विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
संसद प्रश्न: गुजरात में चल रही अनुसंधान एवं विकास परियोजनाएं
Posted On:
24 JUL 2025 3:58PM by PIB Delhi
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय अपने तीन विभागों : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर)/वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के माध्यम से गुजरात राज्य में चल रही 285 से अधिक अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं को सहायता प्रदान कर रहा है। ये परियोजनाएं अनुसंधान एवं विकास क्षमता निर्माण और भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जैविक विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, गणित, अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी, कृषि विज्ञान और चिकित्सा विज्ञान के प्रमुख क्षेत्रों में मौलिक एवं अनुप्रयुक्त अनुसंधान को सहायता प्रदान करती हैं।
पिछले पांच वर्षों अर्थात 2020-21 से 2024-25 के बीच, गुजरात में विशेष रूप से अहमदाबाद, गांधीनगर, वडोदरा, भावनगर और सूरत के संस्थानों को कुल 603 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि आवंटित की गई है, जैसा कि नीचे दिए गए विवरण में बताया गया है।
(करोड़ रुपये में)
|
अहमदाबाद
|
गांधीनगर
|
भावनगर
|
वडोदरा
|
सूरत
|
कुल
|
डीएसटी
|
34
|
66
|
8
|
11
|
20
|
139
|
डीबीटी
|
11
|
18
|
0
|
13
|
1
|
43
|
डीएसआईआर/सीएसआईआर
|
0
|
4
|
417
|
0
|
0
|
421
|
कुल
|
45
|
88
|
425
|
24
|
21
|
603
|
यह जानकारी आज राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग डॉ. जितेंद्र सिंह ने दी।
***
एमजी/केसी/केके/एसके
(Release ID: 2147771)