जल शक्ति मंत्रालय
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स्वच्छता ही सेवा 2024 के लिए पूर्वावलोकन कार्यक्रम: स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत परिवर्तनकारी स्वच्छता के एक दशक का जश्न

Posted On: 13 SEP 2024 10:53PM by PIB Delhi

नई दिल्ली 13 सितंबर, 2024: जल शक्ति मंत्रालय और आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) ने 13 सितंबर को सुषमा स्वराज भवन में कर्टेन रेज़र इवेंट के साथ स्वच्छता ही सेवा (एसएचएस) 2024 अभियान की शुरुआत की। यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) अपनी दसवीं वर्षगांठ मनाने की तैयारी कर रहा है।

एसएचएस 2024 की थीम 'स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता' का उद्देश्य पूरे भारत में स्वच्छता के लिए सामूहिक कार्रवाई और नागरिक भागीदारी की भावना को फिर से जगाना है, जिसमें 'संपूर्ण समाज दृष्टिकोण' के अंतर्गत तीन प्रमुख स्तंभों पर ध्यान केंद्रित किया गया है:

  • स्वच्छता लक्ष्य इकाइयाँ (सीटीयू) - श्रमदान गतिविधियाँ जिनका उद्देश्य लक्ष्य इकाइयों और सामान्य स्वच्छता का समयबद्ध परिवर्तन करना है।
  • स्वच्छता में जन भागीदारी - सार्वजनिक भागीदारी, जागरूकता और समर्थन को बढ़ावा देना।
  • सफाई मित्र सुरक्षा शिविर - इलाज स्वास्थ्य जाँच आयोजित करना और सफाई कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना।

लोकार्पण कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ:

इस कार्यक्रम में माननीय केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य और बिजली मंत्री श्री मनोहर लाल, माननीय केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी आर पाटिल, राज्य मंत्री, सचिव और मिशन निदेशक उपस्थित थे। प्रेस वार्ता के बाद पूर्वावलोकन किया गया।

श्री मनोहर लाल ने स्वच्छ भारत मिशन पर विचार करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसे 2014 में माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में शुरू किया गया था। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि चूंकि अपशिष्ट उत्पादन एक मानव निर्मित मुद्दा है, इसलिए इसे संभालना और साफ करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने मिशन की उपलब्धियों के बारे में बताया, जैसे कि अब 73 प्रतिशत कचरे को परिष्कृत किया जा रहा है और 4,000 शहरों में 97 प्रतिशत तक कचरा संग्रह हो रहा है और 2021 से 427 कचरा स्थलों की सफाई की गई है। श्री मनोहर लाल ने मीडिया से एसएचएस को बढ़ावा देने में सक्रिय रूप से शामिल होने का भी आह्वान किया, बल्कि स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों (सीटीयू) को अपनाने की वकालत करके, जिसके लिए पोर्टल पर 1 लाख से अधिक सीटीयू की पहचान की गई है। उन्होंने उनसे समुदायों को स्वच्छता पहल में शामिल होने के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया।

केंद्रीय मंत्री सी आर पाटिल ने स्वच्छता को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाने में महात्मा गांधी और प्रधानमंत्री के अपार योगदान को स्वीकार किया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि प्रधानमंत्री मोदी की व्यक्तिगत भागीदारी और नेतृत्व ने स्वच्छता प्रयासों के लिए प्रभाव और संसाधन आवंटन को काफी बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के पहले 5 वर्षों के दौरान 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के बजटीय परिव्यय की तुलना में 2020-2025 की अवधि के लिए 1 लाख 40 हज़ार करोड़ रुपये का बजटीय परिव्यय आवंटित किया है। आज की तारीख में लगभग 2 लाख 92 हज़ार ओडीएफ प्लस मॉडल गाँव हैं, जो भारत के ग्रामीण गाँवों का 50 प्रतिशत से अधिक है, जिसमें 5 लाख 53 हज़ार से अधिक ओडीएफ प्लस गाँव, साढ़े 3 लाख से अधिक अपशिष्ट संग्रह और पृथक्करण शेड और अब तक बनाए गए 11 करोड़ 60 लाख से अधिक शौचालय शामिल हैं।

अतिरिक्त मुख्य विशेषताएं:

  • मेगा स्वच्छता अभियान: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सफाई गतिविधियाँ, नागरिकों और साझेदारो की व्यापक भागीदारी के साथ, सी.टी.यू. के रूप में पहचाने गए चुनौतीपूर्ण कचरा स्थलों पर ध्यान केंद्रित करना।
  • सफाई मित्र सुरक्षा शिविर: स्वास्थ्य जांच, सुरक्षा गियर वितरण और सामाजिक कल्याण योजनाओं तक पहुँच के माध्यम से सफाई कर्मचारियों का समर्थन करने वाले शिविर।
  • सांस्कृतिक उत्सव और स्वच्छ खाद्य गलियाँ: सांस्कृतिक कार्यक्रमों, कलात्मक ‘अपशिष्ट से कला’ कार्यक्रमो और स्वच्छ खाद्य गलियाँ के माध्यम से सामुदायिक सहभागिता जो अभियान के मूल्यों को मूर्त रूप देती हैं।
  • सार्वजनिक भागीदारी और समर्थन : स्वच्छता के लिए स्वामित्व और जिम्मेदारी को बढ़ाने के लिए रैलियों, मैराथन और सामुदायिक चर्चाओं के माध्यम से नागरिकों को संगठित करना।

कार्यक्रम को एसबीएम-जी और एमओएचयूए के सचिव, अतिरिक्त सचिव, एमओआरडी और सचिव एमओपीआर ने भी संबोधित किया। सचिव डीडीडब्ल्यूएस ने लोगों, जन भागीदारी, और जन समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करते हुए एसएचएस के लिए की गई प्रगति और आगे के मार्ग के बारे में बताया। सचिव एमओएचयूए ने अभियान की मुख्य बातें साझा कीं।

इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण आकर्षण राज्यों की भागीदारी और राज्य के गणमान्य व्यक्तियों के साथ एक ऑनलाइन बातचीत थी।

कार्यक्रम का समापन स्वच्छता शपथ के साथ हुआ, जिसमें स्वच्छता के प्रति राष्ट्र की प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई, जिसके बाद राष्ट्रगान हुआ।

आंदोलन में शामिल हों:

अधिक जानकारी के लिए, आधिकारिक स्वच्छता ही सेवा 2024 पोर्टल https://swachhatahiseva.gov.in पर जाएँ।

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एमजी/एआर/एसके



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