रक्षा मंत्रालय
वर्षांत समीक्षा-2017: रक्षा मंत्रालय
Posted On:
18 DEC 2017 5:52PM by PIB Delhi
देश की सुरक्षा बढ़ाने, प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के दौरान मानवीय सहायता तथा आपदा राहत प्रदान करने, सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के लिए और ‘मेक इन इंडिया’पहल के जरिये घरेलू स्तर पर रक्षा साजो-सामान के निर्माण के लिए रक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2017 के दौरान विशेष ध्यान दिया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मेक इन इंडिया’ का उदाहरण पेश करते हुए दिसम्बर, 2017 में नौसेना पनडुब्बी आईएनएस कलवारी को राष्ट्र को समर्पित किया था।
विश्व की सबसे तेज सुपर-सोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस ने नवम्बर 2017 में उस समय इतिहास रच दिया, जब पहली बार भारतीय वायुसेना के अग्रणी युद्धक विमान सुखोई-30 एमके-1 से उसका सफल परीक्षण उड़ान हुआ। जमीन से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल को भी सफलतापूर्वक लांच किया गया। मंत्रालय ने सशस्त्र बल झंडा दिवस का समारोह आयोजित किया। यह समारोह शहीदों के सम्मान में आयोजित किया गया था। पूर्व सेनाकर्मियों और उनके परिवार के कल्याण के लिए रक्षा मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने सप्ताह भर का एक अभियान शुरू किया था। कार्यभार संभालने के बाद यह कार्य उनकी प्राथमिकता में था।
एक अन्य महत्वपूर्ण गतिविधि के तहत भारतीय नौसेना की महिलाकर्मियों ने आईएनएसवी तरिणी से विश्व यात्रा की शुरूआत की थी। तरिणी को 10 सितम्बर, 2017 को रवाना किया गया था। आशा की जाती है कि उसकी वापसी गोवा में अप्रैल, 2018 तक होगी। इस अभियान को ‘नाविका सागर परिक्रमा’ कहा गया और यह महिला शक्ति को मान्यता देने वाली राष्ट्रीय नीति के तहत आती है। ‘ओखी’ तूफान से पीडि़त मछुआरे समुदाय की सहायता के लिए ‘ऑपरेशन सहायम’ शुरू किया गया था।
सेना
- जम्मू-कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा स्थिति – चुनौतियों के बावजूद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति नियंत्रण में है। नियंत्रण रेखा और राज्य के अंदरूनी इलाकों में सेना लगातार अभियान चला रही है, इसके कारण भारत के खिलाफ छद्म युद्ध की साजिश विफल कर दी गई है। केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल और जम्मू–कश्मीर पुलिस के साथ सेना कश्मीर घाटी में शांति बहाली के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
- पूर्वोत्तर में आंतरिक सुरक्षा स्थिति – खुफिया जानकारियों के आधार पर भारत-म्यांमार सीमा पर शांति बनाये रखने के लिए अभियान शुरू किये गये। इसके तहत आतंकवादियों को प्रभावशाली तरीके से निष्क्रिय किया गया है। स्थानीय लोगों की सहायता के लिए भारतीय सेना निरंतर मैत्री अभियान चला रही है।
- वास्तविक नियंत्रण रेखा की स्थिति – वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सेना तैनात है और यथास्थिति बनाये रखने में सक्षम है।
प्रशिक्षण गतिविधियां और सैन्य अभ्यास
- भारत-ओमान संयुक्त सैन्य अभ्यास – भारतीय और ओमान की फौजों के बीच दूसरा ‘अल-निगाह’ संयुक्त अभ्यास 6 से 19 मार्च, 2017 तक हिमाचल प्रदेश के बकलोह में हुआ।
- भारत-नेपाल संयुक्त सैन्य अभ्यास – ‘सूर्य किरण-11’ 7 से 20 मार्च, 2017 तक पिथौड़ागढ़ में आयोजित हुआ। इस अभ्यास में भारतीय सेना की इन्फेंट्री बटालियन और नेपाल की दुर्गा बक्श बटालियन शामिल हुई। अभ्यास के दौरान मानवीय सहायता और आपदा राहत का अभ्यास भी किया गया।
- भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास – 12वां भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘नोमैडिक एलीफेंट’ 5 से 18 अप्रैल, 2017 तक वायरंगते में आयोजित हुआ। इसमें मंगोलिया की तरफ से स्पेशल फोर्स टास्क बटालियन ने और भारत की तरफ से जम्मू-कश्मीर राइफल्स ने हिस्सा लिया। इस अभ्यास के तहत उग्रवाद और आतंकवाद के खिलाफ सेना को प्रशिक्षित किया गया।
- भारत-नेपाल संयुक्त सैन्य अभ्यास – 03 से 17 सितम्बर, 2017 तक नेपाल के रूपनडेही में ‘सूर्य किरण-12’ आयोजित किया गया। इसके तहत पहाड़ी क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियानों का अभ्यास किया गया।
