स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय

श्री अश्विनी कुमार चौबे ने विश्व चिकित्सा उत्पाद सुगमता सम्मेलन 2019 के समापन समारोह की अध्यक्षता की


भारत विश्व चिकित्सा उत्पाद सुगमता सम्मेलन 2020 की मेजबानी करेगा

Posted On: 21 NOV 2019 6:33PM by PIB Delhi

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने आज नई दिल्ली में बांग्लादेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जाहिद मलिक, भूटान की स्वास्थ्य मंत्री सुश्री लियोनको डेचन वांगमो, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव डॉ. अरुण पांडा, आयुष के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, राष्ट्रीय औषधि मूल्य-निर्धारण प्राधिकरण की अध्यक्ष सुश्री शुभ्रा सिंह, भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. हेंक बेकेडम और बायोकॉन लिमिटेड की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुश्री किरण मजूमदार शॉ के साथ विश्व चिकित्सा उत्पाद सुगमता सम्मेलन 2019 के समापन समारोह की अध्यक्षता की।

  श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि भारत स्वास्थ्य के प्रति जागरूक देश है और हम हमेशा से पंचतत्व (अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी और आकाश) को मानते रहे हैं। पंचतत्व हमारे चारों ओर व्याप्त है। उन्होंने कहा कि भारत स्वास्थ्य मुद्दों पर हमेशा नेतृत्वकारी भूमिका निभाता रहा है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम जनस्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियों का समाधान करने में विश्व प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं। श्री चौबे ने कहा कि भारत विश्व औषधि उद्योग और जैव औषधि के क्षेत्र में नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने भारत के महत्वाकांक्षी जनस्वास्थ्य कार्यक्रम आयुष्मान भारत का उल्लेख करते हुये कहा कि इसे पूरे देश में लागू किया गया है तथा स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना इसके दो स्तम्भ हैं। आयुष्मान भारत कम खर्चे में सबको स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए चलाया जा रहा है।  उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम 2017 के तहत भारत में रोगों की रोकथाम और सस्ती स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने को प्राथमिकता दी जा रही है।

डॉ. अरुण पांडा ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी में नवाचार, अनुसंधान और उपलब्धियों से सस्ती तथा सुगम स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के दौरान स्वास्थ्य से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई, जो अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष 23 से 25 सितंबर को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय इस सम्मेलन की मेजबानी करेगा।

आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने विश्व सम्मेलन आयोजित करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सराहना करते हुए कहा कि चिकित्सा उत्पादों को सुगम बनाने, उन्हें सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने जैसे समकालीन मुद्दों पर सम्मेलन के दौरान चर्चा की गई।

भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. हेंक बेकेडम ने कहा कि भारत पूरे विश्व के लिये औषधि का केंद्र है। उन्होंने कहा कि भारत में टीकों और जैव औषधि के अलावा अब चिकित्सा उपकरण भी बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में दवाओं के संबंध में जो नियम लागू किए गए हैं, वे अत्यंत सराहनीय हैं और जिस तरह भारत ने हेपेटाइटिस-बी कार्यक्रम शुरू किया है, उसकी जितनी प्रसंशा की जाए, कम है। डॉ. बेकेडम ने आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का हवाला देते हुए कहा कि इस योजना से लोगों को कम खर्चे पर और तीसरे स्तर पर कैशलेस स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है।

इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, राज्यों के स्वास्थ्य सचिव, एनएचएम के महानिदेशक, विकास साझेदार, सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि, स्वास्थ्य संगठनों के प्रतिनिधि, संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेंसियों के प्रतिनिधि तथा कई देशों के अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ उपस्थित थे।

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आरकेमीणा/आरएनएम/एकेपी/सीएस-4345

 



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