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'द जायंट्स' ने पुरुषत्व के काले पक्ष को दिखाया है
एक अभिनेता को संवेदनशील होने और खुद के निभाए गए चरित्र को महसूस करने की जरूरत है: आईएफएफआई 52 में अभिनेता रिकार्डो बोम्बागी
गांव के बीच में स्थित एक जर्जर विला में कृत्रिम स्वर्ग के लिए जुनून साझा करने वाले दोस्तों के बीच एक मुलाकात, वर्तमान में जीने की अतृप्य प्यास और अतीत की विपत्ति को क्षण भर के लिए भूल जाना, जो उनके दिमाग में मंडराते रहते हैं; यह संक्षेप द जायंट्स की दुनिया है। विविधता लिए दोस्तों का यह समूह नशा, शराब और अंधेरे के साथ बेलगाम कामुक आनंद के माहौल में एक साथ अपनी अंतिम शाम बिताने का फैसला करता है।
विश्व पैनोरमा के तहत 52वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रदर्शित इटालियन फिल्म द जायंट्स ने पुरुषत्व के काले पक्ष को पूरी मजबूती से उजागर किया है।
इस फिल्म के अभिनेता रिकार्डो बोम्बागी ने आज गोवा के पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मुझे लगता है कि दो तरह के लोग होते हैं। एक जो नुकसान के बाद भी सामान्य रहते हैं और दूसरे वे जो नुकसान को स्वीकार करने में विफल रहते हैं और व्याकुल हो जाते हैं। वे अपने व्यवहार में व्याकुलता दिखाते हैं और उनमें से कई को नशे के लत लग जाती है। इसे देखते हुए हमने पात्रों को जोड़ने और मानव व्यवहार में असामान्यता पर जोर देने के लिए प्रतीकवाद के रूप में ड्रग्स का उपयोग किया है।”
रिकार्डो ने बताया कि इस फिल्म में पांच किरदार हैं और हर एक के पास जीवन को देखने का अपना एक अनोखा तरीका है। फिर पांचों दोस्तों को क्या जोड़ता है, उनके बीच स्पष्ट मतभेदों के बावजूद बचने का रास्ता खोजने में उनकी अक्षमता है या किसी भी तरह का शॉर्टकट जो उन्हें अहंकार और जहरीले पुरुषत्व के दुष्चक्र से बचने का रास्ता दिखाएगा।
उन्होंने आगे कहा, “कुछ लोग सब कुछ संतुलित करने की कोशिश करते हैं व अपने भीतर शांति पाते हैं। वहीं, दूसरे अपने तथाकथित अहंकार में समाप्त हो जाते हैं। चुनना आपको है कि आपने किस तरह के जीवन को चुना है?"
फिल्म के इस नाम के पीछे के विचार के बारे में उन्होंने बताया कि आप कितने भी शक्तिशाली और मजबूत हों, अगर आप अपने मूल मार्ग से भटकना शुरू कर देते हैं तो आप पहले जैसे नहीं रहेंगे। यहां तक कि दिग्गज भी फिल्म में दिखाए गए किरदारों की तरह पतित हो जाएंगे। एक समय में वे अपना मूल किरदार खो चुके होते हैं और नशीली चीजें, शराब व अहंकार उन पर हावी हो जाते हैं।
अपने किरदार की चुनौतियों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में रिकार्डो ने कहा कि अभिनय का कोई सिद्धांत नहीं होता है। किसी को उसके निभाए गए किरदार को आत्मसात करने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा, “एक अभिनेता को संवेदनशील होने की जरूरत है। उन्हें कहानी और किरदारों से प्यार करने की जरूरत है। आपको किरदार को दिखाने के लिए उसकी भावनाओं को महसूस करने की आवश्यकता है।"
द जायंट्स
(विश्व पैनोरमा श्रेणी), इटालियन फिल्म
फिल्म के बारे में
यह फिल्म पुराने दोस्तों के एक बार फिर से मिलने की कहानी है। एक भूली-बिसरी घाटी में दूर स्थित घर है। यहां अपने रिश्ते से जूझ रहे दोस्तों का एक समूह इकट्ठा होता है और शराब व नशीली चीजों का सेवन करता है। अतीत की कई यादें, निशानियां और प्यार की कहानियां हैं। यह फिल्म अपने सभी रूपों में पुरुषत्व पर हमला करता है। यह पुरुषत्व को एक बदबूदार दोष के रूप में दिखाने की एक कोशिश है। इस फिल्म को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता श्रेणी के तहत लोकार्नो फिल्म समारोह के लिए भी चुना गया था।
निर्देशक के बारे में
बोनिफेसिओ एंगियस (जन्म- 1982, सस्सारी) एक इतालवी निर्देशक, पटकथा लेखक, अभिनेता, सिनेमेटेग्राफर और निर्माता हैं। उन्होंने कई लघु (शॉर्ट) फिल्में बनाई हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है। उनकी तीन फिल्में परफडिया, ओवुंक प्रोटेगिमी, डेस्टिनो (लघु) को कई समारोहों में आलोचकों की प्रशंसा मिल चुकी है। 2013 से बोनिफेसिओ एंगियस फिल्म प्रोडक्शन कंपनी आईआई मोनेलो फिल्म के सीईओ हैं।
कलाकार समूह
निर्माता : बोनिफेसिओ एंगियस
पटकथा लेखक : बोनिफेसिओ एंगियस, स्टीफैनो डिफेनु
सिनेमेटोग्राफर : बोनिफेसिओ एंगियस
संपादक : बोनिफेसिओ एंगियस
कलाकार : बोनिफेसिओ एंगियस, स्टीफैनो डिफेनु, मिशेल मनका, रिकॉर्डो बोम्बागी
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एमजी/एएम/एचकेपी
(Release ID: 1775542)
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