- भारत-अमरीका संयुक्त सैन्य अभ्यास – भारत-अमरीका रक्षा सहयोग के अंग के रूप में दोनों देशों के बीच ‘युद्ध अभ्यास-2017’ का आयोजन किया गया। यह अभ्यास 14 से 27 सितम्बर, 2017 के बीच ज्वाइंट बेस लेविस, मैकार्ड, वाशिंगटन में हुआ। इसके तहत आतंकवाद के खिलाफ और क्षेत्रीय सुरक्षा अभ्यास किये गये।
- भारत-श्रीलंका संयुक्त सैन्य अभ्यास – 5वां भारत-श्रीलंका संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास ‘मित्र शक्ति’-2017’ का आयोजन 13 से 26 अक्टूबर, 2017 तक पुणे की औंध छावनी में हुआ। इसके तहत अर्ध-शहरी क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान का अभ्यास किया गया।
- भारत-रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास– दोनों देशों के बीच पहली त्रि-सेवा अभ्यास ‘इन्द्र’ का आयोजन 19 से 29 अक्टूबर, 2017 तक रूस के व्लादीवोसतोक में किया गया। 11 दिवसीय अभ्यास व्लादीवोसतोक के निकट जापान सागर और 249वां संयुक्त सेना रेंज में किया गया।
- भारत-कजाकिस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास– दोनों देशों की सेनाओं के बीच 14 दिवसीय ‘प्रबल दोस्तिक’ 2 से 15 नवम्बर, 2017 तक हिमाचल प्रदेश के बकलोह में किया गया।
- भारत-बांग्लादेश संयुक्त सैन्य अभ्यास– दोनों देशों के बीच ‘सम्प्रति’ युद्ध अभ्यास 6 से 18 नवम्बर, 2017 तक सीआईजेडब्ल्यू स्कूल, वायरंगते में किया गया। इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर की परिस्थितियों के अनुरूप उग्रवादियों और आतंकवादियों के खिलाफ अभियान का प्रशिक्षण देना था।
- भारत-इंग्लैंड संयुक्त सैन्य अभ्यास– दोनो देशों के बीच ‘अजेय वॉरियर’ का आयोजन एक से 14 दिसम्बर, 2017 तक महाजन फील्ड फायरिंग रेंज, बीकानेर, राजस्थान में किया गया। अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाना तथा उग्रवाद विरोधी अभियानों में एक-दूसरे के अनुभवों से लाभ उठाना था।
- अभ्यास‘प्रलय सहायम’ – यह अभ्यास हैदराबाद और सिकंदराबाद में शहरी बाढ़ की परिकल्पना के तहत किया गया। अभ्यास 22 से 13 सितम्बर, 2017 तक हुआ। इसे सुदर्शन चक्र कोर के तत्वावधान में बाइसन डिवीजन ने किया था, जिसमें तेलंगाना सरकार ने सहायता दी थी। इस अभ्यास के तहत बाढ़ आने की स्थिति में कार्रवाइयों का जायजा लिया गया।
- ओटीए चेन्नई द्वारा अफगान महिला अधिकारियों का प्रशिक्षण– भारतीय सेना द्वारा विदेशी महिला अधिकारियों को दिये जाने वाले सैन्य प्रशिक्षण के तहत अफगान फौज और वायुसेना की महिला अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान महिलाओं को शारीरिक प्रशिक्षण, हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया गया तथा सम्पर्क कौशल सिखाया गया। इसका आयोजन ओटीए चेन्नई में 4 से 24 दिसम्बर, 2017 तक किया गया।
मानवीय सहायता और आपदा राहत
- राजस्थान और गुजरात बाढ़ (जुलाई, 2017)– राजस्थान के बाड़मेर, पाली और जालौर जिले में बाढ़ के दौरान बचाव और राहत कार्यों के लिए सेना तैनात की गई थी। उत्तरी गुजरात में भी बाढ़ के दौरान बचाव और राहत कार्यों के लिए सेना को लगाया गया था। इस दौरान फौज ने गुजरात के बैसवाड़ा स्थित अम्बेडकर कन्या छात्रावास से फंसे हुए 500 से अधिक स्कूली लड़कियों और शिक्षकों को निकाला था। इसी तरह सुन्दर नगर में भी सेना ने ग्रामीणों को राहत पहुंचाई थी और उनका बचाव किया था।
- बिहार और उत्तर प्रदेश बाढ़ (अगस्त, 2017) - बिहार के मधुबनी, सीतामढ़ी, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर जिलों के भीषण बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सेना को बचाव और राहत अभियानों के लिए तैनात किया गया था। सेना 75 से अधिक गांवों तक पहुंचने में सफल हुई और उसमें लगभग 1000 व्यक्तियों को बाहर निकाला। इस दौरान सेना ने इन क्षेत्रों में खाद्य और राहत सामग्री का वितरण भी किया। उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया था।
- फ्लैग मार्च,सिरसा– अगस्त के दौरान शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए सेना की 18 टुकडि़यों को तैनात किया गया था।
खेल एवं रोमांचकारी गतिविधियां
