रक्षा मंत्रालय

रक्षा विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए रक्षा मंत्रालयों की योजनाओं में डीजीक्यूए की भूमिका

Posted On: 07 FEB 2020 6:06PM by PIB Delhi

डीजीक्यूए ने 07 फरवरी 2020 को रक्षा प्रदर्शनी 2020 में घरेलू रक्षा उद्योग को सुविधा प्रदान करने के लिए रक्षा मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं पर चर्चा करने हेतु रक्षा विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए रक्षा मंत्रालय की योजनाओं में डीजीक्यूए की भूमिका पर एक संगोष्ठी आयोजित की थी। संगोष्ठी में रक्षा उत्पादन विभाग द्वारा आरम्भ की गई / आरम्भ की जा रही निम्नलिखित नई योजनाओं को रेखांकित और प्रदर्शित किया गया था।

मिशन रक्षा ज्ञान शक्ति: इस योजना का उद्देश्य भारतीय रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र में आईपी संस्कृति का संचार करना है। एक बौद्धिक संपदा सुविधाकरण प्रकोष्ठ (आईपीएफसी) का गठन किया गया है जिसने आईपीआर पर 15,000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया है और 1000 से अधिक नए आईपीआर फाइल करने में सक्षम किया है।

रक्षा परीक्षण अवसंरचना स्कीम (डीटीआईएस): यह योजना 400 करोड़ रुपये की सहायता अनुदान प्रदान करके 6 से 8 अत्याधुनिक परीक्षण सुविधाएं स्थापित करने की सुविधा प्रदान करेगी। यह घरेलू रक्षा उद्योगों के लिए प्रमुख प्रेरणा प्रदान करेगी क्योंकि रक्षा परीक्षण और प्रमाणन बुनियादी ढाँचा उपलब्ध नहीं है जो निर्माण और उत्पादन के लिए आवश्यक है।

प्रूफ रेंजेज: डीजीक्यूए ने मामूली लागत पर डायनेमिक प्रूफ ट्रायल और विकास गतिविधियों के संचालन के लिए निजी उद्योग को प्रूफ रेंज और प्रयोगशालाएं उपलब्ध कराई हैं।

स्व-प्रमाणन एवं ग्रीन चैनल: योग्य भारतीय कंपनियों को ग्रीन चैनल का दर्जा और स्व-प्रमाणन प्रदान किए जाने से उम्मीद है कि भविष्य में निरीक्षण समयसीमा और लागत में कमी आएगी। इन योजनाओं का लक्ष्य वे परिपक्व उत्पाद हैं जिनमें घरेलू रक्षा उद्योग ने प्रयुक्त प्रौद्योगिकी में उचित विशेषज्ञता अर्जित की है।

रक्षा निर्यात संवर्धन स्कीम (डीईपीसी): घरेलू विनिर्माताओं को वैश्विक स्तर पर अपने उत्पादों का विपणन करने और 2025 तक वार्षिक रक्षा निर्यात को 35,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाने के लिए एक अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से डीईपीसी आरम्भ की गई है।

तृतीय पक्षकार निरीक्षण स्कीम: इस स्कीम के तहत विनिर्माताओं के पास भारत में निजी उद्योग द्वारा विनिर्मित गैर-सघन रक्षा स्टोर के लिए तृतीय पक्षकार एजेंसियों के माध्यम से निरीक्षण आरम्भ करने का विकल्प है।

डीजीक्यूए रक्षा प्रदर्शनी 2020 में बीडीएल एवं सी-डीएसी के साथ भागीदारी में आईओटी, ब्लॉकचेन, बिग डेटा और कोंकर्स-एम मिसाइल लॉन्चर के उत्पादन और गुणवत्ता आश्वासन के लिए कृत्रिम आसूचना के उपयोग के माध्यम से इंडस्ट्री 4.0 के विकासपरक एवं नवोन्मेषी कार्यान्वयन को प्रदर्शित कर रही है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को 05 फरवरी 2020 को इंडिया पवेलियन के उनके दौरे के दौरान परियोजना का एक वीआर क्लिप दिखाया गया और उन्हें यूनिक एंटरप्राइज सॉल्यूशन पर एक संक्षिप्त जानकारी दी गई।

 

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एस.शुक्‍ला/एसकेजे/सीएल – 5651



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