उप राष्ट्रपति सचिवालय
गांधीनगर में ‘ग्लोबल प्रोफेशनल अकाउंटेंट कन्वेंशन’ में उपराष्ट्रपति के संबोधन का पाठ
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24 NOV 2023 7:02PM by PIB Delhi
शुभ अभिवादन
मैं वकालत के पेशे से आता हूं और यहां थोड़ा अलग-थलग महसूस करता हूं। मेरे और माननीय मंत्री प्रफुल्ल पंशेरिया जी, हमारे सभी चार्टर्ड अकाउंटेंट को छोड़कर, मेरे लिये बैठना इससे अधिक कठिन नहीं हो सकता था। मैं चार्टर्ड अकाउंटेंट को अंदर-बाहर से जानता हूं। उनसे मुझे बहुत लाभ हुआ है। जयपुर में मेरे पड़ोसी आपके पूर्व अध्यक्ष श्री सुनील गोयल थे। जब भी कठिनाई होती, वह सदैव उपलब्ध रहते।
जब मैं 1989 में झुंझुनू लोकसभा सीट से निर्वाचित होकर पहली बार संसद में पहुंचा, तो मुझे मंत्री बनने का सौभाग्य मिला और मेरी मुलाकात श्री के. एम. मेमानी से हुई। वह मेरे राज्य से हैं, और मैं उनके राज्य से हूं। वह एक बहुत प्रतिभाशाली और बहुत व्यवस्थित व्यक्ति थे और उनमें कोई दोष नहीं था। मैंने सोचा था कि यह यात्रा रिटर्न दाखिल करने और मेरे खातों की ऑडिटिंग के साथ ही चार्टर्ड अकाउंटेंट के साथ जुड़ने तक खत्म हो जायेगी।
मैं देश का उप राष्ट्रपति बन गया और, सौभाग्य से, राज्य सभा का सभापति बन गया। सदन के नेता के रूप में मेरे पास एक बेहद प्रतिभाशाली चार्टर्ड अकाउंटेंट, केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल हैं। मित्रों, मैं आपको बता दूं, चार्टर्ड अकाउंटेंट संसदीय व्यवस्था में शायद कोई भी चार्टर्ड अकाउंटेंट इस उच्च पद तक नहीं पहुंचा है।
संसद में लोकसभा और राज्य सभा शामिल हैं। राज्य सभा , उच्च सदन, बड़ों का सदन कहा जाता है। प्रधानमंत्री लोकसभा के नेता हैं, और श्री पीयूष गोयल राज्य सभा के नेता हैं। मैं आपसे कह सकता हूं कि इस अत्यंत प्रतिष्ठित चार्टर्ड अकाउंटेंट, योग्यता धारक को खोना आसान नहीं है। यह भारतीय संसद के लिये एक लाभ हैं।
भगवान मुझ पर बहुत दयालु रहे हैं, और मुझे इसका लाभ मिला, और मुझे अभी भी 1982 बैच के भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी, पूर्व सीबीडीटी अध्यक्ष श्री पी.सी. मोदी का लाभ मिला है। श्री मोदी सीबीडीटी अध्यक्ष के रूप में अपने पद के कारण जानते हैं कि चार्टर्ड अकाउंटेंट के साथ कैसे व्यवहार करना है। इससे मुझे श्री पीयूष गोयल से सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करने में बहुत मदद मिली है।
श्री प्रफुल्ल पानशेरिया जी, हम साथ हैं, हममें से कोई भी चार्टर्ड अकाउंटेंट नहीं है। सुश्री अस्मा रेसमौकी, इस देश में आपका स्वागत है। आप इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ अकाउंट्स के अध्यक्ष हैं। आप इस देश में आये हैं, जहां मानवता का 1/6 हिस्सा रहता है, एक ऐसे वर्ष में जहां संसद ने लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिये 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाला कानून पारित किया है। इस देश में आपका स्वागत है।
रणजीत कुमार अग्रवाल, हम दोनों उस वर्ग से हैं , जहां कभी-कभी लोग हमारे प्रति सहानुभूति रखते हैं। हम उप राष्ट्रपति हैं, दोस्तों, मैंने रिकॉर्ड इसलिये रखा है , क्योंकि चार्टर्ड अकाउंटेंट को रिकॉर्ड की जरूरत होती है। वे रिकार्ड के बिना काम नहीं करते। एक मुख्यमंत्री ने उप-राष्ट्रपति बनने पर मेरी सराहना की, लेकिन मुझे वाइस्ड-प्रेसीडेंट कहकर संबोधित किया, मेरे एक और बहुत प्रिय मित्र ने मुझे बुद्धिमान राष्ट्रपति की श्रेणी में रखा और तीसरे ने मुझे बहुत बधाई दी लेकिन उस पर हस्ताक्षर करना भूल गया। मेरे द्वारा ऐसा क्यों कहा जायेगा? दुनिया में हस्ताक्षरित घटनायें महान हैं। वे ब्रांडिंग का संकेत देते हैं, लेकिन आपका हस्ताक्षर, मित्रों, एक हस्ताक्षर है। यह एक बेजोड़ ब्रांड है क्योंकि इस ब्रांड में अभेद्यता का तत्व मौजूद है। आपका हस्ताक्षर कमजोर लोगों को प्रेरित करता है। उस तरह की सुरक्षा, जो आम तौर पर नहीं मिलती।