- आईएसएसएफ विश्व कप-2017 में स्वर्ण पदक – आईएसएसएफ विश्व कप-2017 में 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतिस्पर्धा में सूबेदार जीतू राय व हीना सिद्धू के मिश्रित दल ने स्वर्ण पदक जीतकर राष्ट्र को गौरवान्वित किया।
- रेस अराउंड ऑस्ट्रिया (आरएए)– रेस अराउंड ऑस्ट्रिया (आरएए) को पूरा करने वाले प्रथम भारतीय के रूप में लेफ्टिनेंट कर्नल भरत कुमार ने देश और भारतीय सेना को गौरवान्वित किया। अगस्त 2017 में यूरोप में होने वाली यह सबसे कठिन साइकिल दौड़ थी।
- एशियाई जिम्नास्टिक चैम्पियनशिप– 10वीं एक्रोबेटिक जिम्नास्टिक एशियाई चैम्पियनशिप का आयोजन अल्माती, कजाकिस्तान में सितम्बर 2017 हुआ। सेना की तरफ से एक प्रशिक्षक और सात खिलाडि़यों ने इसमें हिस्सा लिया था। भारतीय जिम्नास्टिक इतिहास में पहली बार भारत ने कांस्य पदक जीता था।
- कैडेट एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप– इस प्रतिस्पर्धा का आयोजन 20 से 23 जुलाई, 2017 तक बैंकाक, थाईलैंड में हुआ। इसमें भारत सहित 19 देशों ने हिस्सा लिया था। सेना की तरफ से फ्रीस्टाइल कुश्ती के लिए दो पहलवानों ने हिस्सा लिया, जो सेना के पुणे संस्थान से संबंधित थे। इन दोनों पहलवानों में से स्पोर्ट्स कैडेट आकाश ने स्वर्ण पदक और स्पोर्ट्स कैडेट प्रवीण ने कांस्य पदक जीता।
- एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2017– सेना के एथलीटों ने 22वीं एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2017 में चार स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक जीते। चैम्पियनशिप का आयोजन जुलाई 2017 को भुवनेश्वर में किया गया था। चैम्पियनशिप में सेना के मिशन ओलम्पिक विंग के 13 एथलीटों ने हिस्सा लिया था।
- चीन में एशियाई ग्रां-प्री श्रृखंला-1– नायब सूबेदार नीरज चोपड़ा और नायब सूबेदार जिनसन जॉनसन ने क्रमश: भाला फेंक और 800 मीटर दौड़ प्रतियोगिताओं में रजत पदक जीते। इसका आयोजन 24 अप्रैल, 2017 को चीन में हुआ था।
- पैरा एथलेटिक्स ग्रां-प्री– नवें फाज्जा विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां-प्री में नायब सूबेदार आनंदन ने रजत पदक जीता। प्रतियोगिता का आयोजन 21 मार्च, 2017 को दुबई में हुआ था।
अन्य कार्यक्रम
- राष्ट्रीय अखंडता यात्रा– देश में राष्ट्रीय अखंडता की भावना को प्रोत्साहन देने के लिए भारतीय सेना कई कार्यक्रम चला रही है, जिसके तहत पर्यटन और यात्राओं का आयोजन किया जाता है। जनवरी 2017 में इम्फाल, मणिपुर के विभिन्न स्कूलों के 20 छात्रों का एक दल भारत यात्रा पर निकला था। इसी तरह मई 2017 में जम्मू-कश्मीर के उरी स्थित दूरदराज के इलाके गिंगल की 20 छात्राओं का, 17 सितम्बर, 2017 को लेह के बियामह के 20 स्कूली बच्चों का और अक्टूबर 2017 में असम के चिरांग जिले के 20 छात्रों का दल भारत की यात्रा पर निकला था। इसका उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक विरासत और देश के अन्य भागों में होने वाले विकास से छात्रों से परिचित कराना था। यात्रा के दौरान देश की प्रतिष्ठित हस्तियों के साथ बच्चों की मुलाकात भी कराई गई।
- आर्मी सुपर-40 इनिशिएटिव (जम्मू-कश्मीर)– जम्मू-कश्मीर के युवाओं को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की कोचिंग देने के लिए आर्मी सुपर-40 इनिशिएटिव की शुरूआत की गई है। इस पहल ने उस समय पूर्व के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिये, जब आईआईटी-जेईई मुख्य परीक्षा 2017 में 26 लड़कों और दो लड़कियों ने सफलता प्राप्त की। नौ छात्रों ने आईआईटी एडवांस्ड परीक्षा में सफलता प्राप्त की, जिसके परिणामों की घोषणा 11 जून, 2017 को की गई थी।
- आर्मर्ड कोर सेन्टर एंड स्कूल को कलर प्रेजेन्टेशन- माननीय राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों के सुप्रीम कमांडर श्री प्रणब मुखर्जी ने 15 अप्रैल, 2017 को अहमद नगर में एक भव्य पारंपरिक परेड़ के दौरान आर्मर्ड कोर सेन्टर एंड स्कूल को प्रतिष्ठित प्रेसीडेंट स्टैंडर्ड्स प्रदान किया।
- आर्मर्ड रेजीमेंटों को कलर प्रेजेन्टेशन- माननीय राष्ट्रपति की तरफ से सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने 05 दिसम्बर, 2017 को सूरतगढ़ छावनी में 87 आर्म्ड रेजीमेंट, 41 आर्म्ड रेजीमेंट और 10 आर्म्ड रेजीमेंट को ‘प्रेसीडेंट स्टैंडर्ड्स’ प्रदान किया।
