वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल की फ्रांस के व्यापार एवं विदेश में रहने वाले फ्रांसीसी नागरिकों के लिए मंत्री सुश्री सोफी प्राइमास के साथ बैठक

Posted On: 27 NOV 2024 8:50PM by PIB Delhi

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने फ्रांस के व्यापार एवं विदेश में रहने वाले फ्रांसीसी नागरिकों के लिए मंत्री सुश्री सोफी प्राइमास के साथ व्यापार, निवेश एवं साझा हितों के अन्य मुद्दों पर विचार विमर्श किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के लिए सशक्त तीसरे ऐतिहासिक जनादेश और राष्ट्रपति मैक्रों के नेतृत्व में फ्रांस सरकार के गठन के बाद मंत्रियों के बीच यह पहली बैठक थी। बैठक में दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिकारी भी सम्मिलित हुए।

बैठक में मंत्रियों ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते, निवेश संरक्षण समझौते और भौगोलिक संकेतों पर समझौते के लिए चल रही वार्ता के संबंध में अब तक हुई प्रगति पर भी ध्यान केंद्रित किया। वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते को शीघ्र पूरा करने के लिए सशक्त राजनीतिक दिशा-निर्देशों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने साझा लेकिन अलग-अलग जिम्मेदारी (सीबीडीआर) के सिद्धांत के प्रति अधिक संवेदनशीलता और यूरोपीय संघ के देशों के बीच भारत के विकास पथ के लिए बेहतर समझ का आह्वान किया, जबकि इसकी सततता और सामाजिक प्रयासों को लागू किया जाना चाहिए।

इससे पहले दिन में श्री गोयल ने सुश्री प्राइमास के साथ 14 वें भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को संयुक्त रूप से संबोधित किया, जिसमें प्रमुख भारतीय और फ्रांसीसी सीईओ ने भाग लिया। श्री पीयूष गोयल ने आर्थिक सहयोग को प्रोत्साहन देने में उद्योग जगत के नेताओं द्वारा निभाई गई भूमिका को स्वीकार किया और फ्रांसीसी व्यापार जगत के नेताओं को भारत में अवसरों का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया, क्योंकि यह विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जिसमें आने वाले दो दशकों में 7-8 प्रतिशत की सतत आर्थिक वृद्धि होगी। भारतीय अर्थव्यवस्था आगामी कुछ वर्षों में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।

दोनों मंत्री फ्रांसीसी विदेश व्यापार सलाहकारों के एशिया प्रशांत फोरम (एपीएसी) 2024 के उद्घाटन में भी सम्मिलित हुए। वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने फ्रांसीसी मंत्री के समक्ष यूरोपीय संघ के हरित अर्थव्यवस्था उपायों जैसे कार्बन सीमा समायोजन तंत्र (सीबीएएम) और यूरोपीय संघ वनों की कटाई विनियमन (ईयूडीआर) के कारण भारतीय निर्यातकों के सामने आने वाली समस्याओं पर प्रकाश डाला। हालांकि, उन्होंने लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं सहित आर्थिक मुद्दों पर भारत और फ्रांस के बीच नियमित द्विपक्षीय वार्ता की सराहना की। श्री पीयूष गोयल ने आगे भारत के अग्रणी विनिर्माण गंतव्य बनने और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में और अधिक एकीकृत होने के दृष्टिकोण को रेखांकित किया। 27 से 29 नवंबर, 2024 तक नई दिल्ली में भारत और एशिया-प्रशांत के फ्रांसीसी विदेश व्यापार सलाहकारों (सीसीई) द्वारा आयोजित फोरम का मुख्य केंद्र बिंदु एशिया-प्रशांत क्षेत्र में व्यापार के अवसर; भू-राजनीतिक चुनौतियाँ, संरचनात्मक और परिचालन जोखिम; और भारत-प्रशांत क्षेत्र का विकास और इसमें भारत की भूमिका है। दोनों मंत्रियों ने भारत में निवेश करने वाली चयनित अग्रणी फ्रांसीसी कंपनियों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की।

फ्रांस, नीदरलैंड और जर्मनी के बाद यूरोपीय संघ में भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो वर्ष 2019-2020 में 11.26 बिलियन डॉलर से 34 प्रतिशत बढ़कर वर्ष 2023-24 में 15.11 बिलियन डॉलर हो गया है। अप्रैल-सितंबर 2024 में भारतीय निर्यात में 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे पेट्रोलियम उत्पादों, फार्मास्यूटिकल्स, दूरसंचार उपकरणों, सूती कपड़ों और ऑटो घटकों के लिए एक मजबूत बाजार मिला। अप्रैल 2000 से जून 2024 तक 11.24 बिलियन डॉलर के संचयी एफडीआई स्टॉक के साथ फ्रांस भारत में सबसे बड़े निवेशकों में से एक है। फ्रांसीसी अर्थव्यवस्था में हजारों नौकरियों सृजित करने वाली 70 से अधिक भारतीय कंपनियां हैं। वहीं, भारत में 750 से अधिक फ्रांसीसी कंपनियां ने निवेश किया है, जो 450,000 से अधिक लोगों को रोजगार दे रही हैं। पिछले वर्ष, भारत और फ्रांस ने "क्षितिज 2047: भारत-फ्रांस सामरिक साझेदारी के भविष्य की रूपरेखा" नामक रोडमैप को अपनाया था, जिसमें आगामी 25 वर्षों की विकास रूपरेखा स्वीकार की गई थी।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने पारस्परिक सौहार्द, मैत्री और सद्भावना की भावना को प्रदर्शित करते हुए फ्रांस की मंत्री सुश्री सोफी प्राइमास के सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया। इस प्रकार दिन भर चली बैठकों का समापन हुआ, जिसमें भारत और फ्रांस के बीच व्यापार, कारोबार, निवेश, गतिशीलता और नागरिकों के मध्य सशक्त संबंधों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

***

एमजी/केसी/एजे/एनजे


(Release ID: 2078311) Visitor Counter : 198


Read this release in: English