रक्षा मंत्रालय

सैन्यकर्मियों द्वारा आत्महत्या

Posted On: 27 DEC 2017 6:25PM by PIB Delhi

      पिछले तीन वर्षों के दौरान सुरक्षाबलों में आत्महत्या की घटनाओं की संख्य का बल-वार, वर्ष-वार और वर्तमान वर्ष का विवरणः-  

वर्ष

सेना

नौसेना

वायुसेना

अधिकारी

जेसीओ/ओआर

अधिकारी

नाविक

अधिकारी

एयरमैन

2014

02

82

शून्य

04

02

19

2015

01

77

शून्य

03

शून्य

14

2016

04

100

01

05

03

16

2017

02

67

01

04

शून्य

18

           

आत्महत्या करने के कुछ कारणों में पारिवारिक समस्याएं, घरेलू समस्याएं, वैवाहिक समस्याएं, असंतोष और व्यक्तिगत कारण इत्यादि शामिल हैं।

पिछले तीन वर्षों के दौरान और मौजूदा वर्ष में समय से पूर्व अवकाश लेने वाले अधिकारियों और अन्य पदों के सैन्यकर्मियों की संख्या का विवरण इस प्रकार हैं :-

वर्ष

सेना

नौसेना

वायुसेना

अधिकारी

जेसीओ/ओआर

अधिकारी

नाविक

अधिकारी

एयरमैन

2014

165

12703

74

32

135

722

2015

108

9296

130

16

67

550

2016

291

12307

142

26

139

649

2017

239*

3844**

30**

15

144

136

*    1.10.2017 को

**  मार्च, 2017 तक

      सशस्त्र बलों ने अपने अधिकारियों और अन्य पदों के सुरक्षाकर्मियों के लिए स्वस्थ/उचित माहौल बनाने के लिए कई कदम उठाएं हैं। इनका ब्यौरा इस प्रकार है-

  • परिधान/वर्दी, भोजन, वैवाहिक आवास, यात्रा सुविधा, स्कूली सुविधा, मनोरंजन सहित समय-समय पर कल्याण बैठकों का प्रावधान।
  • तनाव प्रबंधन के लिए योग और ध्यान की व्यवस्था।
  • मनोवैज्ञानिक काउंसलरों का प्रशिक्षण और तैनाती।
  • सैन्यकर्मियों में तनाव कम करने के लिए उत्तरी और पूर्वी कमान में सेना द्वारा ‘मिलाप’ और ‘सहयोग’ परियोजनाओं की शुरूआत।
  • प्रोफेशनल काउंसिलिंग के लिए सेना और वायुसेना द्वारा एक ‘मानसिक सहायता हेल्पलाइन’ का गठन।
  • सैन्य प्रशिक्षण के दौरान मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता प्रदान करना।
  • आईएनएचएस अश्विनी में सैन्य मनोवैज्ञानिक उपचार केन्द्र का गठन और मुंबई, विशाखापत्तनम, कोच्चि, पोर्ट ब्लेयर, गोवा और कारवार में मानसिक स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थापना।

यह सूचना रक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष भामरे ने आज लोकसभा में श्रीमती दर्शना विक्रम जरदोश और श्री दुष्यंत चौटाला द्वारा पूछे गए प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

  

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वीके/एकेपी/डीके–6117

 

 



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