रक्षा मंत्रालय
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नौसेना कमांडरों के सम्मेलन में रक्षा मंत्री की बातचीत

प्रविष्टि तिथि: 02 NOV 2022 7:35PM by PIB Delhi

नौसेना कमांडरों के सम्मेलन के अंतर्गत रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने दिनांक 02 नवंबर 2022 को भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ गणमान्य अधिकारियों ने नौसेना मुख्यालय और नौसेना की अनुसंधान एवं विकास शाखा- इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम इंजीनियरिंग प्रतिष्ठान (डब्ल्यूईएसईई) के एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन को भी देखा, जिसके अंतर्गत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, टैक्टिकल कम्युनिकेशंस, कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम, साइबर सिक्योरिटी, पेरिस्कोप और कॉम्बैट प्लेटफॉर्म इंटीग्रेशन के क्षेत्र में विशिष्ट तकनीकों का उपयोग करने वाली मौजूदा और योजनाबद्ध स्वदेशी परियोजनाओं का प्रदर्शन किया गया। यह नौसेना ऑपेरशन्स के सभी क्षेत्रों में स्वदेशी प्रयासों की अगुवाई करने की भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

माननीय रक्षा मंत्री ने बातचीत के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा और समृद्धि के लिए सुरक्षित समुद्र सुनिश्चित करने की दिशा में उच्च सैन्य कार्यात्मक गति बनाए रखने के लिए नौसेना की सराहना की। उन्होंने आईएनएस विक्रांत, जो भारत का पहला स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित विमान वाहक है, की सफलतापूर्वक कमीशनिंग करने के लिए और हमारे औपनिवेशिक अतीत को मिटाने वाला नया नेवल इनसाइन अपनाने के लिए नौसेना को बधाई दी।

उन्होंने नौसेना की देश के 'कॉम्बैट-रेडी, क्रेडबल, कोहीसिव और फ्यूचर प्रूफ' सशस्त्र बल के तौर पर विकसित होने के लिए सराहना की। उन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा चुनौतियों पर काबू पाने के लिए 'होल-ऑफ-नेशन' दृष्टिकोण के महत्व पर भी जोर दिया।  माननीय रक्षा मंत्री ने हाल के वर्षों में स्वदेशीकरण और नवाचार की दिशा में प्रयासों के लिए नौसेना की सराहना की, साथ ही नौसेना कमांडरों से समुद्री क्षेत्र में उभरती चुनौती पर प्रभावी ढंग से काबू पाने के लिए भविष्य के क्षमता विकास पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह भी किया।

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