सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय
आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) पर डेटा उपयोगकर्ता सम्मेलन
डेटा उपयोगकर्ताओं और डेटा प्रदाताओं के बीच संवाद को मजबूत बनाना
Posted On:
27 AUG 2025 4:05PM by PIB Delhi
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ), सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) 28 अगस्त, 2025 को कौशल भवन, न्यू मोती बाग, नई दिल्ली में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) पर डेटा उपयोगकर्ता सम्मेलन का आयोजन कर रहा है । यह सम्मेलन सितंबर, 2024 में पुणे में गोखले राजनीति एवं अर्थशास्त्र संस्थान, पुणे के सहयोग से पीएलएफएस पर आयोजित पहले डेटा उपयोगकर्ता सम्मेलन में पीएलएफएस के डेटा उपयोगकर्ताओं और डेटा उत्पादकों के बीच शुरू हुई बातचीत पर आधारित होगा। यह सम्मेलन जनवरी 2025 से पीएलएफएस में शुरू किए गए नवाचारों और इनके परिणामस्वरूप प्राप्त उच्च आवृत्ति श्रम बाजार संकेतकों पर विचार करने का अवसर प्रदान करेगा।
व्यापक पहुंच के साथ उच्च-आवृत्ति श्रम बल संकेतक तैयार करने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) की नमूना पद्धति को जनवरी 2025 से नया रूप दिया गया है। नए पीएलएफएस नमूना डिज़ाइन में, द्वि-वर्षीय पैनल के प्रत्येक वर्ष में कुल 22,692 एफएसयू (ग्रामीण क्षेत्रों में 12,504 एफएसयू और शहरी क्षेत्रों में 10,188 एफएसयू) का सर्वेक्षण करने की योजना है। प्रत्येक चयनित एफएसयू से कुल 12 परिवारों का सर्वेक्षण किया जाएगा, जिसमें लगभग 2,72,304 परिवार शामिल होंगे। यह सर्वेक्षण परिवारों की संख्या में 2.65 गुना वृद्धि दर्शाता है।
पुनः डिजाइन किए गए पीएलएफएस का लक्ष्य निम्नलिखित उद्देश्यों को प्राप्त करना है:
- वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) के अंतर्गत अखिल भारतीय स्तर पर ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए हर महीने प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतक - श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) और बेरोजगारी दर (यूआर) का पता लगाना है।
- तिमाही पीएलएफएस के परिणामों का ग्रामीण क्षेत्रों तक विस्तार करना, जिससे सीडब्ल्यूएस ढांचे के अंतर्गत ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए श्रम बाजार संकेतकों के तिमाही अनुमान तैयार किए जा सकें।
- ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के लिए सामान्य स्थिति (पीएस+एसएस) तथा वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) दोनों में प्रमुख रोजगार तथा बेरोजगारी संकेतकों के वार्षिक अनुमान उपलब्ध कराना।
डेटा उपयोगकर्ता सम्मेलन की अध्यक्षता सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सचिव, आईएएस डॉ. सौरभ गर्ग करेंगे। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की सचिव, आईएएस सुश्री वंदना गुरनानी और राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) की महानिदेशक सुश्री गीता सिंह राठौर सहित कई गणमान्य व्यक्ति इस सम्मेलन में भाग लेंगे और अपने विचार साझा करेंगे।
इस कार्यक्रम में शोधकर्ता, शिक्षाविद, अर्थशास्त्री, औद्योगिक संघ और व्यापार निकाय, नीति निर्माता, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि, उद्यमों के प्रतिनिधि, शिक्षा जगत और मीडिया के प्रतिष्ठित संस्थान के लगभग 200 प्रतिभागी भाग लेंगे। क्षेत्र विशेषज्ञ और राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग (एनएससी) के सदस्य भी उपस्थित रहेंगे। उद्घाटन सत्र के बाद तकनीकी सत्र, एक पैनल चर्चा और प्रतिभागियों के साथ एक खुली चर्चा होगी।
पीएलएफएस के तकनीकी सत्र में जनवरी 2025 से पीएलएफएस की नमूनाकरण पद्धति में किए गए बदलावों के प्रमुख पहलुओं और 2025 में अब तक जारी उच्च आवृत्ति पीएलएफएस मासिक और तिमाही अनुमानों पर आधारित निष्कर्षों पर चर्चा की जाएगी। इस सत्र में डेटा प्रदात्ता और डेटा उपयोगकर्ताओं की प्रस्तुतियां सर्वेक्षण के निष्कर्षों और नीति क्षेत्र में इसके उन्नत अनुप्रयोग पर एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करेंगी। उच्च आवृत्ति संकेतकों द्वारा व्यक्त अल्पावधि में वृहद स्तर पर श्रम बाजार की गतिशीलता को रेखांकित किया जाएगा और नीतिगत क्षेत्र में इन संकेतकों को लागू करने की प्रासंगिकता, सीमाएं और बाधाओं का पता लगाया जाएगा।
सम्मेलन के दौरान "डेटा की तेज़ गति उच्च-आवृत्ति पीएलएफएस हितधारकों की ज़रूरतों को कैसे पूरा करेगा" विषय पर आयोजित पैनल चर्चा में सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज़ (सीडीएस), तिरुवनंतपुरम के निदेशक प्रो. सी. वीरमणि, भारत आर्थिक अनुसंधान प्रमुख, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की प्रमुख सुश्री अनुभूति सहाय, श्रम सांख्यिकीविद्, आईएलओ डिसेंट वर्क टेक्निकल सपोर्ट टीम, दक्षिण एशिया, नई दिल्ली के विशेषज्ञ श्री पीटर बुवेम्बो और फिक्की के सदस्य तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के इकोनॉमिस्ट फोरम प्रबंधन अध्ययन संकाय में सहायक प्रोफेसर (अर्थशास्त्र) डॉ. आशीर्वाद द्विवेदी भाग लेंगे । चर्चा में शामिल विशेषज्ञ बेहतर प्रतिनिधित्व वाले आवृत्ति श्रम बाजार संकेतकों को हितधारकों की आवश्यकता के साथ संरेखित करने के लिए जानकारी प्रदान करेंगे।
इस पैनल चर्चा का उद्देश्य संशोधित पीएलएफएस नमूनाकरण पद्धति के व्यावहारिक निहितार्थों की व्यापक समझ को बढ़ावा देना है। इससे पीएलएफएस की सूचना सामग्री को बेहतर बनाने, इसकी नीतिगत प्रासंगिकता बढ़ाने और महत्वपूर्ण डेटा कमियों को दूर करने के लिए कार्रवाई योग्य सुझाव मिलेंगे। इस चर्चा से डेटा प्रदात्ताओं और उपयोगकर्ताओं के बीच सहयोग को मज़बूत करने, सूचित निर्णय लेने और मीडिया में पीएलएफएस सर्वेक्षण पद्धति पर व्यक्त की गई समस्याओं को दूर करने में मदद मिलेगी।
पैनल चर्चा के बाद, एक खुली बातचीत में प्रतिभागी वक्ताओं और पैनलिस्टों से सीधे जुड़ेंगे। सम्मेलन का समापन विचार-विमर्श के निष्कर्षों की संक्षिप्त रूपरेखा के साथ होगा। यह सम्मेलन देश के सांख्यिकीय ढांचे को बेहतर बनाने के लिए सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने के लिए आयोजित किया गया है।
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(Release ID: 2161292)