Vice President's Secretariat
azadi ka amrit mahotsav

Text of the Hon’ble Vice-President’s address at 10th National Conference on Disability at Gurgaon, Haryana (Excerpts)

Posted On: 09 DEC 2023 6:10PM by PIB Delhi

आप सभी को मेरा नमस्कार, मेरा प्रणाम।

भारत के चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने जब कहा, "मुझे इस कार्यक्रम में आना चाहिए," मेरे लिए दिक्कत का विषय था, क्योंकि आज मुझे राजस्थान के उदयपुर में जाना है, पर मैं उनका आभारी हूं। वह साधुवाद के पात्र हैं, कि उन्होंने मुझे ऐसा संकेत दिया।

मैं उनकी कर्तव्यपरायणता को जानता हूं, उनकी भावना को जानता हूं, और मुझे लगा था आने से पहले कि मैं बहुत सही जगह जा रहा हूं, पर आने के बाद मुझे लगा कि मेरा आकलन बहुत कम था, मैं सर्वोत्तम जगह पर आया हूं।

मंत्री महोदय की उपस्थिति एक संकेत है, कि हरियाणा सरकार इसको कितना महत्व देती है, और सरकार के बारे में जो कहा गया है, वह सराहनीय है। केंद्र और राज्य मिलकर निश्चित रूप से ‘सार्थक’ की बढ़ोतरी में पूरा सहयोग देंगे, और जो विचार व्यक्त किया है डॉक्टर जितेंद्र ने, वे अमलीय हैं। वे आज के समय की आवश्यकता हैं और उन्हें भारत में ध्यान में रखना चाहिए, जो 1/6 मानवता का घर है।

हमारी तो सांस्कृतिक विरासत है, कि हम दुनिया को एक परिवार मानते हैं। G20 में हमारा मोटो यही था, ऐसी स्थिति में भारत में इसकी कोई कमी रहे यह हमेशा खलेगी, वह कमी दूर हो रही है, और मैं आप लोगों का आह्वान करूंगा, पश्चिम की तरफ देखने की अब आवश्यकता नहीं है, क्योंकि पश्चिम अब हमारी तरफ देख रहा है। जो लोग कुछ सालों और दशक पहले हमको राय दे थे, वह आज भारत की राय ले रहे हैं। भारत दुनिया के अग्रणी देश में एक है, भारत की जो प्रगति है उसे दुनिया अचंभित है। हमने Canada को पीछे छोड़ा, UK को पीछे छोड़ा, France को पीछे छोड़ा, और पांचवी पायदान पर आ गए। अर्थव्यवस्था में इस दशक के अंत में 2030 तक जापान और जर्मनी में हमारे पीछे रह जाएंगे। जब इतना बड़ा बदलाव इस देश में आ रहा है और बदलाव का मुख्य केंद्र आम आदमी के जीवन में बदलाव है। 

यदि अगर आप देखोगे, कि 10 साल में प्रधानमंत्री जी ने क्या किया है, तो गहराई से चिंतन करेंगे, तो वह कल्पना से परे है, हमारी माताओं  बहनों के आंसू पोछना  और उनको गैस उपलब्ध करना कितना बड़ा महारथ का काम है, कोई सोच भी नहीं सकता था कि भारत के हर घर में यह होगा और जिनको आवश्यकता थी, जिनकी संख्या करोड़ों में है, उनको यह निशुल्क मिला है। फिर हर घर में शौचालय हो, मेरी पीढ़ी के लोग जानते हैं, गाँव में एक भी नहीं होता था। आज हर घर में शौचालय  है, यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। महिलाओं के लिए Dignity, propriety का मुद्दा था, कितना बड़ा सुकून उनको मिला होगा। टेक्नोलॉजी की बात की डॉक्टर जितेंद्र ने, मुझे आश्चर्य नहीं हैं की , गाँव में आज टेक्नोलॉजी उतनी ही सुलभ तरीके से उपलब्ध है, जितना कि शहरों में है। 5G का penetration is as impactful as metros, यह बहुत बड़ी क्रांति है। जब हमने पढ़ाई की थी,ना घर में बिजली थी, ना पानी था, ना toilet था, ना गैस कनेक्शन था, ना रोड थी, न स्कूल था, पढाई के लिए जाते थे 5 से 6 किलोमीटर। आज का भारत दुनिया के लिए चुनौती है, दुनिया के लिए आदर्श। जो लोग हमारे पर टिप्पणी करते थे, कि सोने की चिड़िया कहलाने वाला देश, 90 में जब मैं केंद्र में मंत्री था, लोकसभा का सदस्य था, हमारा सोना हवाई जहाज से स्विट्जरलैंड के दो बैंकों को गिरवी रखा गया, ताकि आर्थिक साख बची रहे, और आज जब देखते हैं, एक और दो बिलियन US डॉलर के बीच में हमरा फॉरेन एक्सचेंज था, और आज ओवर 600 बिलियन। आज दुनिया की सबसे तीर्व गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है, दुनिया में भारत वह स्थान है जिसको कहते हैं A favorite destination of investment and opportunity।  ऐसे भारत में डिसेबल्ड लोगों की मदद नहीं करेंगे, हमारी सांस्कृतिक विरासत के अनुसार हैण्ड होल्डिंग नहीं करेंगे तो हम हमारी सांस्कृतिक मापदंड पर खरे नहीं उतरेंगे। यह प्रयास छोटा नहीं है, it is the nerve centre, epicenter। और जिन कॉरपोरेट ने सहायता की है, I strongly commend them, and I call upon the corporate, Time has come when they use their CSR fund to empower people। 

