उप राष्ट्रपति सचिवालय

जी20-भारतीय नौसेना क्विज के अंतर्राष्ट्रीय फाइनल में उपराष्ट्रपति का संबोधन (अंश)

Posted On: 23 NOV 2023 8:36PM by PIB Delhi

आप सभी को शुभ संध्या और नमस्कार।

विदेश राज्य मंत्री, भारत सरकार श्रीमती मीनाक्षी लेखी; नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार; नेवी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती कला हरि कुमार; सैनिकों और यहां उपस्थित सभी लोग।

यह हम सभी के लिए एक सुखद क्षण है। मैं जी20 सचिवालय के सहयोग से भारतीय नौसेना, नेवी वेलफेयर वेलनेस एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस असाधारण जी20 थिंक कार्यक्रम में शामिल होकर बेहद सम्मानित और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।

जी20 थिंक के साथ स्कूल क्विज प्रतियोगिताओं को वैश्विक मंच पर लाने के नौसेना के विचारशील प्रयास की चारों ओर सराहना हो रही है। इंडियन नेवी क्विज थिंक इस साल आजादी का अमृत कालके उपलक्ष्य में वैश्विक स्तर पर पहुंच गई, जब भारत ने प्रतिष्ठित जी20 की अध्यक्षता संभाली। और, अब मुझे एडमिरल से कुछ कहने दीजिए। आपकी क्षमताएं असीमित हैं, क्योंकि आप क्षितिज से आगे बढ़ते हैंऔर आपने यही करके दिखाया है।

पारंपरिक सीमाओं से परे जाकर, नौसेना ने इस प्रतियोगिता यानी जी20 थिंक को जी20 देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और दोस्ती को बढ़ावा देते हुए, एकता के प्रतीक में बदल दिया है।

मित्रों, यह पहल न केवल हमारी समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने बल्कि वैश्विक बौद्धिक विमर्श और सहयोग में योगदान देने की नौसेना की प्रतिबद्धता के बारे में भी बहुत कुछ बताती है। इस आयोजन में दुनिया भर के युवा और प्रतिभाशाली दिमागों की भागीदारी देखने को मिली है। इसने जी20 भागीदारों के साथ दोस्ताना संबंधों को मजबूत बनाने में योगदान दिया है।

कल्पना कीजिए कि जब वे स्क्रीन पर आए तो उन्होंने किस तरह की शारीरिक भाषा का प्रदर्शन किया। मैं उनके कपड़ों से बिल्कुल मंत्रमुग्ध सा हो गया। मैंने इसके बारे में जानकारी ली। उन सभी को अपने घर से दूर, यहां पर संस्कृति की भूमि में घर जैसा महसूस हुआ। हमारा भारत ऐसा ही है।

मैं वास्तव में युवाओं के इस प्रभावशाली चुनौतीपूर्ण जुड़ाव से अभिभूत हूं, जिससे उत्पादक और प्रभावशाली लोगों के साथ लोगों के जुड़ाव का संकेत मिलता है। वैश्विक स्तर पर, लोगों से लोगों का जुड़ाव अत्यधिक प्रभावशाली है और इससे दुनिया में सद्भाव और शांति हासिल करने में काफी मदद मिलती है।

इन प्रभावशाली प्रतिभाओं के साथ लोगों से लोगों का जुड़ाव बढ़ना एक गेम-चेंजर होगा और मुझे यकीन है कि इस तरह के कार्यक्रम आगे भी होते रहेंगे।

नए तरह के कार्यक्रम जी20 थिंक से एक अनूठा अनुभव मिला है और दोस्तों, यह कई मायनों में बजोड़ है। जिस तरह से इसका संचालन किया गया है, जिस तरह से प्रतिभागियों को इस देश के कोने-कोने और इस देश की संस्कृति से अवगत कराया गया है, वह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर हजारों युवा प्रतिभाओं के बौद्धिक अनुभव को बढ़ा रहा है। अनुभव से मिलने वाली शिक्षा का कोई विकल्प नहीं है। अनुभव सबसे महत्वपूर्ण है। सबसे पहले, हम पर अनुभव की अमिट छाप पड़ती है।

