वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय

नई दिल्ली में 27वें डब्ल्यूएआईपीए विश्व निवेश सम्मेलन की मेजबानी करेगा भारत


2023 का सम्मेलन अब तक का सबसे बड़ा विश्व निवेश सम्मेलन होगा

सम्मेलन में 1000 से अधिक प्रतिभागी, 50 निवेश संवर्धन एजेंसियां और विभिन्न बहुपक्षीय एजेंसियां भाग लेंगी

भारत में पहली बार विश्व निवेश सम्मेलन का आयोजन हो रहा है

इन्वेस्ट इंडिया एक्सपीरियंस इंडिया सेंटर बनाएगा। यहां पायलट प्रदर्शनी के जरिए सेवा, प्रौद्योगिकी और उत्पादों में भारत के सर्वोत्तम प्रस्तावों को पेश किया जाएगा

Posted On: 09 DEC 2023 8:26PM by PIB Delhi

भारत सरकार की राष्ट्रीय निवेश संवर्धन और सुविधा एजेंसी और उद्योग व आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के तत्वावधान में विश्व निवेश संवर्धन एजेंसियों के संगठन (डब्ल्यूएआईपीए) के वर्तमान अध्यक्ष इन्वेस्ट इंडिया की ओर से नई दिल्ली में 11-14 दिसंबर, 2023 तक इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर के यशोभूमि में 27वें विश्व निवेश सम्मेलन (डब्ल्यूआईसी) की मेजबानी की जाएगी। इस वर्ष के सम्मेलन का विषय 'निवेशकों को सशक्त बनाना : आईपीए भविष्य के विकास में अग्रणी' है।

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल 13 दिसंबर, 2023 को सम्मेलन के खास दिन व्यापार और निवेश की भूमिका पर अपने विचार रखेंगे। मंत्री निजी इक्विटी पर गोलमेज़ बैठक की भी अध्यक्षता करेंगे।

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल एक्सपीरियंस इंडिया सेंटर’ (ईआईसी) का भी शुभारंभ करेंगे। यह एक्सपीरियंस इंडिया सेंटर, भारत की सर्वोत्तम नवाचारों का प्रदर्शन करेगा। इसमें मुख्यतः वर्चुअल रियलटी, संवर्धित वास्तविकता, इंटरैक्टिव टच स्क्रीन और प्रोजेक्शन मैपिंग सहित विभिन्न प्रौद्योगिकियों के माध्यम से सेवाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। ईआईसी दुनिया भर के प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों को भारत के कुछ प्रमुख स्टार्टअप के साथ जुड़ने व बातचीत का अवसर देगा। साथ ही भारत के समृद्ध उत्पाद, सेवा व पर्यटन क्षेत्र में पेशकश के बारे में जानने, स्पर्श/महसूस करने, खुश्बू, विजन, ध्वनि और अन्य आत्म-अन्वेषण साधन जैसे गहन अनुभव के माध्यम से इसकी जीवंत संस्कृति का अनुभव करने का अवसर भी देगा। स्टार्टअप भारत की उभरती स्वदेशी क्षमताओं और इसके उभरते वैश्विक नेतृत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं। खास तरह की पेंटिंग के जरिए भारत और यहां की जीवंत परंपराओं में मधुबनी, कथा, वारली और माता नी पचेड़ी जैसी परंपराओं को प्रदर्शित किया गया।

डब्ल्यूआईसी डब्ल्यूएआईपीए का महत्वपूर्ण वार्षिक कार्यक्रम है, जो वैश्विक निवेश प्रोत्साहन और नवाचार करने वालों के लिए मंच के रूप में काम करता है। इस वर्ष सम्मेलन में निवेश नीतियों और रुझानों पर चर्चा करने के लिए आईपीए, अंतर्राष्ट्रीय संगठन, शिक्षाविद और स्टार्टअप सहित निजी क्षेत्र एक साथ आएंगे। इससे सहयोग, व्यापार, निवेश और ज्ञान साझा करने का अनूठा अवसर प्रदान करने का मौका मिलेगा।