आज के दिन एक संस्कृति चल गई है कि लोगों को  empower नहीं करते हैं, उनकी जेबों को गरम करते हैं। यह आपके और हमारे लिए चिंतन का विषय है, सोच का विषय है। व्यक्ति को निर्भर मत करो, जब आप व्यक्ति की पॉकेट में कुछ डालते हो, उसकी निर्भरता को बढ़ाते हो, आप उसको सक्षम नहीं होने देते हो, need is we empower them। और इस एम्पोवेर्मेंट के अंदर सबसे आगे दिव्यांग महिलाएं कमजोर वर्ग हैं। अच्छा विषय है, सुखद विषय है, प्रसन्नता होती है, संतोष मिलता है कि आज के भारत में ये सरकार की प्राथमिकता है। 

 हमें जड़ से कौन खदेड़ रहा था, वह कौन सी दीमक थी जो हमें खा रही थी, वो थी भ्रष्टाचार की दीमक। सरकारी तंत्र भ्रष्टाचार से पहले इतना पीड़ित था कि बिना भ्रष्टाचार को नमन किए हुए, आप एक इंच आगे नहीं बढ़ सकते थे, सरकारी व्यवस्था में दलालों का बोलबाला था, and look what a change.  power corridors have been thoroughly sensitized to these pernicious corrupt elements, power brokers, liaison agents। यह बहुत बड़ी उपलब्धता है।

दूसरा मानवता के लिए सबसे जरूरी है कि कानून के सामने हर व्यक्ति बराबर हो, बराबरी का हक मिले। उसको कुछ लोग यह समझ लें कि हम कानून से ऊपर हैं, कानून हमारा क्या बिगड़ सकता है। यह धारणा टूट गई है कि कानून से बड़ा कोई नहीं है, कानून का शिकंजा देर सवेर आपकी गर्दन तक पहुंचेगा। यदि अगर आपने गलत काम किया है, तो यह भी बहुत बड़ा बदलाव है जिसको हम डिसेबल्ड कहते हैं, हैंडीकैप्ड कहते हैं, सफरिंग फ्रॉम डिसेबिलिटी कहते हैं। वह आकलन ठीक नहीं है। हर व्यक्ति who has good physique, good hearing capacity, good eyes capacity to speak is also disabled, आकलन करेंगे तो कोई भी संपूर्ण नहीं है। आपने इनका ओजस्वी भाषण It was not a prepared text, it emanates from out of his heart. Dr. Jitender was unfolding his soul, and most importantly, he is not looking for an achievement for himself. He is in a sacrifice mode; he is in service mode। और भारत की परंपरा है सदियों पुरानी परंपरा है और COVID के दौरान हमने देखा लोगो ने हैण्ड होल्ड किया जिसकी कैपेसिटी थी 2 को खाना खिलाने की उसने  2 को खिलाया जिसकी कैपेसिटी थी 2000 को खिलने की उसने 2000 को खिलाया और भारत COVID की लड़ाई लड़ते हुए दुनिया के 100 देश को कोवैक्सीन दिया। उन देश के जब नेता मिलते हैं वो भारत को सलाम करते हैं कि ऐसी महामारी के दौरान आप खुद का ध्यान दे रहे थे, आपने हमारा भी ध्यान दिया। सार्थक का सफर लंबा नहीं है 15 साल का है और इस 15 साल में इतना कुछ अचीव करना आसान नहीं है। 60 से 70 हजार लोगों को नौकरी दिलाना और जिनको नौकरी मिली उनका हौसला कितना बड़ा है, मुझे पिछले 2 - 3 महीने में सुखद अनुभव हुए। एक तो यहाँ आकर हुआ है, दूसरा रश्मि दास ने ऑटिज्म की एक स्कूल खोली है। ऑटिज्म की डिसेबिलिटी एक अलग किस्म की है, उसका मतलब है वह बच्चा नार्मल नहीं होगा, पैरेंट्स में भी ज्यादातर महिलाओं के ऊपर भार पड़ता है, उनका सोच होता है, चिंतन होता है। मेरे बाद क्या होगा, वहां जाकर मुझे बहुत सुकून मिला। रश्मि दास ने जो बहुत capable है, gifted है, she has placed whatever was at disposal to give us an institute, a global order जापान से collaboration किया है मुझे जाकर बहुत अच्छा लगा। मुझे यहाँ आकर भी बहुत अच्छा लगा, जब मुझे दिखाया गया कुछ चीजें एक-एक आइटम की ओर मेरी नजर गई। We have to be innovative, we have to think out of the box, but in your own way, each of us has to contribute in some way or another। यह मुझे बहुत अच्छा लगा, डॉक्टर जितेंद्र का मानस सोच और कार्य प्रणाली, गांव तक पहुंचाने की है क्योंकि वहां जो डिसेबिलिटी है वह फिर compartmentalized हो जाती है, they lose hope, they give up hope, they take disabled to be a burden, he becomes a symbol of sympathy, we have to create an ecosystem where we empower our disabled people who are talented मैंने देखा जिस व्यक्ति के दो पांव नहीं है, वह क्या रेस लगा रहा था, 2 दिन पहले एक टीवी चैनल पर देखा, How effective things have been done। 