हमारे पास राज्य सभा में एक बहुत ही प्रतिष्ठित चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, आपके पूर्व अध्यक्ष श्री एन.डी. गुप्ता, बेहद प्रतिभाशाली, बेहद शालीन, हमेशा कुर्सी पर बैठे रहेंगे और सदन को कभी परेशान या बाधित नहीं करेंगे। उनके बेटे भी अध्यक्ष रह चुके हैं, लेकिन हमारे पास अनिकेत तलाटी हैं, और मैं श्री एन.डी. गुप्ता को बताउंगा, अनिकेत ने एक मार्च की अगुवाई की है, उन्होंने बहुत अच्छे मार्च की अगुवाई की है। वह तीसरी पीढ़ी के चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, उनके प्रतिष्ठित पिता दर्शकों में मौजूद हैं, उन्हें मेरा नमस्कार। उनके दादा कर प्रणाली का हिस्सा थे, जिन्होंने अहमदाबाद में एक अध्याय शुरू किया था।
देबाशीष जी, पश्चिम बंगाल से, नोमस्कार! मैं तीन साल तक पश्चिम बंगाल का राज्यपाल रहा हूं और मैं जेन्डर की ताकत को जानता हूं, लेकिन उन्हें सलाम करता हूं। वह साहस जुटा सकते हैं और मेरे कार्यों को व्यवस्थित कर सकते हैं, जिसका अर्थ है कि वह जानते हैं कि जोखिम कैसे उठाना है।
जय कुमार बेहरा जी! यह जगह, मित्रों, आपने बहुत ही समझदारी से यह जगह चुनी है, महात्मा मंदिर, भव्यता से भरपूर, गांधी नगर और फिर गुजरात राज्य, अमृत काल में ये दिन हमें देने के लिये मैं गुजरात की धरती को प्रणाम करता हूं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सत्याग्रह और अहिंसा के माध्यम से हमें आजादी दिलायी। एकता की आदर्श प्रतिमा लौह पुरुष सरदार पटेल को श्रद्धांजलि है। वह राज्यों, रियासतों को वर्तमान भारत में एकीकृत कर सकते थे। और अब, तीन दशकों के गठबंधन शासन के बाद, एक कठिन परिदृश्य, मैं इसका गवाह था। मैं 1990 में केंद्रीय मंत्री था। हमारी राजकोषीय साख को बनाये रखने के लिए भौतिक रूप में हमारे सोने को स्विट्जरलैंड के दो बैंकों के पास गिरवी रखने के लिये हवाई जहाज से ले जाना पड़ा। लेकिन इस भाग्य विधाता ने भारत को उस स्तर तक पहुंचा दिया कि आज हमारी विदेशी मुद्रा 600 अरब से अधिक है।
भारत के प्रधानमंत्री एक दूरदृष्टि वाले व्यक्ति हैं और उनमें एक जुनून है जिससे वह भारत को विकास के तेज पथ पर लाकर साकार करते हैं। जैसा कि श्री पीयूष गोयल ने आपके नुकसान और हमारे लाभ से बहुत सही संकेत दिया था, सितंबर 2022 में, हमें अपने पूर्व औपनिवेशिक शासकों ब्रिटेन और फ्रांस को पछाड़कर पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनने का बड़ा गौरव प्राप्त हुआ था, लेकिन क्या अधिक महत्वपूर्ण है और जो इस श्रोतागणों के लिये है, सराहना कर सकते हैं, महज एक दशक पहले भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था पर बोझ डालने वाले पांच नाजुक देशों में गिना जाता था। और देखो, हम कहाँ आ गये हैं। हमने एक दूरी तय कर ली है, आईएमएफ अध्यक्ष के शब्द मेरे कानों में गूंजते हैं। मुझे उनसे तीन बार लॉन्गपैन, कतर और जी20 में मिलने का अवसर मिला है।
आईएमएफ के अनुसार भारत निवेश और अवसरों का सबसे पसंदीदा स्थान है। कहां से कहां आ गये, कितना सुखद विकास है, विश्व बैंक के अध्यक्ष, भारतीय मूल के व्यक्ति, जो जी20 और पी20 दोनों में भाग लेने आये थे। उन्होंने भारत में डिजिटल पैठ को प्रतिबिंबित किया, डिजिटल उपलब्धि भारत ने छह वर्षों में हासिल की है। 2022 में, हमारे डिजिटल लेन-देन, ऑडिट कौन करता है, उससे बेहतर कोई नहीं जानता, आप ऑडिट करते हैं!