- इन्फेंट्री बटालियन को कलर प्रेजेन्टेशन– सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने 13 नवम्बर, 2017 को मराठा लाइट इन्फेंट्री रेजीमेंटल सेन्टर, बेलगांव में 23 मराठा लाइट इन्फेंट्री और 24 मराठा लाइट इन्फेंट्री को प्रेसीडेंट कलर प्रदान किये।
- भारतीय सेना और जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बीच सहमति-ज्ञापन पर हस्ताक्षर - भारतीय सेना और जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली ने अकादमिक सहयोग और सैन्यकर्मियों के तकनीकी उन्नयन संबंधी अपनी पारस्परिक समझ को दिशा देने के लिए 28 सितम्बर, 2017 को एक सहमति-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। इस समझौते के तहत रक्षाकर्मियों को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से दूसरे या तीसरे वर्ष स्नातक, स्नातकोत्तर और शोध कार्यक्रम में प्रवेश लेने की सुविधा हो जाएगी। सैन्यकर्मियों को बेहतर भविष्य के लिए अपनी अकादमिक योग्यता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- परियोजना यश विद्या के माध्यम से सैन्यकर्मियों का सशक्तिकरण– भारतीय सेना ने 21 सितम्बर, 2017 को नई दिल्ली में नासिक स्थित यशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय के साथ एक सहमति-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। इस समझौते के तहत सैन्यकर्मियों के लिए विशेष रूप से तैयार किये गये स्नातक डिग्री कार्यक्रम में सैन्यकर्मियों को प्रवेश मिलेगा। सैन्यकर्मियों को निर्धारित पाठ्यक्रम की पढ़ाई करने से छूट मिलेगी और वे सेना संबंधी पाठ्यक्रम में शिक्षा प्राप्त करेंगे। इस पाठ्यक्रम को विशेष मान्यता दी गई है। विश्वविद्यालय,परियोजना यश विद्या के तहत स्व-सशक्तिकरण में डिप्लोमा और कला या वाणिज्य में स्नातक डिग्री प्रदान करेगा। इससे सैन्यकर्मियों को बेहतर भविष्य के लिए अपनी अकादमिक योग्यता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- विजय दिवस समारोह– 1971 के मुक्ति-संघर्ष की भावना को जीवित रखने के लिए मुक्तियोद्धाओं और पूर्व सैन्यकर्मियों के बीच मेल-मिलाप की व्यवस्था को 2005 में संस्थागत रूप दिया गया था। मुक्तियोद्धाओं के एक प्रतिनिधिमंडल को उनके जीवनसाथियों के साथ फोर्ट विलियम्स, कोलकाता में आयोजित होने वाले विजय दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए भारत सरकार ने आमंत्रित किया था। इसी तरह लोकगणराज्य बांग्लादेश की सरकार, पूर्वी कमान के तत्वावधान में आयोजित होने वाले विजय दिवस समारोह में भारत के पूर्व सैन्यकर्मियों को उनके जीवनसाथियों के साथ हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित करती है। 14 से 19 दिसम्बर, 2017 तक बांग्लादेश में आयोजित समारोह में भारत के 27 पूर्व सैन्यकर्मी और चार सेवारत अधिकारियों ने हिस्सा लिया था।
नौसेना
विदेशों में अभियान
- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आईडेक्स/नेवडेक्स 17 : आईएनएस सुनयना को इंटरनेशनल डिफेंस एक्सपो 2017 (आईडेक्स 17) और नेवल डिफेंस मैरीटाइम सिक्योरिटी एक्सपो 2017 (नेवडेक्स 17) में शामिल होने के लिए 10 फरवरी से 12 मार्च, 2017 तक अबू धाबी, यूएई में तैनात किया गया था।
- लंगकावी इंटरनेशनल मैरीटाइम एंड एयरोस्पेस एक्जिबिशन (एलआईएमए)-2017 : एलआईएमए मलेशिया की नौसेना द्वारा वर्ष में दो बार आयोजित की जाने वाली समुद्री प्रदर्शनी है। इसका उद्देश्य समुद्री सहयोग बढ़ाना तथा सैन्य एवं नागरिक औद्योगिक साझेदारी को एकजुट करना है। भारतीय नौसेना नियमित रूप से एलआईएमए में शामिल हो रहा है। इस वर्ष भारतीय नौसेना जहाज कोरा ने 20 से 26 मार्च, 2017 तक लंगकावी, मलेशिया में आयोजित एलआईएमए 17 में भाग लिया था।
- पूर्वी जहाजी बेडों की विदेशों में तैनाती : भारतीय नौसेना एस सह्याद्री, शिवालिक, कामोर्ता और ज्योति के पूर्वी जहाजी बेडों को मई से जून 2017 तक दक्षिणी हिंद महासागर और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में तैनात किया गया था। ये जहाज सिंगापुर, क्वांतन, जकार्ता, सुर्बिया, पोर्ट मोसर्बी और फ्रीमेंटल के बंदरगाहों पर भी गए थे।
