कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय

कौशल विकास के माध्यम से गोवा में नौकरियां

Posted On: 24 JUL 2024 3:15PM by PIB Delhi

कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) भारत सरकार के कौशल भारत मिशन (एसआईएम) के तहत विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कौशल विकास केंद्रों/संस्थानों आदि के व्यापक नेटवर्क के जरिए कौशल, पुनःकौशल और कौशल को उन्नत करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करता है। इनमें प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई), जन शिक्षण संस्थान (जेएसएस), राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना (एनएपीएस) और शिल्पकार प्रशिक्षण योजना (सीटीएस) शामिल हैं। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के माध्यम से गोवा राज्य सहित देश भर में समाज के सभी वर्गों को कौशल प्रशिक्षण दिया जाता है। एसआईएम का उद्देश्य भारत के युवाओं को उद्योग से संबंधित कौशल से लैस करके भविष्य के लिए तैयार करना है।

एमएसडीई की योजनाओं में, पीएमकेवीवाई के शॉर्ट-टर्म ट्रेनिंग (एसटीटी) घटक में प्लेसमेंट को योजना के पहले तीन संस्करणों में ट्रैक किया गया था, जो कि पीएमकेवीवाई 1.0, पीएमकेवीवाई 2.0 और पीएमकेवीवाई 3.0 हैं। इन तीनों योजनाओं को वित्त वर्ष 2015-16 से वित्त वर्ष 2021-22 तक लागू किया गया है। प्लेसमेंट को पीएमकेवीवाई 4.0 से अलग कर दिया गया है, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 से कार्यान्वयन के तहत योजना का वर्तमान संस्करण है। पीएमकेवीवाई के एसटीटी घटक के तहत, गोवा राज्य में 2021-22 तक पांच वर्षों के दौरान 892 उम्मीदवारों को नियुक्त किया गया।

एमएसडीई ने अपने स्वायत्त संस्थान यानी राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (एनआईईएसबीयूडी) के माध्यम से गोवा राज्य सहित देश में उद्यमिता विकास को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहल की हैं। एनआईईएसबीयूडी निम्नलिखित कार्यक्रमों के अंतर्गत उभरते उद्यमियों को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान कर रहा है:-

(i) आजीविका संवर्धन के लिए कौशल अधिग्रहण और ज्ञान जागरूकता (संकल्प) योजना के तहत क्षमता निर्माण, इनक्यूबेशन सहायता, मार्गदर्शन और सहायता के माध्यम से उद्यमशील माहौल को मजबूत करने को स्वीकृति। इस संस्थान ने संकल्प परियोजना के अंतर्गत गोवा में 335 लाभार्थियों को उद्यमिता विकास कार्यक्रम संबंधी प्रशिक्षण दिया है।

(ii) संस्थान ने एनएसटीआई/आईटीआई में जागरूकता और संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए परियोजनाओं को क्रियान्वित किया है। इसके बाद औद्योगिक मूल्य संवर्धन के लिए कौशल सुदृढ़ीकरण (एसटीआरआईवीई) परियोजना के अंतर्गत उद्यमिता विकास कार्यक्रम (ईडीपी) और उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम (ईएपी) के लिए संभावित उद्यमियों का चयन किया है। एसटीआरआईवीई परियोजना के अंतर्गत, संस्थान ने गोवा राज्य में 522 लाभार्थियों के लिए उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम और 252 लाभार्थियों के लिए उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किया है।

इनके अलावा, सरकार ने देश भर में रोजगार और/या सूक्ष्म उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई), उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाएं, पीएम गतिशक्ति पहल, पीएम स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि योजना) आदि जैसी विभिन्न पहल की हैं। इन पहलों के अलावा, मेक इन इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया, डिजिटल इंडिया आदि जैसे सरकार के विभिन्न प्रमुख कार्यक्रम भी रोजगार/उद्यमिता के अवसर पैदा करने की दिशा में काम कर रहे हैं।

यह जानकारी कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयंत चौधरी ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

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