प्रश्नोत्तरी (क्विज) प्रतियोगिता की अवधारणा, बहुत सोच-समझकर विकसित की गई है, और इससे 1000 वर्षों से मौजूद हमारी विषय वस्तु वसुधैव कुटुंबकम की अहमियत पता चलती है। हम 1000 वर्षों के लोकाचार के साथ दुनिया में बेजोड़ सभ्यता हैं, और यह बात सबसे अधिक प्रभावशाली ढंग से तब परिलक्षित हुई जब हमने लगभग एक वर्ष तक पूरे देश में जी20 कार्यक्रमों का आयोजन किया। इस अवधारणा की मतलब ही है कि विश्व एक परिवार है।

हमारा राष्ट्र भारत हमेशा से ही विशिष्ट सिद्धांत का समर्थक रहा है। और इस परिप्रेक्ष्य में, यह जी20 की विषय वस्तु के अनुरूप है। और यह विषय वस्तु पूरी दुनिया को शांति, समृद्धि और खुशी का संदेश देती है और यह थीम है एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य। यह विचार 5000 वर्षों से अधिक समय से हमारी सभ्यता का अभिन्न अंग रहा है।

निर्बाध प्रबंधन के साथ इसे शानदार सफलता दिलाने का श्रेय सभी हितधारकों को जाता है, इसमें कोई कमी नहीं है। नेशनल राउंड में 11,000 स्कूलों की भागीदारी देखी गई, जिसमें कक्षा 9वीं से 12वीं या समकक्ष छात्रों ने भाग लिया और उनकी बुद्धिमत्ता का परीक्षण किया गया।

यह चित्र देखिए। देश के हर हिस्से से 11,000 से अधिक स्कूलों ने भाग लिया। यह एक बेहद कड़ा मुकाबला था।

इसमें डीएवी पब्लिक स्कूल, गुरुग्राम विजेता बना और हमने यहां बैठकर उनको उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए देखा। जो अधिक महत्वपूर्ण है और इससे जो समावेशिता के संकेत मिलते हैं, वह यह है कि अंतर्राष्ट्रीय दौर में जी20 प्लस 9 देशों ने इसमें भाग लिया है। यह संख्या 23 है और दुनिया के विभिन्न महाद्वीपों से संबंधित देशों के साथ सेमीफाइनल समान रूप से संतुलित नजर आया।

जब मैंने परिणाम घोषित होते देखा, तो मैं खुद बेहद उत्साहित महसूस कर रहा था और खुशी महसूस कर रहा था। यह मेरे लिए स्मरणीय और हमशा के लिए संजोया जाने वाला क्षण था। और, विजेताओं और प्रतिभागियों के लिए भी यह ऐसा ही क्षण था।

यह सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं मनाई है। हम जिज्ञासा, ज्ञान और मित्रता की सामूहिक भावना का जश्न मना रहे हैं और इससे हम एक साथ आए हैं।

मैं विजेता टीम के प्रति अपनी तरफ से प्रशंसा व्यक्त करता हूं। सिंगापुर को बधाई!

यह महज संयोग की बात है कि वे भारतीय मूल के लोग हैं।

आपके समर्पण, कड़ी मेहनत और बुद्धि ने आपको वैश्विक चुनौतियों के बीच इस पायदान तक पहुंचाया है। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इतने बड़े आयोजन में हर प्रतिभागी विजेता होता है। जैसा कि माननीय मंत्री ने भी कहा था। प्रत्येक प्रतिभागी विजेता है। हर मायने में, प्रत्येक प्रतिभागी एक टीम है, यहां प्रतिनिधित्व करने वाला प्रत्येक राष्ट्र एक विजेता है।

प्रत्येक प्रतिभागी ने, गर्व के साथ अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए, विचारों और दृष्टिकोणों को नया आकार देने में योगदान दिया है। इससे ही इस तरह के कार्यक्रम समृद्ध बनते हैं और उत्साहित करते हैं।

