संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय

सी-डॉट ने अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के नए शुरू किए गए क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र के दौरे और क्षेत्रीय नवाचार मंच के अंतर्गत नवोन्मेषकों द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया

Posted On: 23 MAR 2023 6:34PM by PIB Delhi

दक्षिण एशियाई देशों और भारत के भाग लेने वाले प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने आज दिल्ली में टेलीमैटिक्स के विकास के लिए केंद्र (सी-डॉट) में स्थित अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के नए शुरू किए गए क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र का दौरा किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस केंद्र का उद्घाटन 22 मार्च, 2023 को किया था।

केंद्र को कार्यात्मक बनाने के लिए दीप प्रज्ज्वलित किया गया, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के निदेशक श्री कॉस्मास ज़वाज़ावा; श्री ल्योंपो कर्मा डोनेन वांग्दी, मंत्री, भूटान; श्री मोहम्मद शरीफ, मंत्री, मालदीव; सुश्री रेखा शर्मा, मंत्री, नेपाल; श्री मीसम अबेदिकौशलशाह, मंत्री, ईरान और श्री कनक हेराथ, मंत्री, श्रीलंका ने भाग लिया। भारत का प्रतिनिधित्व श्री वी.एल.कांत राव, दूरसंचार विभाग में अपर सचिव; श्री एस के मिश्रा, दूर संचार विभाग के सलाहकार वित्त और टेलीमैटिक्स के विकास के लिए केंद्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री आर के उपाध्याय ने किया।

टेलीमैटिक्स के विकास के लिए केंद्र (सी-डॉट) केंद्र ने 46 नवोन्मेषकों द्वारा एक प्रदर्शनी भी आयोजित की, जिसमें भारत भर के विभिन्न हितधारक समूहों द्वारा प्रोटोटाइप और विचारों को प्रदर्शित किया गया। अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ कुछ प्रमुख निजी क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ सहयोग कर रहा है, विशेष रूप से प्रौद्योगिकी क्षेत्र में, ताकि बाद वाले प्रदर्शनी स्टालों के माध्यम से नवाचार और विकास के विषयगत क्षेत्रों में अपने अभिनव समाधान प्रदर्शित कर सकें। प्रदर्शनी में भारत के शिक्षाविदों, निजी क्षेत्र, लघु और माध्यम उद्यम और स्टार्ट-अप और सार्वजनिक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले हितधारकों द्वारा प्रदर्शित अभिनव समाधान प्रदर्शित किए गए जिन्हें हितधारकों के साथ रणनीतिक जुड़ाव के माध्यम से बढ़ाया जा सकता है। गणमान्य व्यक्तियों ने इस केंद्र का का दौरा भी किया।

इस दौरान पड़ोसी देशों के अतिथियों ने आज ही क्षेत्रीय नवाचार मंच (आरआईएफ) के अंतर्गत विचार मंथन सत्र भी देखा। इस कार्यक्रम में 43 अंतर्राष्ट्रीय सहित कुल 250 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

क्षेत्रीय नवाचार मंच का उद्देश्य बहु हितधारक दर्शकों के एक पूल के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करना है और वर्ष 2023 में बाद में निर्धारित वैश्विक नवाचार मंच (जीआईएफ़) के नेतृत्व में उद्यमशीलता से संचालित नवाचार और प्रतिस्पर्धी डिजिटल ईकोसिस्टम प्रणालियों के निर्माण के लिए सहायता प्रदान करेगा।

नीति अनुसंधान, नवाचार और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय दूरसंचार संस्थान (एनटीआईपीआरआईटी -डॉट) और अंतर्राष्ट्रीय दूर संचार संघ के बीच अंतर्राष्ट्रीय दूर संचार संघ अकादमी प्रशिक्षण केंद्र (एटीसी) कार्यक्रम के अंतर्गत संयुक्त क्षमता विकास गतिविधियों के लिए सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद सत्र का समापन हुआ। इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय दूर संचार संघ ने इस उद्देश्य के लिए नीति अनुसंधान, नवाचार और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय दूरसंचार संस्थान को दुनिया भर में अपने 14 अकादमी प्रशिक्षण केंद्रों में से एक के रूप में चुना था।

दूरसंचार विभाग की ओर से नीति अनुसंधान, नवाचार और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय दूरसंचार संस्थान के महानिदेशक श्री राजू सिन्हा और अंतर्राष्ट्रीय दूर संचार संघ के निदेशक श्री कॉस्मास ज़वाज़ावा ने मंच पर अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किए।

आज ही सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर स्वतंत्र प्रौद्योगिकी नवाचार पर एक पैनल चर्चा भी हुई और कैसे केवल भारत या अन्य दक्षिण एशियाई देशों बल्कि इन्हें हासिल करने में पूरी दुनिया की मदद करने के लिए प्रौद्योगिकी सबसे महत्वपूर्ण संचालक बलों में से एक हो सकती है। सत्र पर विचार-विमर्श करते हुए, विशेषज्ञों ने निम्नलिखित चर्चा बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया:

1. मुक्त प्रौद्योगिकी में नीति की भूमिका।

2. सतत विकास के लिए प्रौद्योगिकी को प्रमुख घटकों में से एक क्यों माना जाता है?

3. ओपन टेक्नोलॉजी में स्टार्ट-अप, ओपन सोर्स और डिजिटल उत्पाद क्या भूमिका निभाते हैं?

4. नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र ओपन टेक्नोलॉजी की अवधारणा को मजबूत करने के लिए क्या कर सकता है?

इसके अतिरिक्त, सह-निर्माण सत्र का उद्देश्य नवाचार के विभिन्न चरणों में पूर्व-विचार से लेकर उच्च-विकास लघु और मध्यम बनने तक डिजाइन थिंकिंग की प्रक्रिया का एक त्वरित अवलोकन प्रदर्शित करना था। अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईटी कानपुर द्वारा प्रदर्शन सह-निर्माण समाधान के उदाहरण के रूप में 'डिजिटल स्वास्थ्य' पर केंद्रित था। इस सह-सृजन सत्र के माध्यम से, प्रतिभागियों ने भारत के डिजिटल स्वास्थ्य ईकोसिस्टम को बढ़ाने के अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा की और यह समझा कि कैसे अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र इस क्षेत्र में साझेदारी और सहयोग के माध्यम से डिजिटल स्वास्थ्य नवाचारों के आगे संभावित अगले चरण के विकास का सर्वोत्तम समर्थन कर सकता है।

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