2020 में हमारा डिजिटल लेनदेन यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी के संयुक्त लेनदेन से चार गुना अधिक था। इसके अलावा, इंटरनेट की प्रति व्यक्ति डेटा खपत के मामले में हमारा रिकॉर्ड बेजोड़ है, हम इस मामले में एकसाथ संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन से अधिक हैं।
इस सभागार में मौजूद लोग कोई सामान्य व्यक्ति नहीं हैं. आप नर्व सेंटर हैं, बड़े परिवर्तन के केंद्र हैं। आप आंदोलन के साथ उत्प्रेरित कर सकते हैं। आप वह आकार देंगे जो 2047 में भारत होगा। यह आपके प्रयास, आपका दूरदर्शी दृष्टिकोण, आपकी प्रतिबद्धता ही है जो भारत को 2047 में ले जायेगी, जब यह अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी मनायेगा और ग्रह पर सबसे विकसित राष्ट्र होगा और यह एक वास्तविकता है, हो सकता है कि मैं देखने में सक्षम न होऊं, आप में से अधिकांश लोग इसे देखने में सक्षम हो सकते हैं क्योंकि आप इस राष्ट्र के महान उत्थान, क्रमिक विकास पथ के पैदल सैनिक हैं, जो भारत को खिलते हुये और जो हमारे पास सदियों पहले था, उसे पुनः प्राप्त करते हुये देख रहे हैं।
मित्रों, ग्लोबल प्रोफेशनल अकाउंटेंट कन्वेंशन के उद्घाटन में आप सभी के बीच उपस्थित होना अत्यंत सौभाग्य और सम्मान की बात है। इस सम्मेलन का विचारशील विषय विश्व को जोड़ना, मूल्य सृजन करना और बहुत विचारशील होना समसामयिक रूप से हमारी अर्थव्यवस्था की गतिशीलता के लिये प्रासंगिक है।
मित्रों, आपकी थीम जी20 के आदर्श वाक्य 'वसुदेव कुटुंबकम' 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के अनुरूप है। हमने यह आदर्श वाक्य इसलिये नहीं बनाया है क्योंकि हम जी20 के अध्यक्ष के रूप में मेजबानी कर रहे थे। यह सभ्यता के हजारों वर्षों के लोकाचार का सार और प्रतिबिंब है। हमने इसके लिये काम किया है, मैं आपको एक हालिया घटना की याद दिलाना चाहता हूं, जो कि कोविड महामारी है, जिसने पूरी दुनिया को बिना किसी भेदभाव के प्रभावित किया। ऊंचे और शक्तिशाली, अमीर और गरीब सभी को कष्ट सहना पड़ा।
उस दौरान भी हमारे भारत ने अपने आदर्श वाक्य ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’को छोड़कर लगभग 100 देशों को को-वैक्सीन पहुंचाकर मदद की। कितनी बड़ी उपलब्धि है! लोकतांत्रिक शासन के लिये, लोकतांत्रिक मूल्यों के पोषण के लिये संस्थायें महत्वपूर्ण हैं, लेकिन आपकी संस्था बहुत खास है। यह सौभाग्य से मानकीकरण के निर्माण और राष्ट्र के वित्तीय लेखांकन संरचना को बनाये रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह महत्वपूर्ण है अगर ऐसा नहीं हुआ तो बाकी चीजें बर्बाद हो जायेंगी, इसलिये आपकी भूमिका अद्वितीय है, इसमें किसी भी प्रकार की कमी का व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
आईसीएआई का आदर्श वाक्य या एष सुप्तेषु जागति- का अर्थ है ‘एक ऐसा व्यक्ति जो सोने वालों में भी जागता है’और हमारे पास लालच से प्रेरित लोग हैं जो नींद में नहीं हैं, वे नींद का नाटक करते हैं। और इसलिये चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में आपको इसे छोड़ना होगा, इस आदर्श वाक्य के लिये क्योंकि यह आपकी भूमिका को समाहित करता है।
एक चार्टर्ड अकाउंटेंट देश के आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, और क्यों? आप भ्रष्टाचार को रोक रहे हैं, विंडो ड्रेसिंग को उजागर कर रहे हैं, कंपनियों में धोखाधड़ी का पता लगा रहे हैं।
वित्तीय अखंडता के संरक्षक के रूप में चार्टर्ड अकाउंटेंट को पारदर्शी और जवाबदेह वित्तीय प्रणालियों को सुरक्षित करने के लिये कार्रवाई करके उदाहरण पेश करने की आवश्यकता है। मैं यह बात इसलिये जोर देकर कह रहा हूं, क्योंकि यह आप ही कर सकते हैं और कोई नहीं कर सकता। यह आपका विशिष्ट डोमेन और शक्तिशाली डोमेन है, तो प्रतिरोध क्षणिक हो सकता है। आख़िरकार उसे ही जीतना है, आपके पास यही शक्ति है और इसीलिये मैं कहता हूं कि आपके हस्ताक्षर ही हस्ताक्षर हैं।