- आसियान और इन्द्र 17 के लिए पूर्वी ओएसडी बेडे: पूर्वी बेडे के जहाज सतपुड़ा और कदमत को रूस की नौसेना के साथ वर्ष में दो बार होने वाले अभ्यास- आसियान इंटरनेशनल फिलिट रिव्यू (आईएफआर) और इन्द्र-17 के लिए तैनात किया गया था।
- इन्टरनेशनल मैरीटाइम रिव्यू (आईएमआर) : सिंगापुर नौसेना द्वारा 15 मई को अपनी स्थापना के 50 वर्ष मनाने के लिए आईएमआर आयोजित किया था। आईएमआर के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पीवीएसएम, एवीएसएम, एडीसी, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने किया था। भारतीय नौसेना जहाज सहयाद्री और कामोर्ता आईएमआर में शामिल हुए थे।
- सेशेल्स राष्ट्रीय दिवस समारोह : भारतीय नौसेना के एस सुनयना ने सेशेल्स राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होने के लिए 26 से 30 जून 2017 तक सेशेल्स का दौरा किया था। नौसेना के दल द्वारा निकाले गए मार्च पास्ट में जहाज ने और फ्लाई पास्ट में चेतक हेलिकॉप्टर ने हिस्सा लिया था।
- पश्चिमी जहाजी बेड़े की विदेशों में तैनाती : पश्चिमी बेड़े के चार जहाजों को विदेशों में तैनाती के लिए भूमध्यसगार और अटलांटिक महासागर में रवाना किया गया। इन जहाजों में से एक को अफ्रीका के पश्चिमी तट में पांच बंदरगाहों पर भी तैनात किया था। जहाजों ने पोर्ट सैद तथा एलेक्जेंडेरिया (मिस्र) सौदा खाड़ी (यूनान), तौलोन (फ्रांस), वेलेंसिया (स्पेन), हइफा (इजराइल), जेद्दा (सउदी अरब), प्लाइमाउथ (यूके), लंदन (यूके), लिस्बन (पुर्तगाल), कासाब्लंका (मोरक्को), लागोस (नाइजीरिया), लूआंडा (अंगोला), पोर्ट वाल्विस (नामीबिया), कैप टाउन (दक्षिण अफ्रीका), पोर्ट लुइस (मॉरीशस) तथा वेलेंसिया (स्पेन) का दौरा किया।
- प्रथम प्रशिक्षण स्क्वेड्रन- विदेशों में नियुक्ति- पहली प्रशिक्षण स्क्वेड्रन जिसमें नौसेना के जहाज तीर, सुजाता, शर्दुल, तरंगिनि, सुदर्शिनी तथा भारतीय तट रक्षक जहाज वरूणा शामिल हैं,भारतीय नौसेना अकादमी में अपना प्रशिक्षण पूरा करने के पश्चात सामुद्रिक प्रशिक्षण के लिए उत्तरदायी हैं। प्रशिक्षु अधिकारियों को समुद्र में जीवन के बारीकियों की शिक्षा देने के लिए ये जहाज भारतीय समुद्र में कहीं भी तैनात हो सकते हैं। तरंगिनि तथा सुदर्शिनी ने युवा अधिकारियों में तैरने की कला विकसित करने के लिए समुद्री यात्राओं की। 2017 के दौरान विदेशों में तैनाती का ब्यौरा नीचे दिया गया है:
क्रमांक
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जहाज
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दिनांक
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बंदरगाह
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टिप्पणी
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क
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तीर शर्दुल सुजाता सारथी
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02 मार्च-
02 अप्रैल, 2017
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पोर्ट लुइस, पोर्ट विक्टोरिया तथा माले
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वसंत अवधि 2017
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ख
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सुदर्शिनी
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05 मार्च-
04 अप्रैल, 2017
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पोर्ट विक्टोरिया
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ग
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तीर सुजाता सारथी और शर्दुल
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03 अक्टूबर-
06 नवंबर, 2017
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पेनंग, जकार्ता और कोलम्बो
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हेमन्त अवधि 2017
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घ
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सुदर्शिनी
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03 अक्टूबर-
07 नवंबर, 2017
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जकार्ता
