संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
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सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स (सी-डॉट) ने अपना 40वां स्थापना दिवस मनाया; समारोह का उद्घाटन भारत सरकार के माननीय संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह ने चौहान किया


भारत सरकार के माननीय संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान ने सी-डॉट के त्रिनेत्र - एंटरप्राइज सिक्योरिटी ऑपरेशन सेंटर (ईएसओसी) का भी उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य संगठनों को शुरू से अंत तक साइबर सुरक्षा खतरों के बारे में जानकारी देना, विश्लेषण करना और सुरक्षा समाधान प्रदान करना है

सी-डॉट ने ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग’ पर केंद्रित एक तकनीकी सम्मेलन और व्याख्यान माला का आयोजन किया; इसमें विख्यात वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों की व्यावहारिक बातचीत शामिल थी

वार्षिक दिवस समारोह के हिस्से के रूप में सी-डॉट और उसके स्टार्टअप भागीदारों की ओर से विकसित नवीन दूरसंचार समाधानों का सीधा प्रदर्शन दिखाने वाली एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गयी

Posted On: 25 AUG 2023 8:39PM by PIB Delhi

भारत सरकार के संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग के प्रमुख दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास केंद्र, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स (सी-डॉट) ने शुक्रवार को अपना 40वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया, जिसका उद्घाटन भारत सरकार के संचार राज्य मंत्री माननीय श्री देवुसिंह चौहान ने किया।


श्री देवुसिंह चौहान ने अपने उद्घाटन भाषण में आर्टिफिशियल इन्टेलीजेंस/मशीन लर्निंग (एआई/एमएल) जैसी नवीनतम तकनीकों को प्रभावी और त्वरित तरीके से अपनाकर संचार नेटवर्क को आधुनिक बनाने की महत्वपूर्ण आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने युवा इंजीनियरों और उद्यमियों से माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए निरंतर नवाचार करने और देश भर में नागरिकों के बड़े लाभ के लिए अत्याधुनिक तकनीकी एप्लीकेशन विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने वार्षिक दिवस समारोह के हिस्से के रूप में आयोजित प्रदर्शनी में प्रदर्शित विभिन्न प्रौद्योगिकी उपयोग-मामलों और घरेलू समाधानों की सराहना की।

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श्री देवुसिंह चौहान ने सी-डॉट परिसर, नयी दिल्ली में सी-डॉट के एंटरप्राइज सिक्योरिटी ऑपरेशन सेंटर (ईएसओसी) का भी उद्घाटन किया और त्रिनेत्र का शुभारंभ किया। त्रिनेत्र सिक्योरिटी इन्फार्मेशन एंड इवेंट मैनेजमेंट (एसआईईएम), सुरक्षा ऑर्केस्ट्रेशन एंड ऑटोमेटेड रिस्पॉन्स (एसओएआर), डेटा हानि रोकथाम (डीएलपी), उपयोगकर्ता इकाई और व्यवहार विश्लेषण (यूईबीए), मल्टी-सोर्स थ्रेट इंटेलिजेंस और अन्य कई सुरक्षा प्रणालियों का एक संयोजन है। यह समाधान चौबीसों घंटे वास्तविक समय पर कार्रवाई योग्य साइबर-सुरक्षा स्थिति और साइबर-खतरों (वायरस, मैलवेयर, रैंसमवेयर, स्पाइवेयर आदि) का पता लगाने और समाधान प्रदान करता है। यह कमजोरियों का पता लगाने, विश्लेषण और संवेदनशील डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले साइबर खतरों के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता सक्षम स्वचालित प्रतिक्रिया देकर पर्सनल कम्प्यूटर, लैपटॉप, सर्वर और वर्चुअल मशीन (वीएम) सहित एंडपॉइंट की सुरक्षा करके संगठन की सूचना प्रौद्योगिकी संपत्तियों का सुरक्षा मूल्यांकन भी करता है। यह समाधान विभिन्न सरकारी विभागों के महत्वपूर्ण डिजिटल बुनियादी संरचना को लगातार विकसित हो रहे साइबर खतरे के परिदृश्य से बचाने में सक्षम है।

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सी-डॉट ने अपनी जीबी मीमांसी व्याख्यान श्रृंखला (दूरसंचार और आईसीटी के नये उभरते आयामों पर कार्यशालायें) के हिस्से के रूप में ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) पर केंद्रित एक तकनीकी सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें कई कार्यक्षेत्र विशेषज्ञ, क्षेत्र के दिग्गज और शिक्षाविदों ने एआई तथा एमएल के उभरते रुझानों एवं स्वास्थ्य, रक्षा और सुरक्षा प्रणालियों सहित विभिन्न क्षेत्रों में उनके अप्लीकेशन्स पर अपने गहरे अनुभव तथा गहन ज्ञान को साझा किया। तकनीकी सम्मेलन का उद्घाटन श्री देवुसिंह चौहान, माननीय संचार राज्य मंत्री, भारत सरकार द्वारा श्री मनीष सिन्हा, सदस्य (वित्त), डिजिटल संचार आयोग और श्री ए के साहू, सदस्य (सेवा), डिजिटल संचार आयोग की गरिमापूर्ण उपस्थिति में किया गया।

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श्री मनीष सिन्हा, सदस्य (वित्त), डिजिटल संचार आयोग, भारत सरकार ने मार्केट में लगने वाले समय को कम करके घरेलू प्रौद्योगिकियों के निर्यात के लिये नये व्यावसायिक अवसरों के निर्माण से स्वदेशी प्रौद्योगिकियों के व्यावसायीकरण पर अपने मूल्यवान विचार पेश किये।


भारत सरकार के डिजिटल संचार आयोग के सदस्य (सेवाएं) श्री ए के साहू ने जटिल वास्तविक समय की समस्याओं को हल करने, राष्ट्रीय नेटवर्क को मजबूत करने और राष्ट्र के समग्र विकास को बढ़ावा देने में स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।


तकनीकी सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञों की गहन बातचीत के बीच कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) के नये आयामों से संबंधित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला देखी गई।


सम्मेलन में उल्लेखनीय वक्ताओं में श्री कमल अग्रवाल, डीडीजी (डीआईयू), प्रोफेसर ब्रजेश लाल, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), प्रोफेसर स्वागतम दास, भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आईएसआई), कोलकाता, प्रोफेसर मयंक वत्स, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, श्री दीपक विश्वकर्मा, वैज्ञानिक 'एफ', वैज्ञानिक विश्लेषण समूह (एसएजी) ,रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), श्री तवप्रितेश सेठी, एसोसिएट प्रोफेसर, इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईआईटी), दिल्ली, श्री जिगर हलानी और सुश्री पूजा यादव, वैज्ञानिक 'एफ', वैज्ञानिक विश्लेषण समूह (एसएजी), डीआरडीओ शामिल थे।


सी-डॉट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने एआई और एमएल सहित दूरसंचार और आईसीटी के विभिन्न क्षेत्रों में सी-डॉट की प्रगति के बारे में बात की। उन्होंने सी-डॉट के शोधकर्ताओं की क्षमताओं पर भरोसा और विश्वास जताने के लिए माननीय मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को धन्यवाद दिया और स्वदेशी रूप से विकसित प्रौद्योगिकियों और अभिनव समाधानों के साथ दूरसंचार क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भरता’ हासिल करने के लिए सी-डॉट का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया।


इस कार्यक्रम में एआई और एमएल के तकनीकी क्षेत्र के विशेषज्ञ, अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने वाले उभरते स्टार्टअप और मीडिया कर्मी उपस्थित रहे।
 

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