मैं आपको बताना चाहता हूं कि राज्यसभा के सभापति की हैसियत से मेरे पास एक कर्मचारी आया। उसने कहा, "मैं नाइट ड्यूटी करता हूं, हार्ड ड्यूटी करता हूं।" कभी ग्रीवांस नहीं किया।उसने कहा की  उसके prosthetics ख़राब हो गए हैं   अब किसी भी मापदंड में मुझे वह मिल नहीं सकते, क्योंकि उनकी कीमत 8 लाख से ज्यादा है, और जो सरकारी सहायता मुझे मिल सकती है, वह करीब 1 लाख की है। मैंने कहा, "देश में जो जयपुर फुट है, वह बना रहे हैं।" वह बना रहे हैं, पर जो मैं यूज़ कर रहा हूं और जो मेरी डिसेबिलिटी है, उसका नहीं हो पा रहा है। आने वाले समय में हो जाएगा। I closed my eyes and thought for a minute and sanctioned more than 8 lakh; he should get it. मैं उसकी मदद नहीं कर रहा था, मैं उसको मदद करने में जो बाधा आ रही थी, उसको हटा रहा था। That should be our thought process. विकलांग people are not for sympathy; they are for exploitation for their wealth of knowledge, aptitude, inclination, expertise। दुनिया को यदि देखोगे आप तो डिस्लेक्सिया है, आइंस्टीन was suffering from dyslexia। विज़न अटलांटिक के मालिक ने तो एक विडिओ डाला  है। Let us enjoy dyslexia। डिसेबल्ड हम उनको कहते हैं जिनकी डिसेबिलिटी हमें फिजिकल दिखती है, पर वह डिसेबल्ड है जिनकी फिजिकल डिसेबिलिटी हमें नहीं दिखती। That can be a mentor; that can be spiritual। हमें हर प्रकार की डिसेबिलिटी का कोई न कोई रास्ता निकालना पड़ेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने चाहे मन की बात हो चाहे सरकारी नीतियों का निर्माण हो चाहे नई पार्लियामेंट बिल्डिंग का हो दिव्यांगों के लिए बहुत अच्छी सुविधा की है सरकारी तंत्र में उनको नौकरी का स्थान है।

सचिव  महोदय बैठे हैं, rigorously analyze  किया जा रहा है, और जिस तरीके से हम पहले मानते थे कि महिलाओं को कुछ काम नहीं दिए जा सकते हैं, वह उसके योग्य नहीं है, that ceiling has broken, our girls are combat pilots, they are in the front line of defence, every walk of life same is true the people who we are called disabled, they are not disabled, we take to them as disabled.

मुझे बहुत अच्छा लगा कि कानून ने भी इस ओर ध्यान दिया है और मोदी जी के आने के बाद एक कानून बना है 2016 में जिसके बारे में आप लोगों को जरूर जानकारी होगी।

आज के दिन में मैं इतना ही कहना चाहूंगा कि आज मेरा लगाव एकादशी पर एक ऐसी संस्थान से हुआ है ऐसे व्यक्तियों से हुआ है जो मार्गदर्शन दे सकते हैं, जो आगे का रास्ता दिखा सकते हैं जो प्रेरणा के स्रोत बन सकते हैं ।

I am  motivated and energized, I share this concern in my heart. I will use my mind to contribute in whatever manner I can, during this session the current session of parliament which ends on 22nd of December, I invite members of this Sansthan Sarthak to be my guest at parliament. My OSD Bhalekar will organize and they will facilitate everything. I am sure this will happen soon during that visit. I will make a special request for the Honorable secretary to the vice president to send a  good message all around.

मुझे आने का शुभ अवसर मिला, मुख्य चुनाव आयुक्त की मैं प्रशंसा के साथ, I express a deep sense of gratitude to him, वह एक बार के बाद दोबारा कभी कहते नहीं है, इस मामले में उन्होंने दो बार कहा। बहुत-बहुत धन्यवाद

 Thank You!

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MS/RC



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