इस दौरान रिश्ते बने, सीखे गए सबक और निर्मित यादें जीवन भर का खजाना हैं। दुनिया की कुल आबादी का छठा हिस्सा भारत में रहता है और यहां के युवा प्रभावशाली लोगों की कल्पना करें तो ऐसे ही प्रभावशाली दिमागों के साथ संपर्क होने पर, वे बहुत आगे तक जाएंगे। इस जुड़ाव का व्यापक प्रभाव देखने को मिलेगा।

दिसंबर 2022 से आयोजित जी20 थिंक महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय घटनाओं की एक श्रृंखला के समापन अध्याय को दर्शाता है और भारत 1 दिसंबर, 2023 को ब्राजील को जी20 का नेतृत्व सौंपने जा रहा है।

मित्रों, दुनिया ने हमारे समावेशी अभूतपूर्व उत्थान और हमारी समृद्ध और जीवंत संस्कृति को स्वीकार किया है और इसकी झलक 200 से अधिक स्थानों पर 200 से अधिक संवादों में दिखाई दी। तमाम समारोह हुए और जी-20 की छाप देश के हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में नजर आई।

भारत की जी20 की अध्यक्षता ने वैश्विक मंच पर देश का कद बढ़ाया है। ऐसे संगठन को देखकर दुनिया दंग रह गई और इसका परिणाम मानवता के कल्याण के रूप में सामने आया। हमारी अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी और जन-केंद्रित रही है।

यह हमारी जीवन शैली और हमारे वैश्विक दृष्टिकोण दोनों का प्रतीक है। यह एक ऐसा सूत्र है जो हमें न केवल एक राष्ट्र के सदस्य के रूप में, बल्कि एक वैश्विक समुदाय के अभिन्न अंग के रूप में एक साथ जोड़ता है।

आज, यह दुनिया के सामने शांति, सद्भाव और मानवतावाद के लिए भारत का स्पष्ट आह्वान बन गया है!

यह दूरदर्शी नेतृत्व के दम पर ही संभव हुआ है और मैं इस बात पर जोर देता हूं कि यह एक अद्वितीय जी20 कार्यक्रम है और एक अद्वितीय जी20 अध्यक्षता है। यह पीपुल्स जी20’ यानी लोगों का जी20बन गया और पूरे देश में एक उत्सव के रूप में मनाया जाने लगा और दुनिया के सदस्यों ने इसका आनंद उठाया है।

इसके परिणाम सुखद, संपूर्ण और एक नीतिज्ञ (स्टेट्समैन) जैसे रहे हैं। भारत की अध्यक्षता ने ग्लोबल साउथ की आवाज़ को जी20 चर्चा के केंद्र में ला दिया है। यह विश्व राजनीति में गेम चेंजर के समान है।

भारत की पहल और विचारशील प्रयासों के आधार पर अफ्रीकी संघ को जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया जाना एक ऐतिहासिक कदम है। यह समावेशन जी20 को खासा मजबूत कर देगा।

नई दिल्ली जी20 नेताओं की घोषणा पर दुनिया भर की नजर थी। सब सोच रहे थे कि क्या यह विभाजनकारी होगा, क्या वे सर्वसम्मति हासिल कर सकते हैं और आखिर में हमारा समावेशी दृष्टिकोण, प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण और वैश्विक कल्याण की व्यापक प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप एक सर्वसम्मत दस्तावेज तैयार हुआ, जो वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए दूरगामी दस्तावेज़ है।

जी20 नेताओं की घोषणा कोई दस्तावेज नहीं, बल्कि यह एक ऐतिहासिक घोषणा है। इसमें दिए गए संकेत बताते हैं कि भविष्य में राष्ट्र कानूनी व्यवस्था और वैश्विक व्यवस्था के अनुसार खुद को कैसे संचालित करेंगे।

यह उत्तर-दक्षिण विभाजन को पाटने और मजबूत पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण पर काबू पाने में भारत की भूमिका के प्रति वैश्विक स्वीकृति है। इन दोनों पहलुओं के लिहाज से प्रतिकूल परिस्थितियां नजर आ रही थीं। उन पर किसी का ध्यान नहीं था। हमारे प्रधानमंत्री ने कड़ी मेहनत की, उनके पास एक विजन है और उन्होंने इसे क्रियान्वित किया और घोषणा के रूप में इसे संभव करके दिखाया।

