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वाइब्रेंट गुजरात समिट 2024 में गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जीईएम)

Posted On: 11 JAN 2024 8:23PM by PIB Delhi

गांधीनगर के गिफ्ट सिटी में 'वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024' का 10वां आयोजन जोरशोर से चल रहा है जो 12 जनवरी, 2024 तक जारी रहेगा। यह देश में अब तक का सबसे बड़ा वैश्विक व्यापार सम्‍मेलन है, जिसमें अतिथि देश के तौर पर 100 देशों और साझेदार के तौर पर 33 देशों की भागीदारी होगी। यह सफलता के शिखर सम्‍मेलन के तौर पर वाइब्रेंट गुजरात के 20 साल के आयोजन का भी प्रतीक है। यह प्रदर्शनी प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और 'विकसित भारत@2047'के दृष्टिकोण की याद दिलाती है। 'गेटवे टू द फ्यूचर' की थीम पर केंद्रित यह शिखर सम्मेलन दुनिया भर से सर्वोत्तम एवं सबसे नवोन्‍मेषी समाधानों को सामने लाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ है।

जीईएम के सीईओ श्री पी.के. सिंह ने 'ई-कॉमर्स: बिजनेस एट फिंगर स्ट्रिप्‍स' विषय पर आयोजित उद्घाटन सत्र के दौरान दर्शकों को संबोधित करते हुएआज यहां मुख्य भाषण दिया। उन्‍होंने अपने संबोधन में सार्वजनिक खर्च को उपयुक्‍त बनाते हुए देश भर में समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए जीईएम के परिचालन में हो रहे विस्तार पर प्रकाश डाला। उन्‍होंने 'आत्मनिर्भर भारत' को बढ़ावा देने में गुजरात के जबरदस्त योगदान को स्वीकार करते हुए कहा कि इस राज्य ने वित्त वर्ष 2023-24 (31 दिसंबर, 2023 तक) में जीईएम के जीएमवी में 9,206 करोड़ रुपये का योगदान किया जो पिछले वित्त वर्ष में की गई कुल खरीद से 16 प्रतिशत अधिक है। जीईएम की स्थापना के बाद से अब तक गुजरात के एमएसई द्वारा 23,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के ऑर्डर पूरे किए गए हैं। यह प्लेटफॉर्म जीईएम पर पंजीकृत गुजरात के एमएसई विक्रेताओं/सेवा प्रदाताओंको 1,300 से अधिक सरकारी विभागों और संस्थाओं से जोड़ने में काफी मददगार रहा है।

श्री सिंह ने अपने संबोधन में बाजार संपर्क बनाने और पूंजी तक पहुंच में तेजी लाने के लिए जीईएम द्वारा की गई विभिन्न पहलों को रेखांकित किया। उन्‍होंने कहा कि दूरदराज के विक्रेताओं एवं सेवा प्रदाताओं को पंजीकरण में पर्याप्त सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने दुनिया के तीसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक खरीद प्‍लेटफॉर्म बनने के लिए इस डिजिटल प्लेटफॉर्म की विकास योजना पर भी प्रकाश डाला।

जीईएम के एसीईओ वाई. के. पाठक ने समापन सत्र में 'जमीनी स्तर पर समावेशन' विषय पर चर्चा के दौरान भविष्य की प्रौद्योगिकी, नवाचार एवं क्षमताओं से संबंधित विषयों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने ई-कॉमर्स माध्‍यमों के जरिये सार्वजनिक खरीद की मूल्‍य श्रृंखला में छोटे-मोटे विक्रेताओं को निर्बाध तरीके से शामिल करते हुए समावेशी विकास सुनिश्चित करने में एक डिजिटल टूल के तौर पर जीईएम की भूमिका को भी उजागर किया।

वाइब्रेंट गुजरात फोरम ने जीईएम के लिए दुनिया भर के राष्ट्राध्यक्षों, नीति निर्माताओं, अग्रणी थिंकटैंकों, राजनयिकों, शीर्ष उद्योगपतियों और कारोबार जगत के अधिकारियों के सामने अपनी सफलता की कहानी उजगार करने के लिए एक असाधारण अवसर प्रदान किया। इसने सार्वजनिक खरीद में निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल साधन की ताकत को प्रदर्शित करने के लिए जीईएम को एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्मप्रदान किया।

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