स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय

राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम पर अद्यतन जानकारी


केंद्र ने टीबी रोगियों के लिए आणविक निदान सुविधाओं की उपलब्धता बढ़ाई

टीबी रोधी दवाओं की स्टॉक स्थिति का आकलन करने के लिए नियमित मूल्यांकन किया जा रहा है

Posted On: 19 DEC 2023 6:52PM by PIB Delhi

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रकाशित वैश्विक टीबी रिपोर्ट 2023 के अनुसार, भारत में दवा प्रतिरोधी टीबी की अनुमानित संख्या 2015 में 1.4 लाख से 21 प्रतिशत कम होकर 2022 में 1.1 लाख हो गई है। सरकार ने आणविक निदान सुविधाओं की उपलब्धता बढ़ाई और इस प्रकार दवा प्रतिरोध की उपस्थिति के लिए  जांच किए जाने वाले टीबी रोगियों के अनुपात में वृद्धि हुई है। पिछले तीन वर्षों और चालू वर्ष के अब तक के डीआर-टीबी मामलों का राज्यवार डेटा अनुलग्नक-I के रूप में दिया गया है।

राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत पूरे वर्ष केंद्रीय स्तर से सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को टीबी रोधी दवाओं की नियमित आपूर्ति होती रही है और केंद्रीय गोदामों से लेकर परिधीय स्वास्थ्य संस्थान तक विभिन्न स्तरों पर स्टॉक की स्थिति का अवलोकन करने के लिए नियमित मूल्यांकन किया जाता है। इसके अलावा, आपातकालीन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों को सीमित मात्रा में स्थानीय खरीद के लिए संसाधनों का प्रावधान किया गया है।

दवा प्रतिरोधी टीबी के शीघ्र निदान और उपचार के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम इस प्रकार हैं:

1) देश के सभी जिलों को कवर करने के लिए आणविक निदान की उपलब्धता 6196 न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्ट (एनएएटी) मशीनों तक बढ़ा दी गई है। इसके अलावा, बहु औषधि प्रतिरोध के निदान के लिए 91 लाइन जांच और 69 लिक्विड कल्चर  परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं।

2) यूनिवर्सल ड्रग ससेप्टिबिलिटी टेस्टिंग (यूडीएसटी) को यह सुनिश्चित करने के लिए लागू किया गया है कि निदान के समय दवा प्रतिरोध का पता लगाने के लिए प्रत्येक निदान किए गए टीबी रोगी का परीक्षण किया जाए।

3) दवा प्रतिरोधी टीबी के प्रबंधन के लिए बेडाक्विलिन और डेलामेनिड जैसी नई दवाएं पेश की गई हैं।

4) देश भर में 792 डीआर-टीबी केंद्रों के माध्यम से विकेंद्रीकृत डीआर-टीबी उपचार सेवाएं प्रदान की जाती हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में यह बात कही।

 

अनुबंध-एक

क्र.सं

2020-2023 के लिए निदान किए गए राज्य-वार एमडीआर/आरआर टीबी मरीज़*

राज्य/संघ राज्य क्षेत्र

एमडीआर/आरआर-टीबी का निदान (2020)

एमडीआर/आरआर-टीबी का निदान (2021)

एमडीआर/आरआर-टीबी का निदान (2022)

एमडीआर/आरआर-टीबी का निदान (जनवरी-अक्टूबर 2023)

1

अंडमान और ; निकोबार द्वीप समूह

51

41

35

35

2

आंध्र प्रदेश

1380

1513

1536

1038

3

अरुणाचल प्रदेश

224

222

177

102

4

असम

782

448

826

781

5

बिहार

2974

3240

4447

3715

6

चंडीगढ़

46

72

74

142

7

छत्तीसगढ

316

376

450

359

8

दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव

42

40

22

25

9

दिल्ली

2024

1580

3081

3337

10

गोवा

47

54

59

30

11

गुजरात

2822

2667

2784

2577

12

हरयाणा

1441

1283

2096

1729

13

हिमाचल प्रदेश

209

207

238

186

14

जम्मू एवं कश्मीर कश्मीर

118

149

171

131

15

झारखंड

860

896

1246

980

16

कर्नाटक

1498

1248

1755

1384

17

केरल

187

186

282

281

18

लद्दाख

10

4

4

4

19

लक्षद्वीप

0

0

1

0

20

मध्य प्रदेश

3208

2359

3587

3218

21

महाराष्ट्र

8085

9608

11562

8819

22

मणिपुर

65

75

96

43

23

मेघालय

263

235

251

214

24

मिजोरम

164

122

113

103

25

नगालैंड

105

104

96

72

26

ओडिशा

461

439

568

428

27

पुदुचेरी

13

19

23

79

28

पंजाब

716

638

889

772

29

राजस्थान

3590

2474

4412

3816

30

सिक्किम

231

243

205

116

31

तमिलनाडु

1377

1317

1688

1567

32

तेलंगाना

1327

1152

1719

1277

33

त्रिपुरा

31

20

36

35

34

उतार प्रदेश

12329

12339

15566

13870

35

उत्तराखंड

481

490

618

445

36

पश्चिम बंगाल

2202

2372

3088

2367

डेटा स्रोत: नि-क्षय; *31st अक्टूबर, 2023 तक

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