अंतर्राष्ट्रीय मेलों/प्रदर्शनियों में भाग लेने की सुविधा प्रदान करती है जो वैश्विक बाजार पारिस्थितिकी तंत्र से परिचित कराती है और नेटवर्क बनाती है। आईसी योजना में पहली बार निर्यात करने वालों के लिए क्षमता निर्माण घटक भी शामिल है, जो एमएसई को सदस्यता, निर्यात बीमा प्रीमियम और उत्पादों एवं सेवाओं के लिए परीक्षण एवं गुणवत्ता प्रमाणन हेतु शुल्क हेतु विभिन्न निर्यात संवर्धन परिषदों के साथ पंजीकरण की सुविधा प्रदान करता है।
- एमएसएमई चैंपियंस योजना के अंतर्गत, एमएसएमई-सतत (जेडईडी) प्रमाणन योजना, एमएसएमई-प्रतिस्पर्धी (लीन) योजना और एमएसएमई-अभिनव योजना (इन्क्यूबेशन, डिजाइन और बौद्धिक संपदा अधिकार) एमएसएमई को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने में सक्षम बनाने के लिए समग्र समर्थन प्रदान करती हैं।
- एमएसएमई के निर्यात संवर्धन हेतु 65 निर्यात सुविधा केंद्र (ईएफसी) स्थापित किए गए हैं। ये ईएफसी विभिन्न योजनाओं की जानकारी का प्रसार करते हैं और एमएसएमई को निर्यात में सहायता करते हैं।
व्यापार सक्षमता एवं विपणन पहल (टीम) योजना सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों (एमएसई) को ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) नेटवर्क से जोड़ने में सहायता करती है। इस पहल का उद्देश्य 5 लाख एमएसई को सशक्त बनाना है, जिसमें यह सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा कि कम से कम 50% लाभार्थी महिला-स्वामित्व वाले उद्यम हों। टीम योजना डिजिटल कैटलॉग निर्माण, खाता प्रबंधन आदि में सहायता प्रदान करती है और विक्रेता नेटवर्क प्रतिभागियों (एसएनपी) के साथ संपर्क को भी सुगम बनाती है ताकि बाजार पहुँच को बढ़ावा दिया जा सके और एमएसई को डिजिटल अर्थव्यवस्था में फलने-फूलने में मदद मिल सके।
एमएसएमई ग्लोबल मार्ट पर राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) का ई-कंट्री पैवेलियन भारतीय एमएसएमई को वैश्विक बाज़ारों से जोड़कर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार साझेदारी को बढ़ावा देता है। यह सीमा पार व्यापार के लिए एक वर्चुअल गेटवे के रूप में कार्य करता है, जहां व्यापार के अवसरों, उत्पाद श्रेणियों, विस्तारित बाज़ार पहुँच और भारत तथा सहयोगी देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार के आंकड़ों को प्रदर्शित किया जाता है।
ट्रेड कनेक्ट ई-प्लेटफ़ॉर्म अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए एक सूचना और मध्यस्थता मंच है, जो विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों और वाणिज्य विभाग व अन्य संगठनों के अधिकारियों को एक साथ लाकर नए और मौजूदा निर्यातकों, दोनों को व्यापक सेवाएं प्रदान करता है।
यह जानकारी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री, श्रीमती शोभा करंदलाजे ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में दी।
****
पीके/एके/केसी/वीएस
(Release ID: 2149529)
Visitor Counter : 14