ऐसा हो सकता है, अब मैं पूरे विश्वास के साथ कह रहा हूं कि चार दशकों से कानूनी पेशे के अलावा राज्यपाल, राज्य सभा के सभापति और उप राष्ट्रपति के रूप में अनुभव और संवैधानिक पद प्राप्त किये हैं। यदि चार्टर्ड अकाउंटेंट दृढ़संकल्पित हैं तो कोई कानूनी उल्लंघन या विंडो ड्रेसिंग नहीं हो सकती है।
मुझे भारत भूमि की सेवा करने में, राष्ट्र की सेवा में रहने में, इसके पथ को ऊपर जाते हुये देखने में, 2047 में भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में देखने में कोई संदेह नहीं है, आपका दृढ़ संकल्प मैं आपकी आँखों में पढ़ सकता हूँ, यह राष्ट्र के लिये होगा।
मुझे आपका ध्यान शासन के समसामयिक तंत्र की ओर आकर्षित करने की आवश्यकता है, जो चार्टर्ड अकाउंटेंट को ऊर्जा मुक्त करने, आपके ज्ञान को भारत की सेवा करने और जनता की भलायी के लिये निर्देशित करने में मदद कर सकता है। और पिछले 10 सालों में क्या बड़ा बदलाव आया है गुजरात के भाग्य विधाता, दुनिया के सबसे बड़े नेता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाया है, जहां पारदर्शिता और जवाबदेही नये मानदंड हैं। वे अपवाद नहीं हैं, सामान्य हैं। यहां के दर्शकों से बेहतर कोई नहीं था, एक समय था, जब सत्ता के गलियारे भ्रष्ट तत्वों से भरे हुये थे, जो वाणिज्यिक निर्णय लेने में कानूनी तौर पर अतिरिक्त लाभ उठाते थे। अब उन्हें सेनिटाइज कर दिया गया है, आपको सत्ता के गलियारों में ये खतरनाक तत्व नजर नहीं आयेंगे।
वे हमेशा के लिये चले गये, उन्हें इतिहास के हवाले कर दिया गया। यह एक ऐसा बदलाव है जिससे चार्टर्ड अकाउंटेंट को मदद मिलेगी। अन्यथा भ्रष्टाचार एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिये काम करने में सबसे बड़ी बाधा है, क्योंकि कोई आपका काम लेता है और उसे भ्रष्ट तरीकों से पूरा करता है, लेकिन जब भ्रष्टाचार के लिए शून्य स्थान होता है तो चार्टर्ड अकाउंटेंट खिल उठते हैं। वे सीधे बल्ले से फ्रंटफुट पर खेल सकते हैं।
दूसरा बड़ा बदलाव ‘चाहे आप कितने भी ऊंचे क्यों न हों, कानून हमेशा आपसे ऊपर है’कानून की सर्वोच्चता को इंगित करने के लिये विश्व स्तर पर अक्सर बनाया जाता है, लेकिन हमारे देश में यह अब एक जमीनी हकीकत है और कोई भी कानून की पहुंच से परे नहीं है।
आप इसे मुझसे कहीं बेहतर जानते हैं। लोगों की एक श्रेणी जो यह सोचती है कि वे कानून से ऊपर हैं, कानून उन तक नहीं पहुंच सकता, उन्होंने कठिन तरीके से अपना सबक सीखा है। यह दूसरा बड़ा घटनाक्रम है।
तीसरा, बैंकिंग समावेशन के परिणामस्वरूप ‘गेम चेंजिंग’ बदलाव हुआ है जिसके परिणामस्वरूप समाज के कमजोर और कमजोर वर्गों के लाभ के लिये अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
1980 के दशक में हमारे पास एक प्रधानमंत्री था, एक नेकनीयत प्रधानमंत्री। उन्होंने 80 के दशक में सच कहा था कि दिल्ली से भेजी गयी रकम का केवल 10 प्रतिशत ही लक्षित व्यक्तियों तक पहुंच पाता है, लीकेज 90 प्रतिशत थी। अब तंत्र अलग है, 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष हस्तांतरण हो रहा है और यह बैंकिंग समावेशन के कारण है।
पिछले 10 वर्षों में 400 मिलियन से अधिक बैंक खाते उन लोगों के खोले गये हैं, जिन्होंने कभी उस पद पर आने के बारे में नहीं सोचा था। ये खाते सरकार की पहल पर खोले गये थे, और इससे हमें भारी लाभ मिला है। इसने हमें कोविड और अन्य दोनों स्थितियों में अच्छी स्थिति में खड़ा किया है।
एक किसान के पुत्र के रूप में मुझे गर्व है कि देश में 11 करोड़ से अधिक किसानों को वर्ष में तीन बार प्रत्यक्ष हस्तांतरण मिल रहा है और अब तक यह राशि 260000 करोड़ रुपये है, जो महत्वपूर्ण है, वह यह नहीं है कि उन्हें राशि भेजी जा रही है, बल्कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कृषक समुदायों में मेरे भाई-बहन उस राशि को सीधे प्राप्त करने में सक्षम हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है, यह प्रौद्योगिकी के आने के कारण है।
