विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
संसद प्रश्न: राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी कार्यक्रम
Posted On:
27 NOV 2024 6:02PM by PIB Delhi
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), अपने राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी कार्यक्रम (एसएसटीपी) के द्वारा, एसटीआई पारिस्थितिकी तंत्र के छह घटकों के तहत प्रणालीगत हस्तक्षेप के द्वारा राज्य/यूटी स्तर पर विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार (एसटीआई) पारिस्थितिकी तंत्र को उत्प्रेरित करने के लिए तमिलनाडु राज्य सहित 28 राज्य/केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषदों के एस एंड टी सचिवालय को बजटीय सहायता के माध्यम से केंद्र-राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी (एसएंडटी) सहयोग का पोषण करता है। इन घटकों में अनुसंधान और विकास; संस्थागत और मानव क्षमता निर्माण; नवाचार; सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग; विज्ञान संचार और लोकप्रियकरण; और राज्य नीतियां शामिल हैं। यह कार्यक्रम बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) से संबंधित गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए तमिलनाडु राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद (टीएनएससीएसटी) सहित राज्य एस एंड टी परिषदों में स्थापित पेटेंट सूचना केंद्रों (पीआईसी) को भी समर्थन प्रदान करता है।
एसएसटीपी के तहत, जिला वार निधियों का आवंटन नहीं किया जाता है। पिछले 2 वर्षों और चालू वित्त वर्ष के दौरान एसएसटीपी के तहत टीएनएससीएसटी को स्वीकृत निधियों का विवरण नीचे दी गई तालिका में दिया गया है:
क्र. सं.
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वित्तीय वर्ष
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स्वीकृत धनराशि (लाख रुपये में)
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टीएनएससीएसटी के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सचिवालय को सहायता
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पीआईसी, टीएनएससीएसटी
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कुल
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1.
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2022-23
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93.99
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54.25
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148.24
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2.
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2023-24
|
92.49
|
--
|
92.49
|
3.
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2024-25 (21.11.2024 तक)
|
106.24
|
--
|
106.24
|
कुल
|
292.72
|
54.25
|
346.97
|
डीएसटी ने अनुसंधान एवं विकास अवसंरचना को मजबूत करने के लिए सस्त्र विश्वविद्यालय, तंजावुर को 658.86 लाख रुपये और तंजावुर कुंभकोणम, के सरकारी महिला महाविद्यालय को 30.17 लाख रुपये मंजूर किए हैं। इसके अतिरिक्त, बाजरा पर केंद्रित अनुसंधान एवं विकास के लिए राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान, तंजावुर (निफ्टेम-टी) को 86.95 लाख रुपये प्रदान किए गए। इसके अलावा, डीएसटी ने चालू वित्त वर्ष के दौरान तंजावुर जिले सहित तमिलनाडु भर के स्कूलों और कॉलेजों में राष्ट्रीय गणित दिवस और राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाने के लिए टीएनएससीएसटी को 20.00 लाख रुपये मंजूर किए हैं।
जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने तंजावुर जिले के संस्थानों में जैव प्रौद्योगिकी सूचना प्रणाली नेटवर्क, पर्यावरण जैव प्रौद्योगिकी, पशुधन, पशु और पादप जैव प्रौद्योगिकी तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य, खाद्य और पोषण जैसे क्षेत्रों में 896.01 लाख रुपये की 6 परियोजनाओं को वित्त पोषित किया है। इसके अतिरिक्त, डीबीटी ने अपनी स्टार कॉलेज योजना के तहत तंजावुर जिले में दो कॉलेजों अर्थात बॉन सेकॉर्स कॉलेज फॉर विमेन और ए. वीरिया वंदयार मेमोरियल श्री पुष्पम कॉलेज (स्वायत्त) को 249.62 लाख रुपये मंजूर किए हैं।
यह जानकारी केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।
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