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- भारतीय नौसेना सेलिंग जहाज (आईएनएसवी) महदेइ- आईएनएसवी महदेई जिसमें सभी महिला क्रू (06 अधिकारी) थीं, गोवा से 2 नवंबर 2016 को रवाना हुआ तथा 23 दिसम्बर,2016 को केपआटन पहुंच गया। तत्पश्चात जहाज ने (06 अधिकारियों 02 महिला अधिकारियों सहित) केप से रियो दौड़ में भाग लिया। दौड़ को सफलतावूर्तक पूरा करने के बाद जहाज ने 22 जनवरी, 2017 को रियो डी जेनेरो में प्रवेश किया और 01 फरवरी, 2017 को रवाना हुआ। तत्पश्चात, जहाज ने 25 जनवरी, 2017 को केपटाउन, दक्षिण अफ्रीका में प्रवेश किया और 22 मई, 2017 को गोवा पहुंचा।
- नाविका सागर परिक्रमा- छ: महिला नाविक अधिकारी भारत में निर्मित 56 फुट लम्बे तैरते जहाज, आईएनएसवी तरिणी पर सागर परिक्रमा शुरु कर रही है। यह संसार का एक छोर से दूसरे छोर तक महिला कर्मियों के दल वाला पहला भारतीय जहाज है। अभियान को 10 सितम्बर 2017 को गोवा से रवाना किया गया और इसके अप्रैल, 2018 तक गोवा लौटने की आशा है।
बड़े अभ्यास
- एक्स-तैयार 17 को जनवरी 2017 में संचालित किया गया था। यह अभ्यास एक वार्षिक प्रक्रिया है, जिससे नैवी कमांड को शांति की स्थिति से उपद्रव की स्थिति के लिए पूर्वत: तैयार करने और सामने आयी कमियों को दूर करने का मौका मिलता है। अभ्यास के विभिन्न आयाम हैं- ऑपरेशन लॉजिस्टिक, एक्सन स्ट्राइपिंग, खदान एवं युद्ध पर्यवेक्षण संगठन, फास्ट इंटरसेप्टर क्राफ्ट (एफआईसीज) फिर से तैयार होने की गति में बढोतरी इत्यादि शामिल हैं।
- ट्रोपेक्ष -17 – एक थियेटर स्तरीय परिचालनिक अभ्यास – ट्रोपेक्ष 17 का आयोजन जनवरी-फरवरी 2017 में पश्चिमी सी-बोर्ड पर किया गया। इस वर्ष के अभ्यास में मैरिन कमांडोस (मारकोस) तथा पैरा विशेष बल (एसएफ) सहित सेना, वायु सेना तथा तटरक्षक की वृहत भागीदारी रही।
- संयुक्त जलस्थली अभ्यास- भारतीय नौसेना तथा भारतीय सेना द्वारा कारवार के निकट 19-31 मार्च, 2017 तक संयुक्त जलस्थली अभ्यास का आयोजन किया गया। सेना की 91 इंफेन्ट्री ब्रिगेड के 1000 से अधिक कर्मियों के साथ भारतीय नौसेना के जलस्वा तथा घडि़याल जहाजों ने इस अभ्यास में भाग लिया।
- परीक्षण अभ्यास- पश्चिमी नेवी कमांड ने 07 से 09 अगस्त तक सामरिक स्तर का टेबल टॉप त्रि-सेवा वारगेम ‘परीक्षण शीर्षक’ नामक अभ्यास का अयोजन किया। नौसेना मुख्यालय तथा क्षेत्रीय सेना तथा वायु सेना की सामरिक कमांड्स ने भी वारगेम में भाग लिया।
- डीएएनएक्स-17 अंडमान तथा निकोबार रक्षा अभ्यास (डीएएनएक्स-17) संयुक्त सेवा अभ्यास का आयोजन 20 से 25 नवम्बर,2017 तक अंडमान एवं निकोबार कमांड में किया गया। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना / आईसीजी जहाजों, भारतीय वायु सेना/आईसीजी एयरक्राफ्ट तथा अंडमान निकोबार कमांड और भारतीय नौसेना, भारतीय सेना तथा भारतीय वायु सेना की दूसरी कमांडों की सैनिक टुकडियों ने भाग लिया। इस अभ्यास के सफलतापूर्वक आयोजन ने तीनों सेवाओं के बीच अंडमान निकोबार कमांड पर अतुल्य आपसी सहयोग सिद्ध कर दिया।
विदेशी नौसेनाओं के साथ अभ्यास
- मालाबार-2017 अभ्यास – एक्स मालाबार के 21वें संस्करण का आयोजन 09 से 17 जुलाई 2017 तक भारत के पूर्वी तट की बंदरगाह पर / के निकट किया गया। भारतीय नौसेना,अमेरिकी नौसेना तथा जापानी समुद्री स्व-सुरक्षा बल (जेएमएसडीएफ) ने इस अभ्यास में भाग लिया। इस अभ्यास का मुख्य प्रयोजन भाग लेने वाली नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग एवं आपसी सहयोग बढ़ाना था। कुल मिलाकर 16 जहाजों, दो पनडुब्बियों, 95 विमानों, समुद्री कमांडो (मारकोस) तथा विशेष दस्तों (एसएफ) ने इस अभ्यास में भागीदारी की।
- वरुण -17 - पश्चिमी जहाजी बेड़े ने अप्रैल 2017 में फ्रांस की नौसेना के साथ तौलोन,फ्रांस के निकट वरुण-17 द्विपक्षीय अभ्यास में भाग लिया। आईएनएस त्रिशुल, मुम्बई तथा आदित्य ने एकीकृत हेलिकॉप्टरों के साथ इस अभ्यास में भाग लिया।
- कोंकण-17 आईएनएस तरकश मई,2017 के दौरान इंग्लैंड में रॉयल नेवी के साथ द्विपक्षीय अभ्यास कोंकण-17 में भागीदारी की। अभ्यास के दौरान जहाज प्लाइमाउथ लंदन गया और एचएमएस त्रिकोमाली द्विशताब्दी वर्ष समारोहों तथा लंदन में ‘भारत-इंग्लैंड संस्कृति वर्ष’ समारोह में भाग लिया।
