सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय

अक्‍टूबर, 2017 में औद्योगिक विकास दर 2.2 फीसदी रही 

Posted On: 12 DEC 2017 7:07PM by PIB Delhi

अक्‍टूबर, 2017 में औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक (आईआईपी) 123.0 अंक रहा, जो अक्‍टूबर, 2016 के मुकाबले 2.2 फीसदी ज्‍यादा है। इसका मतलब यही है कि अक्‍टूबर, 2017 में औद्योगिक विकास दर 2.2 फीसदी रही। इसी तरह अप्रैल-अक्‍टूबर, 2017 में औद्योगिक विकास दर पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 2.5 फीसदी आंकी गई है। 

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्‍वयन मंत्रालय के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा अक्‍टूबर, 2017 के लिए जारी किये गये औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक के त्‍वरित आकलन (आधार वर्ष 2011-12=100) से उपर्युक्‍त जानकारी मिली है। 14 स्रोत एजेंसियों से प्राप्‍त आंकड़ों के आधार पर आईआईपी का आकलन किया जाता है। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी), केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और उर्वरक विभाग भी इन एजेंसियों में शामिल हैं।

अक्‍टूबर, 2017 में खनन, विनिर्माण (मैन्‍युफैक्‍चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्‍पादन वृद्धि दर अक्‍टूबर, 2016 के मुकाबले क्रमश: 0.2 फीसदी, 2.5 फीसदी तथा 3.2 फीसदी रही। इसी तरह अप्रैल-अक्‍टूबर 2017 में इन तीनों क्षेत्रों यानी सेक्‍टरों की उत्‍पादन वृद्धि दर पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में क्रमश: 3.4, 2.1 तथा 5.3 फीसदी आंकी गई है।

उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार अक्‍टूबर, 2017 में प्राथमिक वस्‍तुओं (प्राइमरी गुड्स), पूंजीगत सामान, मध्‍यवर्ती वस्‍तुओं एवं बुनियादी ढांचागत/निर्माण वस्‍तुओं की उत्‍पादन वृद्धि दर अक्‍टूबर, 2016 की तुलना में क्रमश: 2.5 फीसदी, 6.8 फीसदी, 0.2 फीसदी और 5.2 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान का सवाल है, इनकी उत्‍पादन वृद्धि दर अक्‍टूबर, 2017 में (-) 6.9 फीसदी रही है। वहीं, गैर-टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान की उत्‍पादन वृद्धि दर अक्‍टूबर, 2017 में 7.7 फीसदी रही। 

इस दौरान उच्‍च धनात्‍मक उत्‍पादन वृद्धि दर दर्ज करने वाली कुछ महत्‍वपूर्ण वस्‍तुओं में ट्रकों की बॉडी, लॉरी एवं ट्रेलर (199.0%), 'मीटर (बिजली और गैर-बिजली)' (64.2%), ‘कंटर अपकेंद्रित्र सहित विभाजक' (60.6%), पाचन एंजाइम और एंटासिड (पीपीआई दवाओं सहित) (53.9%), मिश्र धातु एवं स्टेनलेस स्टील की बार एवं छड़ें (52.0%), 'स्टेनलेस स्टील के सपाट उत्पाद' (50.9%), 'धुरा' (50.3%), ‘फुल क्रीम/टोंड/स्किम्ड दूध’ (21.5%) और चाय (20.1%) भी शामिल हैं।

इस दौरान उच्‍च ऋणात्‍मक उत्‍पादन वृद्धि दर दर्ज करने वाली कुछ महत्‍वपूर्ण वस्‍तुओं में स्‍वर्ण आभूषण ((नगीना जडि़त हो या ना हो) (-) 76.9%, प्लास्टिक जार, बोतलें एवं कंटेनर (-) 52.1%, इलेक्‍ट्रि‍क हीटर (-) 39.9%, एचडीपीई/एलडीपीई (प्लास्टिक) के बैग/पाउच (-) 38.2%, अन्‍य तम्‍बाकू उत्‍पाद (-) 38.1%, प्रिंटिंग मशीनरी (-) 37.5%, टूथपेस्‍ट (-) 32.4%, बिजली के सर्किटों को बदलने या सुरक्षा के लिए विद्युत उपकरण (जैसे स्विचगियर, सर्किट ब्रेकर/स्विच, कंट्रोल/मीटर पैनल (-) 31.6%, पैकिंग/क्लोज़िंग/बॉटलिंग सामान के प्‍लास्टिक पुर्जे एवं विद्युत फिटिंग (-) 30.9%, पाम ऑयल रिफाइंड (पामोलीन सहित) (-) 28.6%, टीवी सेट (-) 25.5% और कॉपर बार, रॉड एवं वायर रॉड (-) 23.4% भी शामिल हैं।

 

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वीएल/एएम/आरआरएस/वीके- 5827



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