विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय

वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा समर्थित सीआरटीडीएच-भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर में कल "एमएसएमई को सशक्त बनाते सीआरटीडीएच" विषय पर चिंतन शिविर का उद्घाटन


विषयगत सत्र आईआईटी खड़गपुर में सीआरटीडीएच का अवलोकन - एमएसएमई कनेक्ट और अवसर, एमएसएमई के लिए लक्षित बुनियादी ढांचे,विकसित प्रौद्योगिकियों, भविष्य की प्रौद्योगिकियों तथा अवसरों पर केंद्रित होगा

Posted On: 26 JUL 2023 4:28PM by PIB Delhi

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) एमएसएमई की अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी संबंधी विकास गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा शैक्षणिक समुदाय और उद्योग के बीच सामंजस्‍य विकसित करने के लिए 2014 से "कॉमन रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट हब (सीआरटीडीएच)" योजना का संचालन कर रहा है। सीआरटीडीएच का लक्ष्य उत्पादकता बढ़ाना, एमएसएमई के नवोन्‍मेषी कौशलों को बढ़ाना और उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने और रोजगार सृजन करने में समर्थ बनने में मदद करना है। डीएसआईआर समर्थित ये हब अब देश के विभिन्न स्थानों पर स्थित 18 सीआरटीडीएच का एक सशक्‍त परिवार हैं। सभी सीआरटीडीएच पांच पृथक क्षेत्रों अर्थात् इलेक्ट्रॉनिक्स/नवीकरणीय ऊर्जा, किफायती स्वास्थ्य, पर्यावरणीय हस्तक्षेप, कम लागत वाली मशीनिंग और नई सामग्री/रासायनिक प्रक्रिया में सार्थक अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों में संलग्‍न हैं और महत्वपूर्ण सामाजिक प्रभाव उत्‍पन्‍न कर रहे हैं।

सीआरटीडीएच और एमएसएमई/स्टार्ट-अप/इनोवेटर्स के बीच पारस्‍परिक प्रभाव को मजबूत बनाने के लिए, डीएसआईआर ने डीएसआईआर द्वारा स्थापित सभी 18 सीआरटीडीएच में "चिंतन शिविर- एमएसएमई को सशक्त बनाते सीआरटीडीएच" आयोजित करने की योजना बनाई है। इस श्रृंखला में पहला "चिंतन शिविर" 27 जुलाई, 2023 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर (आईआईटी खड़गपुर) में स्थापित डीएसआईआर-सीआरटीडीएच में आयोजित किया जा रहा है। यह एक दिवसीय 'चिंतन शिविर- एमएसएमई को सशक्त बनाते सीआरटीडीएच' डीएसआईआर के साथ आईआईटी, खड़गपुर में सीआरटीडीएच द्वारा आयोजित किया जाएगा।

अतिथियों और प्रतिनिधियों के नेतृत्व में सीआरटीडीएच सुविधाओं के संक्षिप्‍त दौरे के साथ यह कार्यक्रम शुरू होगा। कार्यक्रम की शुरुआत डीएसआईआर के सचिव और सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ. एन. कलैसेल्वी और आईआईटी खड़गपुर के निदेशक डॉ. वी के तिवारी के उद्घाटन भाषण से होगी। इसके बाद डॉ. सुजाता चकलानोबिस, वैज्ञानिक-जी और प्रमुख-सीआरटीडीएच, डीएसआईआर द्वारा चिंतन शिविर के अवलोकन के साथ सत्र आगे बढ़ेगा। कार्यक्रम के दौरान डीएसआईआर-सीआरटीडीएच-आईआईटी, खड़गपुर का एक वीडियो भी जारी किया जाएगा। इस कार्यक्रम में आईआईटी खड़गपुर के निदेशक प्रोफेसर वीके तिवारी; डॉ. सुजाता चकलानोबिस, प्रमुख, सीआरटीडीएच; डॉ. विपिन सी. शुक्ला, सदस्य सचिव, सीआरटीडीएच और डीएसआईआर से वरिष्ठ अधिकारी डॉ. रणजीत बैरवा, डॉ. सुमन मजूमदार, डॉ. कैलाश पेटकर,  प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती, पीआई-सीआरटीडीएच और उनकी टीम भाग लेंगे। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के प्रतिनिधि और चैंबर्स ऑफ कॉमर्स, उद्योग संघों के प्रतिनिधि भाग लेंगे और अपने अनुसंधान एवं विकास प्रयासों में सीआरटीडीएच से लाभ प्राप्त करेंगे।

आईआईटी खड़गपुर में विषयगत सत्र सुमन चक्रवर्ती, पीआई-सीआरटीडीएच, आईआईटी खड़गपुर द्वारा  सीआरटीडीएच का अवलोकन - एमएसएमई कनेक्ट और अवसर, (एमएसएमई के लिए लक्षित बुनियादी ढांचे,विकसित प्रौद्योगिकियों, भविष्य की प्रौद्योगिकियों तथा अवसरों पर केंदित होगा)। चैंबर्स ऑफ कॉमर्स, उद्योग संघों के प्रतिनिधि एमएसएमई की अनुसंधान एवं विकास की आवश्यकताओं की पूर्ति के संबंध में जानकारी देंगे। ये सत्र देश में एमएसएमई को सशक्त बनाने में सीआरटीडीएच की भूमिका पर प्रकाश डालेंगे। ये चर्चाएं एमएसएमई/स्टार्टअप/इनोवेटर्स की 5 बड़ी चुनौतियों की पहचान करने और सीआरटीडीएच से संभावित समाधानों के लिए "संवाद" का नेतृत्व करेंगी।

संक्षेप में, इस कार्यक्रम में हितधारकों के साथ इंटरैक्टिव सत्र होंगे, जिनका उद्देश्‍य देश में एमएसएमई/स्टार्ट-अप/इनोवेटर्स के सामने आने वाली चुनौतियों के संभावित समाधान तक पहुंचने के साथ ही साथ भारत को वैश्विक औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास और विनिर्माण केंद्र बनाने की दिशा में अवसरों का उपयोग करना है।

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