- सिम्बेक्स अभ्यास- सिंगापुर गणराज्य नौसेना के साथ वार्षिक द्विपक्षीय अभ्यास,एक्स-सिम्बेक्स का 12 से 21 मई, 2017 तक आयोजन किया गया। भारतीय नौसेना के जहाज शिवालिक, सह्याद्रि, कमोर्ता तथा ज्योति ने इस अभ्यास में भाग लिया। जहाजों ने इस अवधि के दौरान अंतर्राष्ट्रीय सामुद्रिक रक्षा प्रदर्शनी में भी भाग लिया।
- अभ्यास इंद्र 2017 भारत-रूस संयुक्त त्रि-सेवा अभ्यास इंद्र-17 का आयोजन व्लादिवोस्टक, रसियन फेडरेशन के निकट 19-29 अक्टूबर, 2017 तक किया गया। यह दोनों देशों के बीच अपने प्रकार का प्रथम त्रि-सेवा द्विपक्षीय अभ्यास था। अभ्यास के नेवल ऑपरेशन का आयोजन जापानी समुद्र (पीटर दी ग्रेट) में व्लादिवोस्टक में किया गया। जलस्थलीय ऑपरेशन केप क्लेर्क में व्लादिवोस्टक के दक्षिण-पश्चिम में 30 समुद्री मील तक आयोजित किए गए थे। यह अभ्यास निम्न चरणों में किया गया:
क. बंदरगाह चरण – व्लादिवोस्टक में 19-24 अक्टूबर, 2017 तक
ख. समुद्री चरण- व्लादिवोस्टक /केप क्लेर्क 25-28 अक्टूबर 2017 तक
- प्रधानमंत्री द्वारा दिये गए निर्देश के तहत केरल के संसद/विधानसभा सदस्य 10 जनवरी, 2017 को कोच्चि समुद्र तट पर भारत की समुद्र तटीय सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करने के उद्देश्य से एकत्रित हुए थे।
- पनडुब्बी इकाई के स्वर्ण जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति ने इकाई को प्रेजिडेंट कलर पुरस्कार प्रदान किया।
- आईएनएस वलसुर की प्लैटिनम जयंती के अवसर पर भारतीय नौसेना ने‘समुद्र तट से समुद्र तट तक’ कार्यक्रम का आयोजन किया। इसके तहत समुद्र तट के किनारे रहने वाले बच्चों व युवाओं को भारतीय नौसेना के संबंध में जानकारी दी गई।
- भारतीय राष्ट्रीय मानचित्रण संघ (आईएनसीए) का 37वां अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस देहरादून में आयोजित किया गया। सरकारी विभागों तथा विश्वविद्यालयों के लगभग 300 वैज्ञानिकों ने इसमें भाग लिया।
- भारतीय नौसेना ने संरक्षा के लिए कई उपाय लागू किये हैं। केरल सरकार ने संरक्षा उपायों को लागू करने के लिए नौसेना एयरक्राफ्ट यार्ड (कोच्चि) को विजेता घोषित किया।
- भारतीय सेना के सैन्य बैंडों ने मास्को में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सैन्य संगीत उत्सव में भाग लिया। नौसेना के बैंड में एक अधिकारी व 9 संगीतकार जवान शामिल थे। इसका नेतृत्व,पूर्वी नौसेना कमान के कमान संगीत अधिकारी कमांडर सतीश के चैम्पियन ने किया।
- दिल्ली सेमिनार के चौथे संस्करण का 12-13 अक्टूबर, 2017 को आयोजन हुआ। सेमिनार की थीम थी – भारत और दक्षिण पूर्व एशिया – समुद्री व्यापार, समुद्री यात्राएं और सभ्यताओं के संबंध।
- देश-विशेष की आवश्यकताओं के अनुरूप भारतीय नौसेना ने मोबाइल प्रशिक्षण टीमों को तैनात किया है। भारतीय नौसेना ने अब तक ओमान, म्यांमार, केन्या, वियतनाम मॉरीशस, बांग्लादेश तथा नाइजीरिया में मोबाइल प्रशिक्षण टीमों को तैनात किया है।
- गुजरात में बाढ़ राहत कार्यों के तहत भारतीय नौसेना ने बाढ़ में फसे 600 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया। नौसेना की राहत टीमों को अहमदाबाद, पोरबंदर, बनासकांठा, पाटन आदि क्षेत्रों में तैनात किया गया था। पोरबंदर में नौसेना के जहाज गोमती और कोच्चि की तैनाती की गई थी। (26 जुलाई से 01 अगस्त)
- मुम्बई में बाढ़ राहत कार्यों के तहत भारतीय नौसेना ने प्रभावित क्षेत्रों (कोलाबा, घाटकोपर, मलाड, वर्ली) में भोजन पैकेट बांटे, मेडिकल सुविधा प्रदान की और रात्रि विश्राम का इंतजाम किया। रात्रि विश्राम स्थलों के संबंध में इलेक्ट्रोनिक मीडिया और सोशल मीडिया पर जानकारी दी गई। (29-30 अगस्त, 2017)
- जम्मू-कश्मीर में बाढ़ राहत कार्यों के दौरान मार्कोस की दो टीमों ने बेहरामपुर और निंगली में बाढ़ से घिरे घरों में फंसे 25 महिलाओं समेत बच्चों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया। लोगों में राशन की आपूर्ति की। स्थानीय लोगों ने नौसेना के इन कार्यों का स्वागत किया।
- 5 से 15 मई, 2017 को जर्मनी के हनोवर में आयोजित 11वें आईएससीएच अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी चैम्पियनशिप में नौसेना के प्रतीक बोर्स ने देश का प्रतिनिधित्व किया और 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में रजत पदक जीता।