चार दिनों की अवधि में यह अब तक का सबसे बड़ा डब्ल्यूआईसी बनने जा रहा है। इसमें 1000 से अधिक आगंतुक, 50 से अधिक आईपीए और विभिन्न बहुपक्षीय एजेंसियों की भागीदारी होगी।

कुछ प्रमुख सत्रों में सतत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर जी20 देशों के आईपीए और जी20 संग्रह के आईपीए की बैठक, विकास गठबंधन के लिए विश्व निवेश (डब्ल्यूआईडी) की बैठक, यूएनसीटीएडी, डब्ल्यूईएफ, डब्ल्यूबीजी, यूएनईएससीएपी और डब्ल्यूएआईपीए सहित 13 बहुपक्षीय संगठनों का गठबंधन और ' भारत में अवसर : तेजी से विकास के लिए तैयार एक उभरती अर्थव्यवस्था में निवेश' विषय पर गोलमेज बैठक शामिल है। इन्वेस्ट इंडिया ई-कॉमर्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, टिकाऊ वस्त्र और उत्तरदायी कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे प्रमुख विषयों पर श्वेत पत्र भी जारी कर सकता है।

अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं की मेजबानी करने के अलावा डब्ल्यूआईसी में डीपीआईआईटी के सचिव श्री राजेश कुमार सिंह, वाणिज्य विभाग के सचिव श्री सुनील बर्थवाल, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के महानिदेशक डॉ़ अजय माथुर, थर्डआईटेक की सहसंस्थापक सुश्री वृंदा कपूर, पेटीएम के संस्थापक और सीईओ श्री विजय शेखर शर्मा, इंफो एज के संस्थापक और कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री संजय बिखचंदानी जैसे वक्ता भी अपने विचार रखेंगे। डीपी वर्ल्ड, आईकेईए, विप्रो, इक्विनोर और आर्डिनो जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रतिनिधि भी सम्मेलन में भाग लेंगे। सऊदी अरब, आर्मेनिया और टोगो के व्यापार व निवेश मंत्रियों के भी सम्मेलन को संबोधित करने की उम्मीद है। सम्मेलन ' द स्टार्टअप इन्वेस्टर कनेक्ट प्रोग्राम ' की भी मेजबानी करेगा। इसे विभिन्न क्षेत्रों से उद्यम पूंजी कोष और अंतर्राष्ट्रीय स्टार्टअप्स को जुड़ने के लिए मंच प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य वित्त पोषण को सुविधाजनक बनाना और अत्याधुनिक नवाचार को फैलाना है।

व्यापक विषय के साथ डब्ल्यूआईसी में कृषि-खाद्य प्रसंस्करण, ऊर्जा /अवसंरचना, पर्यटन, मोटर वाहन और मशीनरी, आईसीटी./प्रौद्योगिकी और जीवन विज्ञान पर केंद्रित समानांतर सत्र आयोजित किए जाएंगे।

इस सत्र में भाग लेने वाले देशों और चुनिंदा भारतीय राज्यों में निवेश के अवसर और रुझान की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। सम्मेलन के दौरान भारत मेक इन इंडिया, पीएम गति शक्ति और व्यापार करने में आसानी सुनिश्चित करने की दिशा में उठाए गए अन्य कदमों जैसी प्रमुख नीतियों को भी प्रदर्शित करेगा।

1995 में जिनेवा में गैर-सरकारी संगठन के रूप में निवेश संवर्धन एजेंसियों का वैश्विक संघ बनाया गया था। इसका मिशन निवेश संवर्धन एजेंसियों को उनकी अर्थव्यवस्थाओं को विकसित करने के लिए किए जाने वाले महत्वपूर्ण कार्यों में सशक्त बनाना और उनका सहयोग करना है। इसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आईपीए के लिए आवाज बुलंद करना और सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों के बीच पुल के रूप में काम करना है। एसोसिएशन में 100 से अधिक देशों का प्रतिनिधित्व करने वाली 120 से अधिक सदस्य एजेंसियां हैं।

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एमजी/एएम/आरकेजे



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