विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
सीएसआईआर ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के साथ विज्ञान और प्रद्यौगिकी आधारित विकास के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
विभिन्न सीएसआईआर संस्थान अपनी मुख्य दक्षताओं के आधार पर अनुसंधान एवं विकास को विस्तार देकर सामाजिक परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे
स्थानिक और अन्य उच्च मूल्य वाली औषधीय, सुगंधित और पोषक तत्वों वाले पौधों/फसलों के व्यावसायीकरण, स्थानिक माइक्रोबियल और पौधों की विविधता की जैव संभावना पर केन्द्रित है
भू-भौतिकीय मानचित्रण, पर्यावरण के अनुकूल चमड़ा प्रसंस्करण और सूक्ष्मजीव विज्ञानी और जैव प्रौद्योगिकी संबंधी उपायों पर फोकस
Posted On:
29 JAN 2021 12:44PM by PIB Delhi
विज्ञान और प्रौद्योगिकी उपायों के जरिये विकास को गति देने के लिए सीएसआईआर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए है। समझौता ज्ञापन पर सीएसआईआर-आईआईआईएम के निदेशक डॉ. डी. श्रीनिवास और लद्दाख के कृषि और बागवानी विभाग के आयुक्त/सचिव रिग्जियान सैम्फिल ने हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और सीएसआईआर के बीच ज्ञान आधारित साझेदारी को स्थापित करना है। साथ ही इसका मकसद लद्दाख में जैव संसाधन के उपयोग के लिए स्थानिक विकास, क्षेत्र में नकदी फसलों की शुरुआत और प्राकृतिक संसाधनों की खोज को बढ़ावा देना है।
विभिन्न सीएसआईआर संस्थान अपनी मुख्य दक्षताओं के आधार पर अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) को लेकर विस्तार और सामाजिक परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। पहले चरण में, छह संस्थान सीएसआईआर-आईआईएम, सीएसआईआर-आईएचबीटी, सीएसआईआर-एनबीआरआई, सीएसआईआर-एनजीआरआई, सीएसआईआर-सीएमईआरआई और सीएसआईआर-सीएलआरआई, सीएसआईआर-आईआईआईएम, जम्मू के साथ मिलकर व्यापक तौर पर ज्ञान आधारित तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे। इसमें औद्योगिक कृषि, स्थानिक और अन्य उच्च मूल्य वाली औषधीय, सुगंधित और पोषक तत्वों के पौधों/फसलों के व्यावसायीकरण, स्थानिक माइक्रोबियल और पौधों की विविधता की जैव संभावना आदि शामिल है, जिन पर ध्यान केंद्रित किया गया है। भू-भौतिकीय मानचित्रण, पर्यावरण के अनुकूल चमड़ा प्रसंस्करण और सूक्ष्मजीव विज्ञानी और जैव प्रौद्योगिकी संबंधी उपायों पर भी फोकस किया गया है। सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ. शेखर सी मांडे ने जोर दिया कि सीएसआईआर लद्दाख में अनुसंधान और विकास (आरएडंडी) को लेकर प्रतिबद्ध है। समझौता ज्ञापन (एमओयू) इस उद्देश्य की दिशा में लिया गया एक कदम है।
इससे पहले, सीएसआईआर ने इस क्षेत्र में सीएसआईआर-सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर हाई अल्टीट्यूड नेचुरल साइंसेज की स्थापना करके इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। सीएसआईआर ने लद्दाख के विभिन्न औषधीय, सुगंधित और पोषक पौधों/ फसलों की प्रयोगात्मक खेती करके बड़ा काम किया है। फिलहाल, इस क्षेत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जाहिर करते हुए कोविड-19 महामारी के दौरान सीएसआईआर लेह और कारगिल में कोरोना टेस्टिंग बढ़ा रहा है। साथ ही संस्थान इस क्षेत्र को उपकरण और तकनीकी रुप से प्रशिक्षित मानव संसाधन मुहैया करा रहा है। यह सब सीएसआर फंडिंग के माध्यम से सन फार्मा द्वारा किया जा रहा है।
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