मित्रों, जब हमें 14 अगस्त 1947 की आधी रात को आजादी मिली, तब हमने भाग्य के साथ प्रयास किया, लेकिन गुजरात के व्यक्ति, आदर्श व्यक्ति, एक वैश्विक नेता, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेवा की, कुछ अद्भुत किया, 30 जून और एक जुलाई की रात। जीएसटी, आजादी के बाद से देश में अप्रत्यक्ष कराधान परिदृश्य के पूर्ण परिवर्तन को प्रभावित करने वाला सबसे बड़ा कर सुधार सामने आया। यह एक गुणात्मक बदलाव था, यह आधुनिकता के साथ हमारा विश्वास था। कड़ी मेहनत करने, बाधाओं पर काबू पाने, व्यापार, व्यापार और उद्योग की मानसिकता बदलने और जीएसटी को उसका हक दिलाने के लिये मेरे सामने मौजूद सभी लोगों के प्रति गहरी कृतज्ञता की भावना।
आपके प्रयास सफल हुये, आपके प्रयासों ने इसे ‘गेम चेंजर’ बना दिया और जीएसटी को आपने 'गुड एंड सिंपल टैक्स' में बदल दिया। राष्ट्र इससे भरपूर लाभ उठा रहा है। मैंने इसका संकेत केवल इसलिये दिया है, क्योंकि अब चार्टर्ड अकाउंटेंटों के लिये जोड़ों में खेलने के लिये एक अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र है।
उन्हें अब ऐसी व्यवस्था के ख़िलाफ़ संघर्ष नहीं करना पड़ेगा, जो उनका विकल्प ला सके। अब आपके पास कोई विकल्प नहीं है, आपका डोमेन विशिष्ट है, आपके हस्ताक्षर में अभेद्यता होगी और इसलिये आपके पास खेलने के लिए एक बड़ा नियम है।
निष्पक्ष कराधान और वित्तीय रिपोर्टिंग प्रणाली का पालन केवल सरकार को राजस्व प्रदान करने से कहीं अधिक है। जीवन के हर क्षेत्र में नैतिकता महत्वपूर्ण है। क्या होगा अगर नैतिकता में कमी आती है, तो इसका उल्लंघन करने वाले पर प्रभाव पड़ता है। इसका व्यापक प्रभाव पड़ता है, लेकिन जब आपके जैसे पेशे में नैतिकता से समझौता किया जाता है, तो इसका व्यापक प्रभाव पड़ता है। यह वित्तीय जगत में किसी भूचाल से कम नहीं है, नैतिकता पर समझौता नहीं किया जा सकता, वे वैकल्पिक नहीं हैं, वे ही एकमात्र रास्ता हैं।
वित्तीय रिपोर्टिंग, ऑडिटिंग, कराधान और परामर्श सेवाओं में विश्वास और अखंडता सुनिश्चित करने के लिये नैतिकता आपके पेशे के लिये सर्वोत्कृष्ट है। अनुभव के आधार पर मैं कह सकता हूं कि भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट की नैतिकता उच्चतम है। वे अपने ग्राहकों को कानून के शासन का पालन करने के लिये कई प्रयास करते हैं। वे उन्हें प्रेरित करते हैं, लेकिन अब सिस्टम ने आपके लिये तंत्र को और अधिक प्रभावशाली बना दिया है। और इसलिए आपको सुझाव की स्थिति में नहीं, बल्कि ड्राइवर की सीट पर होना चाहिये।
आप, इस महत्वपूर्ण पेशेवर श्रेणी के एक जागरूक सदस्य के रूप में, दुनिया के सामने आने वाली स्थिति से पूरी तरह अवगत हैं। यह 2002 के मध्य में था। एक बड़ी ख्याति प्राप्त वैश्विक ऑडिटिंग अकाउंटिंग फर्म, जिसे पांच या छह बड़ी कंपनियों में से एक माना जाता था, ढह गई, गायब हो गई। यह एक ऊर्जा और दूरसंचार कंपनी के लिये उसकी संदिग्ध लेखांकन प्रथाओं के कारण शुरू हुआ था। और अयोग्य तरीके से अंतर्निहित आधार क्या था, यह झुक गया, एक पेशेवर दृष्टिकोण दिया और प्रबंधन के साथ जुड़ गया।
हमें इस देश में गांधीजी की बात याद रखनी होगी कि ‘अपनी जरूरतों के लिये सब कुछ उपलब्ध है, लेकिन लालच के लिए नहीं।’हमें यह देखने के लिये सतर्क रहना होगा कि स्थितियां नियंत्रित हो जायें। हमें इस प्रवृत्ति को नियंत्रित करने के लिये काम करना होगा, एक खतरनाक प्रवृत्ति, एक ऐसी प्रवृत्ति जिसमें भौतिक पारिस्थितिकी तंत्र को परेशान करने की क्षमता है और कमजोर, छोटे कर भुगतान करने वाले लोगों पर इसका बहुत गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
