वित्‍त मंत्रालय

आईएफएससीए समिति ने अंतर्राष्ट्रीय खुदरा व्यापार के विकास पर अंतरिम रिपोर्ट प्रस्तुत की

Posted On: 21 SEP 2020 7:12PM by PIB Delhi

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) में विशेषज्ञ समिति ने अंतर्राष्ट्रीय खुदरा व्यापार विकास पर अपनी अंतरिम रिपोर्ट आईएफएससीए अध्यक्ष को सौंप दी है। अंतरिम रिपोर्ट में आईएफएससी में अंतरराष्ट्रीय फुटकर व्यवसायों के तेज और कुशल विकास के उद्देश्य से कई सुझाव शामिल हैं। इस में मुख्य रूप से बैंकिंग कार्यक्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया गया है। अन्य प्रमुख व्यावसायिक कार्यक्षेत्र, अर्थात् बीमा, परिसंपत्ति प्रबंधन और पूंजी बाजार, उन रिपोर्टों में शामिल किए जाएंगे, जिन्हे समिति की भविष्य में जारी करने की योजना है।

आईएफएससीए द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में अंतर्राष्ट्रीय खुदरा व्यापार को विकसित करने का सुझाव देने के उद्देश्य से विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है। आईएफएससी को अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवाओं के लिए आकर्षक बनाने के लिए संभावित रणनीतियों के साथ आईएफएससी में अंतर्राष्ट्रीय खुदरा व्यापार के भविष्य के विकास के लिए एक रोडमैप तैयार करना है। इसके अलावा, आईएफएससी के विकास में महत्वपूर्ण अन्य मुद्दों की जांच और अनुशंसा करना शामिल है।

गिफ्ट आईएफएससी के दृष्टिकोण की बात करते हुए, आईएफएससीए के अध्यक्ष श्री इनजेटी श्रीनिवास ने कहा, “हमारा ध्यान अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवाओं के लिए एक आकर्षक स्थान बनाने के लिए प्रगतिशील और सहज विनियमन के साथ सर्वश्रेष्ठ अधिकार क्षेत्र प्रदान करना है। हमारा दृष्टिकोण गिफ्ट आईएफएससी को वैश्विक वित्तीय प्रवाह के लिए, भारत और भारत के बाहर प्रभावी मार्ग के रूप में स्थापित करना है। इसके साथ ही एक प्रमुख वैश्विक वित्तीय केंद्र के रूप में भी विकसित करना शामिल है। "

समिति का सुझाव है कि आईएफएससी का लक्ष्य हो सकता है:

(i) अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों और व्यापार के लिए भारत के विकास का प्रवेश द्वार बनना

(ii) एशिया और अफ्रीका के प्रवासी भारतीयों और व्यक्तियों को आईएफएससी से व्यापक वित्तीय सेवाए प्रदान करना

(iii) उदारीकृत प्रेषण योजना का लाभ उठाने वाले घरेलू निवासियों को सेवा प्रदान करना।

इसके अलावा, "आईएफएससी से फिनसर्व" के अपने दृष्टिकोण के साथ आईएफएससी भारत सरकार के 'मेक इन इंडिया' के दृष्टिकोण को पूरा करेगा।आईएफएससी में अंतरराष्ट्रीय खुदरा व्यापार को बढ़ावा देने की व्यापक क्षमता है, और अगर कुशलता से किया जाए, तो यह तीन प्रमुख उद्देश्यों को पूरा करेगा - रोज़गार सृजन में वृद्धि, भारत के लिए अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न करना, और भारत के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए निवेश (विशेष रूप से प्रवासी भारतीयो से) आकर्षित करना। विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष प्रदीप शाह ने कहा, हमारा लक्ष्य आईएफएससी को अपने क्षेत्राधिकार में सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्रदान करने के लिये प्रतिष्ठा, विनियामक वातावरण, कराधान और परिचालन में आसानी जैसे कारकों के संदर्भ में प्रतिस्पर्धा का वातावरण बनाने का होना चाहिए। विशेषज्ञ समिति के अन्य सदस्यों में जी श्रीनिवासन, (पूर्व-सीएमडी, न्यू इंडिया एश्योरेंस लिमिटेड), सिद्धार्थ सेनगुप्ता, (पूर्व डीएमडी, भारतीय स्टेट बैंक), श्यामल मुखर्जी (अध्यक्ष, पीडब्लूसी), प्रकाश सुब्रमण्यन (स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के योजना प्रमुख), दीपेश शाह (गिफ्ट आईएफएससी में आईएफएससी विभाग प्रमुख) और नितिन जायसवाल (ब्लूमबर्ग, एशिया पैसिफिक में सरकारी ममलो और योजना मामलो के  प्रमुख) शामिल हैं।

भारत सरकार ने इस वर्ष की शुरुआत में श्री आई. श्रीनिवास की अध्यक्षता में आईएफएससीए का गठन भारत में आईएफएससी में वित्तीय सेवा बाजार के विकास और नियमन के लिए किया था। गिफ्ट सिटी स्थित आईएफएससी को भारत के अपतटीय व्यवसाय को दिशा प्रदान करने और भारत केंद्रित अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवाओं के लिए प्रवेश द्वार बनाने के अलावा इसका उद्देश्य भारत को लंदन, हांगकांग, सिंगापुर और दुबई की तर्ज पर अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवाओं के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाया जाए।

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