इस प्रकार यह विभाजनों से जूझ रही दुनिया में शांति और संयम की आवाज के रूप में भारत की पहचान बन गया है।

शिखर सम्मेलन के दौरान भारत द्वारा की गई भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा जैसी पहल एक बहुत ही महत्वपूर्ण घटनाक्रम साबित होगा जो वैश्विक अर्थव्यवस्था में अत्यधिक प्रभावशाली होगा। इसी तरह, वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन (ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस) भी सामने आया है। इन दोनों ऐतिहासिक कदमों ने भारत के लिए प्रमुख नेतृत्वकारी भूमिका के साथ एक दूसरे से अधिक जुड़े हुए भविष्य के बीज बो दिए हैं।

भारत दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे पुराना लोकतंत्र है, लोकतंत्र की जननी है और इसने इस साल अक्टूबर में नौवें जी20 पार्लियामेंट्री स्पीकर्स के शिखर सम्मेलन यानी पी20 की मेजबानी भी की है।

इसके साथ ही, दुनिया भर के सांसद एक साथ आए और जी20 प्रक्रिया में प्रभावी और सार्थक संसदीय योगदान देने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

प्रधानमंत्री ने इस साल वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के दो सत्रों की भी मेजबानी की है। इसलिए, भारत ने अनिवार्य रूप से एक ही वर्ष में चार ऐसी बैठकें आयोजित की हैं जिनमें दुनिया के 150 से अधिक नेताओं ने भाग लिया है! यह मौजूदा दौर में भारत की प्रासंगिकता का उदाहरण है।

यह वैश्विक स्तर पर भारत की संयोजक शक्ति और प्रधानमंत्री के नेतृत्व को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करता है।

मित्रों, मैं रोमांचित हूं! मैं नौसेना का आभारी हूं। हाल ही में मैंने नौसेना की तरफ से आयोजित कुछ समारोहों में भाग लिया। वे अपनी तरह के अनोखे व्यक्ति थे। वे वैचारिक रूप से जोश भरने वाले लोग थे, बहुत कुशल प्रबंधन वाले थ। यह वास्तव में अद्वितीय था। हमें उन लोगों की सराहना करनी होगी जिनके मन में यह महान विचार आया। इस विचार में शुरुआत से ही वैश्विक जुड़ाव का प्रमुख केंद्र और उपकेंद्र बनने की क्षमता है।

इतने व्यापक और संभावनाओं वाले कार्यक्रम के आयोजन में दूरदर्शिता और समर्पण के लिए भारतीय नौसेना, नेवी वेलफेयर एंड वेलफेयर एसोसिएशन और जी20 सचिवालय को मेरी बधाई। इस तरीके से, जैसा कि पहले संकेत दे दिया गया है, बिना किसी रूपरेखा के यह संभव हुआ है।

जैसा कि हम भविष्य की ओर देख रहे हैं, जी20 थिंक की भावना को निरंतर जारी रखना चाहिए, जो हमें याद दिलाती है कि हमारी विविध पृष्ठभूमि के बावजूद, हम एक उज्जवल और अधिक परस्पर जुड़े हुए विश्व के निर्माण के अपने सामान्य प्रयास से एकजुट हुए हैं।

आइए हम ऐसे भविष्य का मार्ग प्रशस्त करना जारी रखें, जहां सहयोग की कोई सीमा न हो।

दोस्तों, यह एक आनंददायक क्षण होगा यदि क्विज मास्टर से भी सवाल-जवाब किए जाएंगे और मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि प्रतिभागियों और विजेताओं की व्यापक प्रतिभा को देखते हुए, क्विज मास्टर अपने साथ कई सबक घर लेकर जाएगा।

जय भारत!

*****

एमजी/एआर/एमपी/एजे



(Release ID: 1979291) Visitor Counter : 178


Read this release in: English , Odia