- 9 से 13 जनवरी, 2017 को इंदौर में आयोजित 65वें राष्ट्रीय क्याकिंग/कैनोइंग चैम्पियनशिप में नौसेना के ए चिंग चिंग सिंह तथा एस अरविंद की टीम ने स्वर्ण पदक (के 1000 मीटर) जीता। एल नाओचा सिंह ने के2 500 मीटर, के2 200 मीटर, के4 200 मीटर में 3 स्वर्ण पदक जीते। मोहित गहलावत और शिव शंकर टीबी की टीम ने सी4 200 मीटर प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। एम चरन सिंह ने सी4 500 मीटर में स्वर्ण पदक जीता।
- नौसेना प्रमुख ने 23 मार्च, 2017 कोसागरतल से सागरमाथा कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम माउंट एवरेस्ट पर पर्वतारोहण से संबंधित है। 18 पर्वतारोहियों की टीम ने काठमांडू के निकट जीरी से यात्रा शुरू की और 21 मई 2017 को माउंट एवरेस्ट की चोटी पर नौसेना का प्रतीक चिन्ह स्थापित किया।
भारतीय वायु सेना
- प्रधानमंत्री के द्वारा लांच किए गए मेक इन इंडिया अभियान के तहत हल्के लडाकू विमान, तेजस का पहला स्क्वैड्रन गठित किया गया। तेजस ने गणतंत्र दिवस, एयरो इंडिया और वायु सेना दिवस में भाग लिया।
- एसयू-30 एमकेआई विमानों का निर्माण एचएएल में किया जा रहा है। इस एयर क्राफ्ट से सुपर सोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रम्होस’ और ‘अस्त्र’ मिसाइल का सफल परीक्षण किया जा चुका है।
- 23 सितम्बर, 2016 को फ्रांस से 36 राफेल एयर क्राफ्ट खरीदने का समझौता हुआ।
- भारतीय वायु सेना ने 6 हरक्यूलस सी-130 जे – 30 परिवहन विमानों को अपने बेड़े में शामिल किया।
- भारतीय वायु सेना में एमआई-17 भी-5 हेलीकाप्टरों को शामिल करने की प्रक्रिया जारी है।
उन्नयन
- मिग-29 विमानों का आधुनिकीकरण नासिक के बेस रिपेयर डिपो में किया जा रहा है।
- एमके-4 हेलीकाप्टर का उन्नयन एएलएच-एमके-4 संस्करण में किया जा रहा है।
- मध्यम दूरी के हल्के हेलीकाप्टरों के उन्नयन के लिए एलबिट सिस्टम्स कंपनी के साथ समझौता किया गया है।
एचएडीआर ऑपरेशन
- मणिपुर आर्थिक नाकेबंदी के दौरान सी-17 और आईएल-76 एयरक्राफ्ट के सहयोग से दो 20 किलोलीटर क्षमता व बारह 12 किलोलीटर क्षमता वाले तेल टैंकरों को गुवहाटी से इम्फाल तक एयरलिफ्ट किया गया।
- श्रीनगर उप-चुनाव के दौरान सी-17 एयरक्राफ्ट की मदद से कुल 856 सीआरपीएफ कर्मियों को इम्फाल से श्रीनगर पहुंचाया गया।
- राजस्थान बाढ़ राहत के दौरान वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने प्रभावित क्षेत्रों में 3.25 टन भोजन सामग्री के पैकेट वितरित किये।
- यूपी, बिहार और असम में बाढ़ राहत कार्यों के दौरान वायु सेना ने एनडीआरएफ तथा सेना की टीमों को प्रभावित क्षेत्रों तक पहुँचाने के लिए सी-17 और एन-32 विमानों की तैनाती की। राहत सामग्री के वितरण के लिए एमआई-17 वी-5 विमान की मदद ली गई। वायु सेना ने 300 मिशनों की मदद से 1500 कर्मियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया और 570 टन राहत सामग्री का वितरण किया।
- भारतीय वायु सेना ने कई मौकों पर लद्दाख क्षेत्र के अत्यधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर फंसे विदेशी नागरिकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया।
- रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए राहत कार्यों के तहत दो सी-17 विमानों ने 107 टन राहत सामग्री को दिल्ली से ढाका पहुँचाया।
- रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए राहत कार्यों के तहत एक सी-17 विमान ने 42 टन राहत सामग्री को दिल्ली से यंगून (म्यांमार) पहुँचाया।
- नक्सलियों के खिलाफ गृह मंत्रालय की कार्रवाई, ऑपरेशन त्रिवेणी में वायु सेना ने चार एमआई-17 वी5, दो एमआई-17 तथा एक एएलएच-3 विमानों की तैनाती की। रायपुर और जगदलपुर में दो-दो एमआई-17 वी5 तथा रांची में एमआई-17 की तैनाती की गई।
- ऑपरेशन सहायम के अंतर्गत ओखी चक्रवात के दौरान वायु सेना ने विमानों की मदद से 17 मछुवारों को बचाया। एक सी-130 जे विमान को एनडीआरएफ की टीम के साथ हिंडन एयरबेस में तैयार रखा गया जो जरूरत पडने पर लक्षद्वीप तक सीधी उड़ान के माध्यम से पहुँच सकता था।
वीके/एएम/एकेपी/जेडी/जेके/एमके/जीआरएस/एसकेपी/एल/वाईबी –6064
(Release ID: 1513869)
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