पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय
गेल ने अब तक का सबसे अधिक राजस्व, पीबीटी और पीएटी दर्ज किया है
पिछले वित्तीय वर्ष के कुल पीएटी के स्तर को पार कर वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही तक पीएटी में 158 फीसदी की उछाल दर्ज की गई
Posted On:
03 FEB 2022 5:33PM by PIB Delhi
गेल (इंडिया) लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में बेहतर गैस विपणन प्रसार, बेहतर उत्पाद कीमतों और पेट्रोकेमिकल्स और तरल हाइड्रोकार्बन में बेहतर परिचालन दक्षता के कारण वित्तीय प्रदर्शन के सभी मापदंडों को पार कर लिया है।
गेल ने वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में परिचालन से राजस्व में 20 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 25,776 करोड़ रुपये दर्ज की है। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 21,515 करोड़ रुपये था। वहीं, तीसरी तिमाही में कर भुगतान से पहले लाभ (पीबीटी) 17 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 4,308 करोड़ रूपये दर्ज किया गया। चालू वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 3,682 करोड़ रूपये था। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में कर भुगतान के बाद लाभ (पीएटी) भी 15 फीसदी उछाल के साथ 3,288 करोड़ रूपये दर्ज किया गया, जो दूसरी तिमाही में 2,863 करोड़ रुपये था।
31 दिसंबर, 2021 को समाप्त नौ महीने की अवधि के लिए परिचालन से प्राप्त राजस्व 57 फीसदी बढ़कर 64,678 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 41,189 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था। वहीं, वित्तीय वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही के 3,774 करोड़ रुपये की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष की समान तिमाही में पीबीटी 166 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 10,044 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। वहीं, चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में पीएटी 158 फीसदी बढ़कर 7,681 हो गया। वित्तीय वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में यह 2,983 करोड़ रुपये था। यह मुख्य रूप से बेहतर गैस विपणन प्रसार, उत्पाद की बेहतर कीमतों, गैस विपणन और पारेषण खंड में बेहतर भौतिक प्रदर्शन के कारण संभव हो पाया है।
समेकित आधार पर, वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में परिचालन से राजस्व 20 फीसदी बढ़कर 26,176 करोड़ रुपये हो गया है। यह आंकड़ा चालू वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में 21,782 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था। वहीं, वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में पीबीटी 29 फीसदी बढ़कर 4,820 करोड़ हो गया। दूसरी तिमाही में यह 3,728 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था। इसके अलावा चालू वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में पीएटी 31 फीसदी बढ़कर 3,781 करोड़ रुपये हो गया। वित्तीय वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में यह 2,883 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था। गेल ने नौ महीने के आधार पर यानी वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही तक परिचालन, पीबीटी और पीएटी से क्रमश: 65,546 करोड़ रुपये, 11,088 करोड़ रुपये और 8,802 करोड़ रुपये समेकित राजस्व की प्राप्ति की है। पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि की तुलना में इनमें क्रमश: 57 फीसदी, 146 फीसदी और 141 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
गेल के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक श्री मनोज जैन ने बताया कि यह कंपनी के परिचालन, पीबीटी और पीएटी से प्राप्त अब तक का सबसे अधिक तिमाही राजस्व है। सही मायने में, 31 दिसंबर, 2021 को समाप्त 9 महीने की अवधि के दौरान गेल पहले ही पिछले वित्तीय वर्षों में प्राप्त किए गए उच्चतम पीएटी को पार कर चुकी है। गेल ने मुख्य रूप से पाइपलाइनों, पेट्रोकेमिकल्स, इक्विटी से लेकर संयुक्त उद्यम (जेवी) आदि पर 5,034 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया है। उन्होंने आगे बताया कि गेल ने ओएनजीसी त्रिपुरा पावर कंपनी में आईएलएफएंडएस से 26 फीसदी हिस्सेदारी प्राप्त की है। यह अधिग्रहण सहक्रियाशील होगा और गेल को देश के उत्तर पूर्व क्षेत्र में अपनी उपस्थिति मजबूत करने में सक्षम बनाएगा। उन्होंने कहा, “गेल ने मध्य प्रदेश के इंदौर में एजीएल के सिटी गैस वितरण नेटवर्क में हाइड्रोजन के मिश्रण के लिए भारत की अपनी तरह की पहली प्रायोगिकी परियोजना शुरू की है। यह परियोजना हाइड्रोजन आधारित और कार्बन-तटस्थ भविष्य की ओर भारत की यात्रा की शुरुआत है।”
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