अच्छी बात यह है कि कुल मिलाकर हमारी चार्टर्ड अकाउंटिंग बिरादरी इसका हिस्सा नहीं है। आप इससे ऊपर हैं लेकिन आपका काम यहीं ख़त्म नहीं होता। ऐसे तत्वों का ध्यान रखकर ही अपनी वैश्विक प्रतिष्ठा को बचाये रखना है।
मुझे कोई संदेह नहीं है, विरोधाभास के डर के बिना, मैं यह कह सकता हूं कि यदि आप दृढ़ हैं, आप अपने दृढ़ विश्वास में भरोसा करते हैं, आपको लगता है कि यह भारत माता की सेवा में है, तो ऐसे खतरनाक परिदृश्यों को जन्म देने वाले ऐसे अपराधों को बेअसर करने से आपको कोई नहीं रोक सकता है।
मित्रों, मैं ऐसे दर्शकों के सामने हूं, जिनमें किसी अर्थव्यवस्था में तेजी से वृद्धि करने की अपार क्षमता है क्योंकि आप इसके बारे में सब कुछ जानते हैं। आप एक्स-रे से परे हैं, आप एमआरआई से परे हैं, आप एमआरआई का सर्वोत्तम रूप हैं और मैं आपसे आह्वान करता हूं, मैं आपसे व्यापार, व्यवसाय और उद्योग के बीच आर्थिक राष्ट्रवाद की भावना को बढ़ावा देने का आग्रह करता हूं।
आपकी तरह मेरे दिल को भी दुख होता है, जब इतने बड़े देश में फर्नीचर, कालीन, दीये, मोमबत्तियाँ और न जाने क्या-क्या के आयात से हमारी बहुमूल्य विदेशी मुद्रा खत्म हो जाती है। राजकोषीय लाभ के आधार पर आर्थिक राष्ट्रवाद से समझौता नहीं किया जा सकता। सरकार या किसी अन्य से अधिक आप अकेले ही व्यापार, व्यवसाय और उद्योग को जागरूक करके, यह कर सकते हैं कि यह चीजें अपने देश में नहीं आनी चाहिये, ये हमारे पास यहां केवल इसलिए हैं क्योंकि यह थोड़ा सस्ता उपलब्ध हैं।
आइये मैं आपको तुरंत प्रभाव बता दूं। जब हम इस देश में उपलब्ध वस्तुओं को बाहर से आयात करते हैं, तो हम कुछ की रोजगार संभावनाओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं, हम कुछ की द्यमशीलता की वृद्धि को धीमा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने मन की बात में सभी से ‘वोकल फॉर लोकल’ की अपील की। मैं यहां मंच से बहुत खुश हूं कि आप में से एक, आपके वर्तमान नेता, ने यह क्लेरियन कॉल दिया है। मैं आपसे इस गतिविधि में शामिल होने और व्यापार और उद्योग समुदाय में आर्थिक राष्ट्रवाद के प्रति गहरी सामुदायिक प्रतिबद्धता पैदा करने का आह्वान करता हूं। मैं आपसे अपील क्यों करता हूं, मैं दूसरों को पसंद करता हूं, क्योंकि डोमेन का लाभ व्यवसाय, व्यापार और उद्योगों द्वारा किया जाता है और किसी को भी संवेदनशील बनाने और प्रबुद्ध करने में इससे अधिक महत्वपूर्ण भूमिका नहीं हो सकती है, क्योंकि वास्तविक स्थिति आप उनकी बैलेंस शीट से जानते हैं, आप उनके ऑडिट से जानते हैं।
एक अन्य पहलू जिस पर मैं आपकी बुद्धिमता, आधार लाभ की ओर आकर्षित होना चाहता हूं, वह है कच्चे माल का निर्यात। जिस देश में इस तरह की उद्यमशीलता का पैमाना हो, इस तरह की मानवीय प्रतिभा हो, हम निर्यात करने जाते हैं। लौह अयस्क निर्यात किया जा रहा है, कच्चा माल निर्यात किया जा रहा है, दीवार पर लिखावट बहुत स्पष्ट है। हम अपने कच्चे माल में मूल्य जोड़ने में सक्षम नहीं हैं और हम अपने पर प्रभाव डालते हैं लेकिन कुछ लोग सोचते हैं कि यह आसान पैसा है जो कच्चे माल को दूसरे देश में भेजने की अनुमति देता है, इसलिए वे इसका उपयोग करेंगे। हमें एक ऐसी संस्कृति विकसित करनी होगी कि हम वैल्यू एडिशन में लगें।
जैसा कि सूचित पेशेवर पूरी तरह से आर्थिक कारकों के मूल्यांकन में शामिल हैं, आपके हस्तक्षेप, अन्य हस्तक्षेपों के विपरीत, उद्योग, व्यापार और व्यवसाय की मानसिकता को आकार देने में एक लंबा रास्ता तय करेंगे और इस तरह आर्थिक राष्ट्रवाद के खिलने को सुनिश्चित करेंगे और साथ ही व्यापार, व्यवसाय और उद्योग को कच्चे माल के मूल्यवर्धन में संलग्न होने के लिये प्रेरित करेंगे।
