संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
भारत विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (डब्ल्यूटीएसए) की मेज़बानी दिल्ली में करेगा
संचार विभाग (डीओटी) ने डब्ल्यूटीएसए 2024 के लिए छात्रों और शिक्षाविदों तक पहुँच की शुरुआत की
दूरसंचार उद्योग और शिक्षा क्षेत्र के प्रमुख विशेषज्ञों ने डब्ल्यूटीएसए, आईटीयू और वैश्विक संपर्क और नवाचार को बढ़ावा देने में दूरसंचार मानकों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में छात्रों के साथ चर्चा की
Posted On:
26 SEP 2024 7:38PM by PIB Delhi
भारत विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (डब्ल्यूटीएसए 2024) की मेज़बानी करने के लिए तैयार है, दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने डब्ल्यूटीएसए 2024 आउटरीच सत्र शुरू करके इसकी शुरुआत कर दी है। दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरु में आयोजित आउटरीच सत्रों का उद्देश्य छात्रों को सीखने और उद्योग विशेषज्ञों के साथ सीधे जुड़ने के लिए एक विशिष्ट मंच प्रदान करना। साथ ही ये सार्थक बातचीत और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है। आईटीयू के 150 वर्षों के इतिहास में पहली बार भारत में 14 से 24 अक्टूबर 2024 तक डब्ल्यूटीएसए 2024 का आयोजन किया जा रहा है। इसमें 190 से अधिक देशों के वैश्विक नेता और दूरसंचार क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
आउटरीच सत्र दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय (दिल्ली), भारतीय विज्ञान संस्थान (बैंगलोर) और भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (हैदराबाद) में 26 सितम्बर को आयोजित किए गए। आईटीयू, राष्ट्रीय संचार अकादमी, दूरसंचार इंजीनियरिंग केंद्र के प्रमुख गणमान्य व्यक्ति, वरिष्ठ प्रोफेसर और दूरसंचार उद्योग के प्रमुख विशेषज्ञों ने छात्रों से डब्ल्यूटीएसए, आईटीयू और वैश्विक कनेक्टिविटी और नवाचार को बढ़ावा देने में दूरसंचार मानकों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में चर्चा की। सत्रों में इस बात पर बल दिया गया कि कैसे मानकीकरण 5जी और आगामी 6जी जैसी तकनीकों का समर्थन करता है, अंतर-संचालन सुनिश्चित करता है और वैश्विक दूरसंचार के भविष्य को प्रभावित करता है।
इस कार्यक्रम में तीनों संस्थानों के 500 से अधिक छात्रों शामिल हुए। इसके अलावा 450 से अधिक प्रतिभागी ऑनलाइन मोड में कार्यक्रम में शामिल हुए। ये सत्र युवाओ को दूरसंचार क्षेत्र में भारत के नेतृत्व को आकार देने में दूरसंचार मानक के महत्व को समझने का एक अवसर था । इसमें उन तरीकों के बारे में भी बताया गया, जिनके द्वारा वे दूरसंचार के भविष्य को आकार देने में योगदान दे सकते हैं।
राष्ट्रीय संचार अकादमी महानिदेशक श्री देब कुमार चक्रवर्ती, डब्ल्यूटीएसए-24 चेयर डेजिग्नेट श्री आर.आर. मित्तर, डीटीयू कुलपति प्रोफेसर प्रतीक शर्मा, आर्टपार्क निदेशक प्रोफेसर भारद्वाज अमृतुर, आईआईएससी श्री अतुल सिन्हा, श्री राजेश गुप्ता, उप महानिदेशक श्री अविनाश अग्रवाल और दूरसंचार विभाग तथा इसके क्षेत्रीय कार्यालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभागियों के साथ बहुमूल्य जानकारी साझा की। कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए दूरसंचार विभाग के प्रवक्ता श्री हेमेंद्र के शर्मा ने कहा कि भारत द्वारा डब्ल्यूटीएसए-2024 की मेजबानी वैश्विक दूरसंचार एजेंडे को प्रभावित करने का एक अवसर है, क्योंकि देश 6जी और उससे आगे की प्रगति के लिए तैयारी कर रह हैं।
डब्ल्यूटीएसए आउटरीच सत्र के बाद दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने 5जी-6जी हैकाथॉन 2024 शुरू किया, इसे भारत की अनूठी जरूरतों के अनुरूप नवाचारों और अनुप्रयोगों की पहचान करने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये अगली पीढ़ी की दूरसंचार प्रौद्योगिकियों के विकास को बढ़ावा देता है। हैकाथॉन ने सरकार, शिक्षाविदों और उद्योग से दूरसंचार हितधारकों सहित कई प्रकार के प्रतिभागियों को आकर्षित किया।
हैकाथॉन के प्रतिभागियों का लक्ष्य 5जी, 6जी और इससे जुड़ी प्रौद्योगिकियों की क्षमताओं का उपयोग करके भारत-विशेष
उपयोग के मामलों को विकसित करना है।
डब्ल्यूटीएसए 2024 के बारे में:
भारत 15 से 24 अक्टूबर तक नई दिल्ली में विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (डब्ल्यूटीएसए) की मेजबानी करके दूरसंचार क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण छाप छोड़ने के लिए तैयार है। यह पहली बार होगा जब एशिया में इस तरह का महत्वपूर्ण आईटीयू मानक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। वैश्विक दूरसंचार मानकों के भविष्य को आकार देने के लिए 190 से अधिक देश एकत्रित होंगे, जो वैश्विक दूरसंचार उद्योग में भारत के बढ़ते प्रभाव को उजागर करेगा।
यह वैश्विक प्रौद्योगिकी परिदृश्य में देश के बढ़ते महत्व को भी दर्शाता है। डब्ल्यूटीएसए एक चार साल का कार्यक्रम है और आईटीयू (अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ) मानकीकरण क्षेत्र (आईटीयू-टी) के शासी सम्मेलन के रूप में कार्य करता है। यह अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ द्वारा आयोजित तीन विश्व सम्मेलनों में से एक है, जो संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के भीतर एक इकाई है। यह कार्यक्रम वैश्विक दूरसंचार मानकों को स्थापित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे भारत की डब्ल्यूटीएसए की मेजबानी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन जाती है।
डब्ल्यूटीएसए साइड इवेंट्स के बारे में:
डब्ल्यूटीएसए 2024 में आईटीयू कैलिडोस्कोप कॉन्फ्रेंस (21-23 अक्टूबर 2024), आईटीयू प्रदर्शनी (14-24 अक्टूबर 2024), नेटवर्क ऑफ़ वीमेन (17 अक्टूबर 2024) और एआई फ़ॉर गुड (18 अक्टूबर 2024) जैसे अन्य उल्लेखनीय इवेंट का भी आयोजन होगा। इससे क्षेत्र में संवाद को समृद्ध बनाने और समावेशिता को बढ़ावा देने दिया जायेगा। अधिक जानकारी www.delhiwtsa24.in पर उपलब्ध है।
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