खान मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

महत्वपूर्ण उद्योगों के लिए भारी धातुओं के भंडार की आवश्यकता

Posted On: 05 AUG 2024 6:08PM by PIB Delhi

भारत में भारी धातुओं और महत्वपूर्ण खनिजों के कुछ भंडार हैं, जो ली-आयन बैटरी, सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी और कंप्यूटिंग जैसे महत्वपूर्ण उद्योगों के लिए आवश्यक हैं। हालांकि,  ये भंडार किस हद तक महत्वपूर्ण और वित्तीय रूप से व्यवहार्य हैं, यह भिन्न-भिन्न है। ये भंडार देश के विभिन्न क्षेत्रों में फैले हुए हैं, जहां पहुंच और निष्कर्षण व्यवहार्यता के स्तर भिन्न-भिन्न हैं। विवरण इस प्रकार हैं:

  1. लिथियम - भारत ने कर्नाटक और जम्मू एवं कश्मीर में लिथियम भंडार की खोज की है।
  2. कोबाल्ट और निकेल - कोबाल्ट और निकेल आम तौर पर तांबे के अयस्कों के साथ पाए जाते हैं। ओडिशा और झारखंड में इनके छोटे भंडार मौजूद हैं। भारत के भंडार अपेक्षाकृत मामूली हैं।
  3. दुर्लभ मृदा तत्व (आरईई) - आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा और केरल में दुर्लभ मृदा तत्वों के महत्वपूर्ण भंडार हैं। केरल में मोनाजाइट रेत विशेष रूप से आरईई से समृद्ध है।
  4. ग्रेफाइट - भारत में उच्च गुणवत्ता वाले ग्रेफाइट का पर्याप्त भंडार है। ग्रेफाइट अरुणाचल प्रदेश, झारखंड और तमिलनाडु में पाया जाता है।
  1. इसके अलावा,  1 अप्रैल 2020 तक राष्ट्रीय खनिज सूची (एनएमआई) के अनुसार, महत्वपूर्ण खनिजों के भंडार/संसाधन अनुलग्नक-I में दिए गए हैं।

वर्तमान में, उत्पादन प्रयोजनों के लिए देश में कोबाल्ट, निकल, लिथियम और नियोडिमियम के लिए कोई कार्यशील खनन पट्टा नहीं है।

हालांकि, भारत में कुछ महत्वपूर्ण धातुओं का खनन और उत्पादन होता है, यद्धपि यह अभी भी अपनी मांग को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर आयात पर निर्भर करता है। देश में महत्वपूर्ण खनिजों, जैसे ग्रेफाइट, रॉक फॉस्फेट और टिन अयस्क के 54 खनन पट्टे हैं और उनका विवरण इस प्रकार है:

खनिज

पट्टों की संख्या

कार्यरत

गैर कार्यरत

ग्रेफाइट

32

9

23

रॉक फॉस्फेट

7

6

1

टिन अयस्क

15

5

10

कुल योग

54

20

34

 

अगले कुछ वर्षों में कोबाल्ट, निकल, लिथियम, नियोडिमियम आदि जैसे महत्वपूर्ण खनिजों की अनुमानित वार्षिक आवश्यकता निम्नानुसार है:

(टन में)

खनिज

2025

2026

2027

2030

कोबाल्ट

17

49

147

3,878

लिथियम

58

174

517

13,671

निकल

2,629

3,057

6,663

17,492

नियोडिमियम

223

261

830

766

 

ऐसे संसाधनों की खोज के लिए उठाए जा रहे कदमों के संबंध में, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) महत्वपूर्ण खनिजों/धातुओं की खोज में शामिल है, जिसमें उन क्षेत्रों की खोज पर विशेष जोर दिया गया है, जो महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों के लिए संभावित हैं और इसने देश भर में अन्वेषण परियोजनाओं की संख्या बढ़ाने पर बल दिया है। जीएसआई ने महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों के लिए अपनी अन्वेषण परियोजनाओं को 2021-22 में 118 से बढ़ाकर 2024-25 में 196 कर दिया है। एमएमडीआर अधिनियम, 2015 में संशोधन के बाद से, विभिन्न कट ऑफ और विभिन्न औसत ग्रेड पर महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों के लिए जीएसआई द्वारा संवर्धित संचयी संसाधन का विवरण इस प्रकार है:

क्र.सं.

माल

संसाधन

(मिलियन टन में)

1

दुर्लभ मृदा तत्व (आरईई) अयस्क

230.0

2

लिथियम

12.3

3

गैलियम अयस्क

74.0

4

ग्रेफाइट अयस्क

32

5

नियोबियम अयस्क

282.0

6

वैनेडियम अयस्क

71.0

7

कोबाल्ट

275 टन

8

टिन का अयस्क

3.0

9

टंगस्टन अयस्क

21.5

10

मोलिब्डेनम अयस्क

1.7

11

प्लैटिनम समूह तत्व (पीजीई) अयस्क

1.0

12

निकल अयस्क

4.7

 