इसे यहां दर्शाया गया है और मुझे बहुत खुशी है कि यह किया गया है, बहुत से लोग नहीं जानते हैं लेकिन आपको सूचित किया गया है। कृत्रिम मेधा, मशीन लर्निंग, वेब 3.0 और इस तरह की हालिया अभूतपूर्व तकनीकी प्रगति का लाभ उठाने की दिशा में काम करने का समय आ गया है। भारत अब उन कुछ देशों में से एक है जो गंभीर रूप से उस चीज़ में लगा हुआ है जिसे हम 'बाधित प्रौद्योगिकी' कहते हैं। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि क्वांटम कंप्यूटिंग, इस दुनिया में ऐसे देशों की संख्या दोहरे अंकों में नहीं है जो क्वांटम कंप्यूटिंग में लगे हुये हैं, लेकिन हम हैं, हमारे क्वांटम मिशन के लिये पहले से ही 6000 करोड़ से अधिक का आवंटन है। हमारे ग्रीन हाइड्रोजन मिशन में पहले से ही 90000 करोड़ से अधिक का आवंटन था। अब यह आप चार्टर्ड अकाउंटेंट पर है कि आप अपने ग्राहकों को बताये कि 2030 तक ग्रीन हाइड्रोजन आठ लाख करोड़ के निवेश को आमंत्रित करेगा और छह लाख करोड़ के लिये रोजगार पैदा करेगा। आप अपने ग्राहकों को समय रहते इस गतिविधि में शामिल होने के लिये प्रेरित करने के केंद्रबिंदु हो सकते हैं।
आप इसे पसंद करें या न करें, विघटनकारी प्रौद्योगिकी हमारी सहचरी है, हमें उनके साथ रहना होगा और इसलिये हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सकारात्मकता को उजागर करें। डिजिटल युग में सभी प्रयास चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा किये जाने की आवश्यकता है ताकि वे डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र के साथ अग्रिम पंक्ति में रह सकें और मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि चार्टर्ड अकाउंटेंट इस दिशा में काफी अच्छा काम कर रहे हैं। फिनटेक का उद्भव खंड बिंदुवार हो सकता है।
दोस्तों, मैं वित्तीय समावेशन, वित्तीय और कर साक्षरता, सामाजिक सुरक्षा और पेंशन योजना को बढ़ावा देने और सुरक्षित करने के आपके प्रयासों की बहुत सराहना करता हूं। इनके परिणामस्वरूप आम आदमी सशक्त हो रहा है। इन प्रयासों को गति मिलनी चाहिये।
इन दिनों सबसे बड़ी चुनौती यह है कि एक सूचित मस्तिष्क, एक जानकार व्यक्ति राजनीतिक समानता हासिल करने के लिये दूसरों की अज्ञानता का फायदा उठाने की कोशिश करेगा। आप उसे बेअसर कर सकते हैं, आप ऐसा करने के लिये पूरी तरह से तैयार हैं और मुझे यकीन है कि ऐसा अवश्य होगा।
यह 80 के दशक के उत्तरार्ध की बात है, जब एक युवा वकील के रूप में मेरी प्रोफेशनल मुलाकात उच्चतम न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से हुई थी, जिन्होंने अपने एक फैसले में संकेत दिया था कि कर नियोजन, कर चोरी और कर टालमटोल लगभग एक समान हैं।
समय रहते चार्टर्ड अकाउंटेंट के पास जायें और आपकी टैक्स प्लानिंग अच्छी हो जायेगी। आप बहुत शक्तिशाली व्यक्ति हैं, तो यहां हमारे सामने पूर्व सीबीडीटी अध्यक्ष हैं, बहुत प्रभावशाली कार्यकाल। अब चीजें बदल गयी हैं, कर चोरी और वित्तीय धोखाधड़ी अर्थव्यवस्था की वित्तीय स्थिरता और आर्थिक विकास को खतरे में डालती है। प्रहरी के रूप में आपकी क्षमता इन पर काबू पाने के लिए पर्याप्त रूप से सक्षम है।
उच्चतम नैतिक मानकों के साथ रीढ़ की हड्डी से काम करने वाला चार्टर्ड अकाउंटेंट, कोई भी चुनौती उसके प्रयासों को विफल नहीं कर सकती, दूसरों को भी उसके अनुरूप चलना होगा। एक बहुत छोटा सा हिस्सा अगर लाइन से बाहर हो जाये तो चुनौती देने का साहस नहीं जुटा पाता, क्योंकि आप मजबूत स्थिति में हैं।
एक कर प्रणाली उतनी ही अच्छी या उतनी ही जटिल होती है, जितनी आप सभी इसे बनाते हैं। आप इसके परम वास्तुकार हैं। सहजता और पारदर्शिता बढ़ाने वाली सर्वोत्तम प्रथाओं को बेंचमार्क करने में वैश्विक नेता बनने का संकल्प लें।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में, मैं व्यवसाय में शासन की आसानी पर एक रिपोर्ट देने के लिए 10 राज्यपालों के एक समूह का नेतृत्व कर रहा था। व्यवसायियों के सामने आने वाली कठिनाइयों से वह मेरा पहला सामना था। मैं एक पेशेवर था, मेरे लिये रिटर्न दाखिल करना मुश्किल नहीं था, इतना जटिल नहीं था और हम नीति आयोग से सक्षम सहायता प्राप्त करके एक अच्छी रिपोर्ट लेकर आये।
