रक्षा मंत्रालय
भारतीय नौसेना के लिए दो अतिरिक्त परियोजनाओं-1135.6 फॉलो-ऑन शिप्स के अधिग्रहण के लिए मैसर्स गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के साथ समझौता
Posted On:
30 JAN 2019 4:03PM by PIB Delhi
मैसर्स गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) में दो अतिरिक्त परियोजनाओं 1135.6 फॉलोऑन शिप के निर्माण के लिए 15 अक्तूबर 2016 को भारत सरकार और रूसी गणराज्य के बीच अंतर-सरकारी सहमति (आईजीए) हुआ था। सहमति के तहत सरकार ने गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में दो जहाजों के निर्माण के लिए सरकार ने समझौते पत्र पर हस्ताक्षर किये थे। जहाजों की आपूर्ति जून, 2026 और दिसंबर, 2026 में होनी थी।
पी 1135.6 सीरिज का युद्धपोत भारतीय नौसेना के विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए निर्मित किया जाएगा। युद्धपोत वायु, थल और उप-थल संबंधी नौसेना के युद्ध जरूरतों को पूरा करेगा। जहाज एक स्वतंत्र इकाई या नौसेना टास्क फोर्स के रूप में कार्य करने में सक्षम होगी। जहाजों में स्टील्थ से जुड़े विशेष फीचर होंगे जैसे विशेष डिजाईन, विद्युत-चुंबकीय व इंफ्रारेड किरणों का कम पैदा होना और पानी के अंदर कम आवाज। जहाजों में अत्याधुनिक हथियार प्रणाली और सेंसर लगे होंगे। जहाजों के लिए प्रशिक्षण तथा रख-रखाव के लिए भारतीय नौसेना ने आवश्यक ढांचागत सुविधाएं तैयार की हैं।
सरकार के मेक इन इंडिया पहल के तहत इन जहाजों को रूस की सहायता से गोवा शिपयार्ड में निर्मित किया जाएगा। इन जहाजों में स्वदेशी उपकरण लगे होंगे जैसे सोनार प्रणाली, ब्रह्मोस मिसाइल, युद्ध प्रबंधन प्रणाली आदि।
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आर.के.मीणा/एएम/जेके/एमएम-136
(Release ID: 1561996)
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