महत्वपूर्ण और गहराई में स्थित खनिजों की खोज को बढ़ावा देने के लिए, गहराई में स्थित 29 खनिजों के लिए अन्वेषण लाइसेंस नामक एक नई खनिज रियायत शुरू की गई है, जिनमें से कई महत्वपूर्ण खनिज हैं, जो लाइसेंसधारक को इन खनिजों के लिए निगरानी और खोज कार्य करने की अनुमति देगा। जीएसआई ने राज्य सरकारों को अन्वेषण लाइसेंस के रूप में नीलामी के लिए 20 ब्लॉक सौंपे हैं, जिनमें से 12 ब्लॉक राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ द्वारा नीलामी के लिए अधिसूचित किए गए हैं।

अन्वेषण में निजी भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए खान मंत्रालय ने 23 निजी अन्वेषण एजेंसियों (एनपीईए) को अधिसूचित किया है। ये एजेंसियां ​​राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण ट्रस्ट (एनएमईटी) से वित्त पोषण के माध्यम से अन्वेषण परियोजनाएं शुरू कर रही हैं।

ऐसे संसाधनों के खनन के संबंध में, केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 में "खान और खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957" में संशोधन किया है, ताकि केंद्र सरकार को एमएमडीआर अधिनियम, 1957 की अनुसूची- I  के भाग डी में उल्लिखित 24 महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों के लिए विशेष रूप से ब्लॉकों की नीलामी करने का अधिकार दिया जा सके। अब तक खनिजों अर्थात् लिथियम, दुर्लभ मृदा तत्व (आरईई), ग्रेफाइट, वैनेडियम, निकेल, क्रोमियम, ग्लूकोनाइट, प्लेटिनम ग्रुप ऑफ एलिमेंट्स (पीजीई) और फास्फोराइट वाले 14 महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों (खनन पट्टा-2, संयुक्त लाइसेंस-12) की सफलतापूर्वक नीलामी की गई है। ये ब्लॉक बिहार, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में फैले हुए हैं। इससे पहले, राज्य सरकारों ने महत्वपूर्ण खनिजों के 30 ब्लॉकों की नीलामी की थी। अब तक, केन्द्र सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा महत्वपूर्ण खनिजों के कुल 44 ब्लॉकों की नीलामी नीचे दी गई तालिका के अनुसार की गई है-

खनिज

नीलाम किए गए ब्लॉक

खनन पट्टा

संयुक्त लाइसेंस

बेस मेटल

4

0

4

ग्लौकोनाइट (पोटाश)

5

0

5

ग्रेफाइट

14

6

8

ग्रेफाइट वैनेडियम

2

1

1

लिथियम और दुर्लभ मृदा तत्व

(आरईई)

 

1

 

0

 

1

निकल, क्रोमियम और संबद्ध प्लैटिनम समूह तत्व खनिज

 

 

4

 

 

0

 

 

4

फास्फोराइट

6

1

5

रॉक फॉस्फेट

4

1

3

ग्रेफाइट और मैंगनीज

2

2

0

बेसमेटल एवं संबद्ध खनिज

2

0

2

कुल योग

44

11

33

यह जानकारी केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने आज (5 अगस्त 2024) राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में दी।

अनुलग्नक-I

1 अप्रैल 2020 तक एनएमआई के अनुसार, महत्वपूर्ण खनिजों के भंडार/संसाधन

क्र.सं.

खनिज

इकाई

भंडार

शेष

संसाधन

कुल संसाधन

1.

कोबाल्ट (अयस्क)

मिलियन टन

0

45

45

2.

ग्रेफाइट

टन

85,63,411

20,30,60,176

21,16,23,587

3.

मोलिब्डेनम

अयस्क

टन

0

2,72,03,398

2,72,03,398

एमओएसओ2 समेत

टन

0

16,890.56

16,890.56

4.

निकल अयस्क

मिलियन टन

0

189

189

5.

रॉक फॉस्फेट

टन

3,08,76,093

28,03,77,392

31,12,53,485

6.

प्लैटिनम धातु समूह

टन धातु

समेत

0

20.92

20.92

7.

पोटाश *

मिलियन टन

0

23,091

23,091

8.

दुर्लभ मृदा तत्व

(आरईई)

टन

0

4,59,727

4,59,727

9.

टिन

 

 

 

 

अयस्क

टन

2,101

8,37,20,794

8,37,22,895

धातु

टन

973.99

1,02,782.91

1,03,756.90

10.

टाइटेनियम @

टन

1,59,98,625

41,11,08,526

42,71,07,150

11.

टंगस्टन

अयस्क

टन

0

8,94,32,464

8,94,32,464

धातु

टन

0

1,44,650.07

1,44,650.07

12.

वैनेडियम

 

 

 

 

अयस्क

टन

0

2,46,33,855

2,46,33,855

वी2ओ5 समेत

टन

0

64,594.01

64,594.01

13.

जिक्रोन

टन

6,69,466

16,74,435

23,43,901

आंकड़े पूर्णांकित हैं

*इसमें ग्लौकोनाइट, पॉलीहैलाइट, सिल्वाइट शामिल हैं।

@ इसमें इल्मेनाइट, रूटाइल, ल्यूकोक्सीन और एनास्टेस शामिल हैं।

******

एमजी/एआर/आईएम/एसके


(Release ID: 2041846) Visitor Counter : 335


Read this release in: English , Hindi_MP