कर नियोजन पर सलाह देना आपका क्षेत्र है। चूंकि कानूनी पेशेवरों के लिए ग्राहक को सलाह देने के लिये एक डोमेन है लेकिन इस डोमेन में एक पतली रेखा है। इसका विस्तार कर चोरी और कर चोरी तक नहीं होना चाहिये। आप कर योजना और चोरी के बीच की पतली रेखा के संरक्षक हैं।
अब यह पतली रेखा, आप टैक्स प्लानिंग और चोरी के बीच की पतली रेखा के संरक्षक हैं। हमेशा टैक्स प्लानिंग के पक्ष में बताते हैं और टैक्स चोरी की निंदा करते हैं।
मुझे विश्वास है कि आईसीएआई और उसके सदस्य नैतिक वित्तीय रिपोर्टिंग और कर अनुपालन द्वारा परिभाषित राष्ट्र के निर्माण की दिशा में नैतिक रूप से आगे बढ़ने के प्रयास जारी रखेंगे। सफ़ेदपोश अपराध अपने पीछे धुंआधार बंदूक नहीं छोड़ते, वे अपने पीछे टूटे हुये परिवार, दिल और टूटा हुआ आत्मविश्वास छोड़ गये हैं। आप इस हानिकारक तंत्र के लिये एक शक्तिशाली हथियार हैं।
वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र के स्तंभों के रूप में चार्टर्ड अकाउंटेंट को नये और लचीले पेशे को आकार देने के लिये आगे के परिवर्तनों की यात्रा शुरू करनी चाहिए जो लगातार विकसित हो रही तकनीक से प्रेरित है।
कुछ लोगों को प्रौद्योगिकी अपनाना कठिन लग सकता है, लेकिन आप ही हैं जिन्होंने जीएसटी को गुड एंड सिंपल टैक्स में बदल दिया। मानवता की इस मानवीय सेवा के लिये राष्ट्र हमेशा चार्टर्ड अकाउंटेंट बिरादरी का आभारी रहेगा। आप ऐसा करने में सक्षम हैं।
बड़े पैमाने पर एक बड़ी संख्या पारदर्शी रूप से प्रभावी ढंग से काम कर रही है, लेकिन एक छोटा सा खंड है, आपको इसे इंगित करना होगा, कानूनी पेशे की तरह आपके पास ऐसे अपराधों से निपटने के लिये एक मजबूत पेशेवर तंत्र है, फिर राष्ट्रीय हित की ओर झुकाव है न कि व्यक्तिगत कल्याण की ओर। आप व्यक्ति के प्रति कठोर लेकिन राष्ट्र के प्रति नरम हो रहे हैं।
वित्तीय और लेखांकन प्रक्रियाओं की आउटसोर्सिंग के वैश्विक रंगमंच में, भारत अपने उत्कृष्ट मानव संसाधन के आधार पर एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा है। इस प्रयास में आईसीएआई का योगदान वास्तव में सराहनीय, परिणामोन्मुख है। मुझे मौन प्रयासों को देखकर बहुत खुशी हुयी। वे बहुत शोर मचा रहे हैं और सकारात्मक समझ बना रहे हैं। हम उस क्षेत्र में सक्रिय बने रह सकते हैं।
5000 से अधिक पेशेवरों का समूह और आप किसी भी अन्य पेशे से भिन्न हैं। आप अद्वितीय हैं, विशिष्ट हैं, आप कभी ऐसे काम में नहीं हैं, काम आपको खोज रहा है। तो आपके पास उस तरह की स्थिरता है। इसलिये इतनी बड़ी संख्या में दुनिया भर से आये अकाउंटेंट के लिये इस सम्मेलन में भाग लेना सभी हितधारकों के लिये चर्चा करने, विचार-विमर्श करने, एक-दूसरे के दृष्टिकोण को जानने के लिये बातचीत करने और इस प्रक्रिया में सर्वोत्तम प्रथाओं को विकसित करने का एक मूल्यवान अवसर है जो किसी भी अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
यह कन्वेंशन निश्चित रूप से वैश्विक लेखांकन मानकों और प्रथाओं के संबंध में एक सच्चा ‘भविष्य की खिड़की’ साबित होगा जैसा कि आईसीएआई के नेतृत्व और दुनिया भर के वित्तीय और लेखांकन क्षेत्र के विभिन्न भागीदारों द्वारा कल्पना की गयी है।
मैं ऊर्जावान, अभिप्रेरित और प्रेरित हूं। मैं इस स्थान से आशा, आशावाद और विश्वास लेकर जा रहा हूं कि आईसीएआई राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर लेखांकन और लेखा परीक्षा मानकों और नैतिक अखंडता को और अधिक समृद्ध और बढ़ाने के लिये वैश्विक कैनवास पर अपनी छाप छोड़ना जारी रखेगा।
इस सम्मेलन की अपार सफलता की कामना और आप सभी को शुभकामनायें।
जय भारत!
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